मिल गई 90%+ लाने वाले स्टूडेंट्स की Study Tips, इग्नोर करने की मत करना गलती

Board Exam Preparation आसान बनाएं इन 5 scientifically proven study tips के साथ। जानें बिना रट्टा लगाए पढ़ाई कैसे करें, पढ़ा हुआ लंबे समय तक कैसे याद रखें, फोकस और concentration कैसे बढ़ाएं और exam में अच्छे marks कैसे लाएं।

Board Exam Study Tips for Students
बोर्ड एग्जाम की तैयारी कैसे करें
locationभारत
userअसमीना
calendar17 Dec 2025 03:24 PM
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बोर्ड एग्जाम के लिए बस दो महीने की बचे हैं। ज्यादातर छात्रों के मन में बोर्ड एग्जाम का नाम सुनते ही तनाव, घबराहट और दिमागी थकान शुरू हो जाती है। कई छात्र दिन-रात किताबों में डूबे रहते हैं, नोट्स पढ़ते हैं, हाइलाइट करते हैं, बार-बार लिखते हैं लेकिन जब एग्जाम हॉल में सवाल सामने आता है तो ऐसा लगता है जैसे दिमाग ने सब कुछ डिलीट कर दिया हो। अगर आपके साथ भी ऐसा ही होता है तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप ऐसे अकेले नहीं हैं। लाखों छात्र इसी समस्या से जूझते हैं और इसकी सबसे बड़ी वजह है गलत पढ़ाई का तरीका।

पढ़ाई करने का सही तरीका

असल में समस्या पढ़ने में नहीं बल्कि पढ़ने के तरीके में होती है। सिर्फ किताबें घूरते रहने से दिमाग एक्टिव नहीं होता और जानकारी लंबे समय तक याद नहीं रहती। अच्छी बात यह है कि कुछ साइंटिफिकली प्रूव्ड स्टडी तकनीकें अपनाकर आप बिना ऑल-नाइट पढ़ाई किए भी बेहतर याददाश्त बना सकते हैं और अच्छे नंबर हासिल कर सकते हैं। सही स्टडी स्ट्रेटजी न केवल आपकी मेमोरी को मजबूत बनाती है बल्कि एग्जाम के दौरान सवालों को जल्दी और सही तरीके से याद करने में भी मदद करती है।

एक्टिव रिकॉल है सबसे बढ़िया तरीका

सबसे पहली और सबसे असरदार तकनीक है एक्टिव रिकॉल। ज्यादातर छात्र सिर्फ नोट्स पढ़ते रहते हैं लेकिन यह तरीका ज्यादा कारगर नहीं होता। एक्टिव रिकॉल में आपको किताब बंद करके खुद से सवाल पूछने होते हैं। आप जो पढ़ चुके हैं उसे अपने शब्दों में याद करने की कोशिश करें। मान लीजिए आप किसी दोस्त को पढ़ा रहे हैं या खुद को समझा रहे हैं। ऐसा करने से दिमाग पर दबाव पड़ता है और याददाश्त मजबूत होती है। फ्लैशकार्ड बनाना, याद करके उत्तर लिखना या खुद का छोटा सा टेस्ट लेना इस तकनीक को और प्रभावी बना देता है।

दूसरों को पढ़ाएं

दूसरा बेहद कारगर तरीका है किसी को पढ़ाकर समझाना। आपने अक्सर देखा होगा कि जब आप किसी टॉपिक को किसी और को समझाते हैं तो वह चीज आपको ज्यादा अच्छे से याद हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पढ़ाते समय आपका दिमाग जानकारी को व्यवस्थित करता है और कमजोर हिस्सों को खुद-ब-खुद पहचान लेता है। अगर आपके पास कोई स्टडी पार्टनर नहीं है तो भी चिंता की बात नहीं है। आप खुद से जोर से बोलकर पढ़ सकते हैं, मोबाइल में अपनी आवाज रिकॉर्ड कर सकते हैं या यहां तक कि अपने पालतू जानवर को भी पढ़ा सकते हैं। यह तरीका मुश्किल विषयों को भी आसान बना देता है।

मेमोरी ट्रिक्स और मेमोनिक्स का इस्तेमाल

तीसरी स्टडी ट्रिक है मेमोरी ट्रिक्स और मेमोनिक्स का इस्तेमाल। दिमाग मजेदार और रंगीन चीजों को जल्दी याद रखता है। कठिन जानकारी को याद रखने के लिए छोटे-छोटे शब्द, लाइन या कहानी बना लें। जैसे ग्रहों के नाम याद रखने के लिए “My Very Educated Mother Just Served Us Nachos”। ऐसे मजेदार वाक्य दिमाग में लंबे समय तक रहते हैं। रंगीन पेन, डायग्राम, चार्ट और छोटे स्केच बनाकर पढ़ाई करने से याददाश्त और मजबूत हो जाती है।

