क्रिसमस में इन फैरीटेल जगहों को एक्सप्लोर नहीं किया तो क्या किया!

अगर आप क्रिसमस के खास मौके पर बर्फ से ढकी गलियों में घूमना, चमकते क्रिसमस मार्केट का आनंद लेना या किसी खूबसूरत सर्दियों वाले शहर में छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो यह गाइड आपके लिए ही है। हम आपके लिए ऐसे खूबसूरत जगहों की लिस्ट लेकर आए हैं जहां आप फैमिली/ पार्टनर के साथ क्रिसमस सेलिब्रेट कर सकते हैं।

best places to visit for christmas
क्रिसमस पर घूमने की बेस्ट डेस्टिनेशन
locationभारत
userअसमीना
calendar04 Dec 2025 02:42 PM
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दुनिया भर में क्रिसमस (Christmas) आते ही एक अलग सा जादू फैल जाता है। चमकती लाइटें, सजे हुए पुराने बाजार, बर्फ से ढकी गलियां और हर तरफ बजते क्रिसमस कैरोल्स लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। ज्यादातर लोग क्रिसमस (Christmas) की छुट्टियां अपनी फैमिली और पार्टनर के साथ मनाना पसंद करते हैं लेकिन बेस्ट डेस्टिनेशन की जानकारी न होने के कारण क्रिसमस का पूरा मजा किरकिरा हो जाता है। अगर आप भी ठंडी हवाओं के बीच घूमना, खूबसूरत क्रिसमस मार्केट देखना या किसी सुकून भरे विंटर टाउन में छुट्टियां बिताने की प्लानिंग कर रहे हैं तो पहले उन जगहों के बारे में जान लें जो क्रिसमस पर बिल्कुल स्वर्ग जैसी लगती हैं।

न्यूरेमबर्ग (जर्मनी)

अगर आप असली और पुरानी यूरोपियन क्रिसमस फील चाहते हैं तो आपको न्यूरेमबर्ग (Nuremberg) जरूर एक्सप्लोर करना चाहिए। यहां दुनिया का सबसे मशहूर Christkindlesmarkt लगता है जिसकी खूबसूरती किताबों में बसी किसी कहानी सी लगती है। जिंजरब्रेड की खुशबू, हैंडमेड सजावटी सामान और पुराने समय की गलियां सब मिलकर एक पारंपरिक बवेरियन फेस्टिवल जैसा माहौल बनाते हैं। क्रिसमस पर यहां की वाइब बिल्कुल अलग होती है।

लंदन (यूनाइटेड किंगडम)

क्रिसमस के मौके पर लंदन (London) एकदम चमक उठता है। लंदन का फेमस Winter Wonderland दुनिया भर के टूरिस्ट को अपनी ओर खींचता है। चारों तरफ रोशनी, क्रिसमस मार्केट, म्यूजिक और सजे हुए कैफे इस शहर को और भी जादुई बना देते हैं। इसके अलावा ग्रीनविच, साउथबैंक और ऐतिहासिक इमारतों की सजावट दिसंबर में लंदन को पूरी तरह फेस्टिव मोड में ले आती है। अगर आपका बजट अच्छा है तो लंदन आपके लिए परफेक्ट चॉइस है।

स्ट्रासबर्ग (फ्रांस)

स्ट्रासबर्ग (Strasbourg) को कैपिटल ऑफ क्रिसमस (Capital of Christmas) कहा जाता है और कहा भी क्यों न जाए वजह खास जो है। यहां के बड़े क्रिसमस मार्केट, शानदार कैथेड्रल और फ्रेंच-जर्मन कल्चर का यूनिक मिक्स दिसंबर को और खूबसूरत बना देता है। यहां के मार्केट जैसे Christkindelsmärik और Village du Partage क्रिसमस पर देखने लायक होते हैं।

एम्स्टर्डम (नीदरलैंड्स)

बहुत से लोगों का ख्वाब होता है कि वो अपनी लाइफ में एक बार फैरीटेल जैसा शहर जरूर एक्सप्लोर करें। अगर आप भी उन्हीं में से एक हैं तो एम्स्टर्डम (Amsterdam) आपके लिए बेहतरीन ऑप्शन होने वाला है। एम्स्टर्डम सर्दियों में एक फैरीटेल जैसा शहर बन जाता है। नहरों के किनारे जगमगाते बाजार, खूबसूरत लाइट शो और गर्माहट भरे कैफे सब मिलकर क्रिसमस को और खास बना देते हैं। यहां की बोट राइड्स, रोशन इमारतें और Oliebollen व Speculaas जैसी डच मिठाइयों का स्वाद ट्रिप को बेहद यादगार बना देता है।

कोपेनहेगन, डेनमार्क

कोपेनहेगन (Copenhagen) क्रिसमस के दौरान अपनी ‘हाइगे’ यानी आरामदायक और गर्मजोशी भरी वाइब के लिए दुनियाभर में मशहूर है। टिवोली गार्डन की खूबसूरत लाइटिंग, सजे हुए बाजार और सी-साइड का माहौल मिलकर एक प्यारी और शांत क्रिसमस फील देते हैं। यहां का लोकल कल्चर और सादगी इसे एक परफेक्ट विंटर डेस्टिनेशन बनाते हैं।

