कोरोना मामले बढ़ने से लोगों का आवगमन कम होता जा रहा है। लोगों ने घर से बाहर निकलना काम कर दिया है। खरीदारी के लिए भी लोगों की भीड़ नहीं दिखाई दे रही है। असल में लोगों को तीसरी लहर का डर सता रहा है जिसके कारण लोग घर से कम निकल रहे हैं। इससे बाजारों में रौनक कम है। व्यापारियों को फिर से लॉक डाउन लगने का डर सता रहा है। लोगों को आने वाले समय में कोरो ना से होने वाले वाले नुकसान का डर है। इससे पहले कोरो ना की दूसरी लहर में लोगों को कोरो ना से काफी परेशानी हुई थी। इससे बाजार में मंदी का दौर शुरू हो गया था। सड़कों पर लॉकडाउन लगने से सन्नाटा छा गया था। जब लॉकडाउन यूपी में हटाया गया तो लोगों को दुबारा सुधार आने की उम्मीद थी। इसी सुधार में इजाफा कर हुए प्रदेश में सरकार ने लॉकडाउन हटा दिया था जिससे सबकुछ पहले जैसा होना शुरू हो गया था। लोगों ने मास्क लगाकर बाहर घूमना शुरू कर दिया था। कोरो ना की तीसरी लहर के डर ने लोगों के दिल में आशंका भर दी है।
अब लोगो को कोरो से होने वाले लॉकडाउन भी लगने की अपेक्षा लग रही है। इससे हर कोई प्रभावित हुआ था। सबसे ज्यादा व्यापारियों को नुकसान हुआ था। उनके बिजनेस में काफी अधिक नुकसान हुआ जिससे उनको उभरने में काफी समय लगेगा। इसके लिए थोड़ा समय लग सकता है जिसके बाद स्थिति में अच्छे तरह बदलाव आएगा। दुकानदारों को बिक्री में इज़ाफे होजे की पूरी उम्मीद है। आने वाले समय में देखना होगा कि बदलाव से लोगों को कितना फायदा होता है। सिविल लाइन्स में शॉप लगाने वाले ल्ग्नू का कहना है कि लोगों के आवगमन में काफी कमी आई है। अब लोगों को आने वाले समय में स्थिति बेहतर होने के अलावा सबकुछ पहला जैसा सामान्य होने की अपेक्षा है। वहीं दूसरी ओर कोरोना की तीसरी लहर का भी दर सता रहा है जिससे काफी नुकसान हो सकता है।
Advertisement