प्रीवियस क्वेश्चन पेपर्स से प्रैक्टिस करें

चौथा जरूरी तरीका है पिछले सालों के प्रश्न पत्रों से प्रैक्टिस करना। शिक्षक पुराने पेपर यूं ही नहीं देते बल्कि इसलिए देते हैं ताकि छात्रों को असली परीक्षा का अनुभव मिल सके। पुराने सवाल हल करने से यह समझ में आता है कि कौन-से टॉपिक ज्यादा जरूरी हैं और आपकी तैयारी में कहां कमी है। अगर किसी सवाल में गलती हो जाए तो उसे नजरअंदाज न करें। गलती को समझें, कारण जानें और दोबारा नोट करें। यह अभ्यास न सिर्फ आपकी तैयारी मजबूत करता है बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाता है।

ब्रेक और नींद भी जरूरी

पांचवां और सबसे जरूरी पॉइंट है ब्रेक और नींद। कोई भी स्टडी टिप नींद का विकल्प नहीं हो सकती। दिमाग सोते समय पढ़ी हुई जानकारी को व्यवस्थित करता है और याददाश्त मजबूत बनाता है। लगातार रात-भर जागकर पढ़ाई करने से मेमोरी कमजोर हो सकती है। हर छात्र को रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। इसके साथ-साथ पोमोडोरो टेक्निक अपनाना भी फायदेमंद होता है जिसमें 25 से 30 मिनट पढ़ाई और फिर 5 मिनट का ब्रेक लिया जाता है। इन छोटे ब्रेक में हल्की स्ट्रेचिंग करें, थोड़ा चलें-फिरें या पानी पिएं ताकि दिमाग फिर से फ्रेश हो जाए।

अगर आप इन स्मार्ट स्टडी टिप्स को सही तरीके से अपनाते हैं तो बोर्ड एग्जाम की तैयारी न सिर्फ आसान हो जाएगी बल्कि पढ़ाई का डर भी धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। याद रखें मेहनत से ज्यादा जरूरी है सही दिशा में मेहनत करना। सही तकनीक, सही प्लान और थोड़े धैर्य के साथ आप बिना तनाव के एग्जाम में शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं।

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सर्दियों में कैसे करें पौधों की देखभाल? आज ही अपनाएं 5 आसान टिप्स

सर्दियों में पौधों को मुरझाने से बचाने के आसान तरीके जानें। सही समय पर पानी, पर्याप्त धूप, हल्की गुड़ाई और संतुलित खाद देकर अपने पौधों को हरा-भरा और स्वस्थ बनाए रखें। सर्दियों में पौधों की देखभाल के ये टिप्स तुरंत अपनाएं।

Plant Care Tips
सर्दियों में पौधों का ख्याल कैसे रखें
locationभारत
userअसमीना
calendar16 Dec 2025 05:11 PM
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सर्दियों का मौसम अपने साथ ठंड और ठंडी मिट्टी लेकर आता है जो हमारे प्यारे पौधों के लिए चुनौती बन जाती है। अक्सर देखा जाता है कि इस मौसम में पौधे मुरझाने लगते हैं, पत्तियां पीली पड़ जाती हैं और जड़ें कमजोर हो जाती हैं। इसकी वजह है ठंडी मिट्टी में सुस्त जड़ें और पौधों की पोषण ग्रहण क्षमता में कमी। कई लोग सर्दियों में पौधों की देखभाल भूल जाते हैं या पानी, धूप और खाद के सही संतुलन का ध्यान नहीं रखते। यह गलती पौधों के लिए हानिकारक हो सकती है और उन्हें जल्दी नुकसान पहुंचा सकती है।

सर्दियों में कैसे करें पौधों की देखभाल?