रोम (इटली)

अगर आप क्रिसमस को थोड़े अलग अंदाज में मनाना चाहते हैं तो आपके लिए रोम (Rome) परफेक्ट ऑप्शन है। यहां मेडिटेरेनियन मौसम और त्योहारों की चमक मिलकर एक रोमांटिक और कल्चर-रिच माहौल बनाते हैं। यहां के पुराने चौक, छोटे क्रिसमस मार्केट, खूबसूरत सजावट और St. Peter’s Basilica की रात की खास प्रार्थना दिसंबर को बेहद खास बना देते हैं।


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हर घूंट में खतरा, आदमी मरता है कतरा-कतरा

अगर आप भी शराब के आदि हैं तो अब आपको ठहरने की सख्त जरूरत है क्योंकि जिस खतरनाक पदार्थ को आप शौक और मौज से पीते हैं वो आपके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि आखिर लोगों को शराब की आदत कैसे लग जाती है और आपकी यह गंदी आदत कैसे लत में तब्दील हो जाती है।

शराब का नशा क्यों होता है
शराब कैसे बदल देती है आपके न्यूरॉन्स का खेल
locationभारत
userअसमीना
calendar03 Dec 2025 04:59 PM
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आजकल लोगों के लिए शराब पीना एक आम सा शौक बन चुका है। लोग शराब के इस कदर आदी हो रहे हैं जैसे शराब कोई नशीली पदार्श न होकर सॉफ्ट ड्रिंक हो। हैरानी की बात तो यह है कि बहुत से लोगों ने शराब को तनाव मिटाने, रिलैक्स महसूस करने या दोस्तों के साथ मजा लेने का जरिया बना लिया है, लेकिन हकीकत में शराब न सिर्फ आपके दिमाग की पूरी केमिस्ट्री के साथ खेलती है बल्कि आपके स्वास्थ्य को भी बेहद नुकसान पहुंचाती है। आज हम जानेंगे कि लोगों को शराब की आदत कैसे लग जाती है और यही आदत लत में कैसे बदल जाती है। इसके अलावा आप जानेंगे कि जब आप शराब पीना शुरू करते हैं तो आपका दिमाग किस तरह से खेलना शुरू करता है।

शराब से क्या है दिमाग का ताल्लुक?

जब भी कोई इंसान शराब, बियर या व्हिस्की पीता है तो उसमें मौजूद एथनॉल पेट से सीधे खून में अब्जॉर्ब हो जाता है और कुछ ही मिनट में खून इसे लेकर दिमाग तक पहुंच जाता है। हमारे दिमाग के अंदर न्यूरॉन नाम की नर्व सेल्स मौजूद होती हैं जो आपस में सिग्नल भेजती है, लेकिन शराब इन सिग्नल्स को धीमा कर देती है। इसी वजह से शराब पीने के बाद बोलने में लड़खड़ाहट, फैसले लेने में दिक्कत, शरीर का असंतुलन और सोचने-समझने की क्षमता कम होने जैसी स्थितियां पैदा होती हैं। जिसे लोग आम भाषा में नशा चढ़ना या सुरूर आना भी कहते हैं।

शराब कैसे छोड़ती है आपके दिमाग पर असर?

शराब सिर्फ सिग्नल्स को स्लो नहीं करती बल्कि दिमाग में डोपामीन नाम के हार्मोन को भी बढ़ा देती है जो हमें “फील गुड” वाला एहसास देता है। यही वजह है कि शराब पीने के बाद मूड अच्छा महसूस होता है और दिमाग इसे एक रिवॉर्ड की तरह लेने लगता है। धीरे-धीरे दिमाग सीख जाता है कि ये एहसास अच्छा है और इसे दोबारा पाने के लिए फिर शराब चाहिए। बस यहीं से लोगों की आदत, लत में तब्दील होनी शुरू हो जाती है।

ऐसे बिगड़ता है दिमाग का नेचुरल केमिकल सिस्टम

अगर शराब कभी-कभार ली जाए तो दिमाग और शरीर इसे संभाल लेते हैं लेकिन यदि रोजाना शराब पीने की आदत बन जाए तो दिमाग का अपना नेचुरल केमिकल सिस्टम बिगड़ने लगता है। दिमाग अपना डोपामीन खुद बनाना कम कर देता है और उसे खुश होने के लिए शराब जरूरी लगने लगती है। इंसान बिना शराब के कमजोर महसूस करने लगता है और शराब को अपनी जरूरत बना लेता है। जिसके कारण शराब छोड़ना बेहद मुश्किल हो जाता है।