सर्दियों में पौधों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए सबसे पहला कदम है पानी देना। ध्यान रखें कि ठंडी मिट्टी में असमय पानी देने से जड़ें सहन नहीं कर पातीं। इसलिए सुबह के समय, जब धूप हल्की हो और तापमान संतुलित हो तो ही पानी दें। शाम या रात में पानी देने से बचें क्योंकि यह जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है।

पौधों को धूप दिखाना बेहद जरूरी

सर्दियों में धूप पौधों की ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत है। इसलिए रोजाना कम से कम तीन से चार घंटे सूरज की रोशनी देना बेहद जरूरी है। खासकर इंडोर पौधों को सप्ताह में दो से तीन दिन धूप दिखाना चाहिए। पर्याप्त धूप न मिलने पर पत्तियां पीली होने लगती हैं और पौधों में फंगस या अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

ज्यादा खाद देना हानिकारक

पौधों को खाद देना भी सर्दियों में संतुलित होना चाहिए। इस मौसम में पौधों की ग्रोथ धीमी होती है इसलिए जरूरत से ज्यादा खाद देना हानिकारक हो सकता है। अत्यधिक खाद जड़ों को जला सकती है और पत्तियां पीली पड़ सकती हैं। 30-40 दिन में हल्की मात्रा में खाद देना पर्याप्त है।

मिट्टी की स्थिति पर ध्यान देना जरूरी

मिट्टी की स्थिति पर भी ध्यान देना जरूरी है। सर्दियों में मिट्टी अक्सर सख्त हो जाती है और जड़ें ऑक्सीजन की कमी से कमजोर पड़ जाती हैं। हर 10–15 दिन में हल्की गुड़ाई करना चाहिए ताकि मिट्टी मुलायम रहे और पानी और हवा जड़ों तक सही से पहुंच सके। वहीं, गीली मिट्टी में पानी देने से बचें क्योंकि यह जड़ों के सड़ने का कारण बन सकता है। हमेशा यह सुनिश्चित करें कि ऊपरी 1-2 इंच मिट्टी सूखी हो तभी पानी दें।

बार-बार जगह बदलने से बचें

पौधों की जगह बार-बार बदलना भी सर्दियों में उनके लिए ठीक नहीं है। तापमान और धूप के अचानक बदलाव से पौधों की जड़ें परेशान हो सकती हैं। इसलिए उन्हें स्थिर जगह पर रखें और धूप या अंदर-बाहर करने के लिए केवल आवश्यक समय ही मूव करें।

कटिंग करना बेहद जरूरी

पौधों की समय पर कटिंग करना भी बेहद जरूरी है। पौधों की टहनियों को मजबूत बनाए रखने और पुराने सूखे पत्तों को हटाने के लिए नियमित कटिंग करें। इससे पौधे स्वस्थ और हरे-भरे बने रहते हैं और सर्दियों की ठंड में भी उनका विकास धीरे-धीरे जारी रहता है।

सर्दियों में पौधों की देखभाल थोड़ी चुनौतीपूर्ण जरूर है लेकिन सही समय पर पानी, पर्याप्त धूप, संतुलित खाद और हल्की गुड़ाई जैसी सावधानियों को अपनाकर आप अपने पौधों को इस मौसम में भी हरा-भरा और मजबूत रख सकते हैं। बस प्यार और ध्यान की थोड़ी सी जरूरत होती है और आपका पौधा भी आपके इस प्यार का जवाब हरे-भरे पत्तों और ताजगी से देगा।

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Lifestyle Hack : ये बात आपसे कोई नहीं करेगा शेयर, आज जान लें

अगर आप भी अपनी लाइफ हेल्दी बनाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। इस आर्टिकल में हम आपको स्टेप-बाय-स्टेप बताएंगे कि आप अपनी बोरिंग सी लाइफ को संवारकर कैसे बेहतरीन बना सकते हैं। चलिए जानते हैं ऐसे 10 आसाना और असरदार Daily Healthy Habits जो आपकी जिंदगी को हेल्दी, खुशहाल और बेहतर बना सकती हैं।

Healthy Habits
हेल्दी लाइफस्टाइल कैसे बनाएं
locationभारत
userअसमीना
calendar12 Dec 2025 03:43 PM
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आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग अपनी सेहत को जरा सा भी तवज्जो नहीं देते हैं। तेज रफ्तार से दौड़ रही जिन्दगी, काम का प्रेशर, लाइफस्टाइल की गड़बड़ी, तनाव और समय की कमी होने के कारण लोग खुद का ध्यान ही नहीं रख पाते जिसके कारण 25 साल की उम्र के लोग भी 50 साल के नजर आते हैं, लेकिन अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपके लिए ऐसी आसान और असरदार Daily Healthy Habits लेकर आए हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी जिंदगी सच में बेहतर बना सकते हैं।

पानी से करें दिन की शुरुआत

सुबह उठते ही गुनगुना या सामान्य पानी पीना आपके शरीर की सफाई करता है। यह आदत मेटाबॉलिज्म को किक-स्टार्ट देती है और दिन भर की सुस्ती को कम करती है। शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और स्किन भी नेचुरली ग्लो करने लगती है।

हल्की एक्सरसाइज से दिन को एक्टिव बनाएं

हर किसी के पास जिम जाने का समय नहीं होता लेकिन 10–15 मिनट की हल्की एक्सरसाइज भी शरीर को फिट और लचीला बनाए रखने के लिए काफी है। साधारण खींच, योगा, सूर्य नमस्कार या सुबह चलने से आपका ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है और यह मूड बूस्टर की तरह काम करता है।

पौष्टिक और संतुलित नाश्ता करें

नाश्ता दिन का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है। अगर आपका नाश्ता हल्का, हेल्दी और पौष्टिक है तो आपका ध्यान ज्यादा केंद्रित रहता है और ऊर्जा भी पूरे दिन बनी रहती है। ओट्स, पोहा, अंडे, स्मूदी, सूखे मेवे और मौसमी फल बेहतरीन ऑप्शन हैं। जंक या हेवी ऑयली ब्रेकफास्ट आपकी प्रोडक्टिविटी को कम कर सकता है।

बिना स्क्रीन के करें सुबह की शुरुआत

ज्यादातर लोग सुबह उठते ही मोबाइल चेक करना शुरू कर देते हैं। जिसका सीधा असर दिमाग पर पड़ता है और आप पूरे दिन बेहद लॉ और थका हुआ फील करते हैं। इसलिए रोजाना कोशिश करें कि सुबह के पहले 30–45 मिनट फोन से दूर रहें और पानी पिएं, वॉक करें, ब्रिथिंग करें। ऐसा करने से आप काफी शांत और अच्छा महसूस करेंगे।

दिन भर खुद को रखें हाइड्रेटेड

शरीर में पानी की कमी कई समस्याओं को जन्म देती है जैसे सिरदर्द, सुस्ती, ड्राई स्किन और पाचन संबंधी समस्याएं। इसलिए आपको एक दिन में कम से कम 8–10 गिलास पानी पीना चाहिए। इससे आपकी त्वचा अंदर से हाइड्रेट होती है और आपका वजन भी काफी हद तक घट जाता है।  

खाने को चबाकर खाएं

आजकल लोग जल्दी-जल्दी खाना खाने या मोबाइल देखते हुए खाने के आदी हो गए हैं। इससे न केवल डाइजेशन पर बुरा असर पड़ता है बल्कि हम जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं। इसलिए आपको कोशिश करना है कि आप हर बाइट को चबाकर धीरे-धीरे खाएं।

रोज थोड़ा पढ़ने की आदत डालें

आजकल सोशल मीडिया के कारण पढ़ने की आदत कम होती जा रही है जबकि पढ़ना दिमाग को एक्टिव, शार्प और फॉक्सड रखता है। दिन में सिर्फ 20–30 मिनट किताब, ब्लॉग, सेल्फ हेल्प बुक या किसी इंफॉर्मेटिव कंटेंट को पढ़ने से आपका माइंडसेट बेहतर होता है और आपकी नॉलेज भी बढ़ती है।

ज्यादा टेंशन न लें

ज्यादातर लोग बिना वजह के टेंशन लेते हैं जिसका सीधा असर दिमाग और स्वास्थ्य पर पड़ता है। इसलिए आपके लिए जरूरी है कि आप मानसिक शांति बनाए रखें। इसके लिए आप रोज 10 मिनट की मेडिटेशन या डीप ब्रीदिंग कर सकते हैं। ऐसा करने से आप टेंशन को तो कंट्रोल कर सकते हैं साथ ही इमोशनली स्ट्रांग भी बनते हैं।  

अच्छी और पूरी नींद लें

आपने अक्सर अपने से बड़ों को यह कहते हुए सुना होगा कि, ‘नींद पूरी लिया करो’। जी हां आपके लिए रोजाना 7–8 घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी है क्योंकि यह आपके शरीर और दिमाग दोनों के लिए आवश्यक है। नींद की कमी से चिड़चिड़ापन, स्ट्रेस, वेट गेन और स्किन से जुड़ी कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। इसलिए कोशिश करें कि अपनी नींद पूरी करें।

अपने दिन का Gratitude Note लिखें

दिन खत्म होने पर कुछ मिनट निकालकर ये लिखें कि आज आप किन 2–3 चीजों के लिए आभारी हैं। यह आदत आपके दिमाग को पॉजिटिव बनाए रखती है, चिंता कम करती है और आपकी सोच को ग्रोथ माइंडसेट की ओर ले जाती है। ग्रिटीट्यूड छोटी आदत जरूर है लेकिन आपकी लाइफ में इसका बहुत बड़ा असर होता है।


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