हर साल होती है 3 लाख लोगों की मौत

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार हर साल करीब 3 लाख लोगों की मौत शराब से जुड़ी वजहों से होती है। ये मौतें सिर्फ नशे में हादसों की वजह से नहीं बल्कि लिवर डैमेज, हार्ट प्रॉब्लम्स, दिमागी नुकसान और मानसिक विकारों जैसी स्थितियों के कारण भी होती हैं। अब समझने वाली बात ये है कि शराब सिर्फ शरीर को नहीं बल्कि आपके दिमाग की सोचने-समझने की क्षमता, खुद को कंट्रोल करने की शक्ति और प्राकृतिक केमिकल बैलेंस को भी नुकसान पहुंचाती है इसलिए इस खतरनाक पदार्थ से दोस्ती करने से पहले हजारों बार सोचना बेहद जरूरी है। 

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महंगी हो जाएंगी आपकी गंदी आदतें, जानें क्यों और कैसे?

आने वाले समय में सिगरेट, पान मसाला और अन्य तंबाकू उत्पादों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी होने वाली है। सरकार ने मार्च 2025 में खत्म होने वाले क्षतिपूर्ति सेस की जगह नए टैक्स कानून पेश किए हैं। अब स्वास्थ्य सुरक्षा से राष्ट्रीय सुरक्षा सेस मशीनों और उपकरणों की उत्पादन क्षमता के आधार पर लगेगा।

तंबाकू कंपनियों के लिए खतरे की घंटी
महंगे होंगे सिगरेट और पान मसाला
locationभारत
userअसमीना
calendar02 Dec 2025 03:51 PM
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आजकल सरकार कई ऐसे फैसले ले रही है जो सीधे आम लोगों की जेब पर असर डालते हैं। इसी कड़ी में सरकार द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया है। आने वाले दिनों में सिगरेट, पान मसाला और अन्य तंबाकू उत्पाद काफी महंगे होने वाले हैं। सरकार ने मार्च 2025 में खत्म होने वाले क्षतिपूर्ति सेस की जगह नए टैक्स कानून पेश किए हैं। इसका असर न केवल कंपनियों पर पड़ेगा बल्कि आम लोगों की जेब पर भी साफ दिखेगा। अभी तक सिगरेट और पान मसाला पर 28% जीएसटी के साथ क्षतिपूर्ति सेस भी वसूला जाता था। लेकिन यह सेस खत्म होने वाला है। इसके बाद सरकार इसे जारी नहीं रख पाएगी। ऐसे में राजस्व की कमी को देखते हुए सरकार ने नया सेंट्रल एक्साइज (संशोधन) बिल 2025 और स्वास्थ्य सुरक्षा से राष्ट्रीय सुरक्षा सेस बिल संसद में पेश किया है।

मशीनों और उपकरणों पर लगेगा टैक्स

सरकार का नया प्रस्ताव यह है कि अब तंबाकू व पान मसाला बनाने वाली मशीनों और उपकरणों पर टैक्स लगेगा। खास बात यह है कि यह टैक्स मशीन की वास्तविक उत्पादन क्षमता पर आधारित होगा, न कि असली उत्पादन पर। उदाहरण के लिए, अगर मशीन 100 यूनिट बना सकती है लेकिन सिर्फ 50 यूनिट ही उत्पादन हुआ तब भी टैक्स 100 यूनिट के हिसाब से ही लगेगा। इससे कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा और राजस्व सुनिश्चित होगा।

कीमतों में होगा सीधा इजाफा

इसके अलावा नए कानून के तहत सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी में भी भारी बढ़ोतरी प्रस्तावित है। सिगार पर टैक्स अब 12% या 1000 पीस पर 4006 रुपए की जगह 25% या 5000 रुपए होगा। 65 मिमी सिगरेट पर 1000 पीस के हिसाब से 440 रुपए की जगह 3000 रुपए टैक्स लगेगा। 65–70 मिमी फिल्टर सिगरेट पर 440 रुपए की जगह 5200 रुपए और 70 मिमी से बड़ी सिगरेट पर 545 रुपए की जगह 7000 रुपए टैक्स का प्रस्ताव है। इससे कंपनियों की लागत बढ़ेगी और कीमतों में सीधे इजाफा होगा।

कौन लेगा अंतिम फैसला?

सितंबर में लागू नई जीएसटी दरों के तहत 28% स्लैब हटाकर 40% का नया स्लैब बनाया गया। हालांकि तंबाकू उत्पाद अभी भी 28% स्लैब में हैं, लेकिन भविष्य में इन्हें 40% वाले स्लैब में शामिल किए जाने की संभावना है। इस पर अंतिम फैसला जीएसटी काउंसिल की चेयरपर्सन और वित्त मंत्री लेंगी। इस बदलाव का असर आम लोगों की जेब पर भी साफ दिखाई देगा। सीधी बात यह है कि सिगरेट और पान मसाला महंगे होंगे। कंपनियों का टैक्स बढ़ेगा, उत्पादन महंगा होगा और आखिरकार यह कीमतें ग्राहकों तक बढ़कर पहुंचेंगी।


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