Free Mobile Yojna Rajasthan: राजस्थान में गहलोत सरकार की फ्री मोबाइल योजना की खुली पोल खुल गई है । राजस्थान के टोंक जिले में निशुल्क स्मार्टफोन वितरण योजना के तहत बांटे गए मोबाइ फोन यहां के लोगों के लिए खिलौना बनकर रह गए हैं क्योंकि इन मोबाइलों में जिस सिम को लगाकर महिलाओं को दिया गया है उनमें टावर ही नहीं आते विधानसभा चुनाव में महिला मतदाताओं को वाह वाही लूटने के लिए निशुल्क स्मार्टफोन वितरण की योजना की सरकार ने शुरुआत की थी लेकिन राजस्थान के टोंक में अब इस तरह के बांटे गए स्मार्टफोन बेकार बनकर रह गए हैं।
मोबाइल में नहीं आ रहा टावर
कारण है बीते 15 दिन से मोबाइल में जिस सिम को लगाकर महिलाओं को दिया गया था उस कंपनी VI की सिम में टावर में नहीं आ रहे हैं । सिम के टावर ही नहीं आ रहे हैं ऐसे में महिलाओं ने इन स्मार्टफोन को बेकार बताया है। इसे लेकर महिलाओं में गुस्सा भी है उन्होंने उनका कहना है कि जब मोबाइल में टावर ही नहीं आता तो ऐसे मोबाइल का क्या फायदा। बीते 15 दिनों से मोबाइल में टावर नहीं आ रहा है। गहलोत सरकार की ओर से इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना की शुरुआत हुई थी जिसके तहत राज्य के विभिन्न हिस्सों में कैंप लगाकर महिलाओं को स्मार्टफोन वितरण किया गया था लेकिन टोंक से लेकर पीपलू कस्बे में दिए गए मोबाइल में टावर ही नहीं आ रहे हैं जिस वजह से यहां की महिलाएं परेशान है।
खिलौना बने मोबाइल ! Free Mobile Yojna Rajasthan:
महिलाओं को VI ऑपरेटर का सिम दिया गया था जिसमें 9 महीने की कॉलिंग की फ्री सुविधा थी . बताया जा रहा है कि टावर के लिए लीज़ 8 महीने पहले ही समाप्त हो गई थी और मोबाइल कंपनी की ओर से किराए का भुगतान भी नहीं किया जा रहा इसके चलते टावर की बिजली कनेक्शन और फाइबर लाइन काट दी गई है जिससे गांव में इस सिम वाले मोबाइल फोन भी ठप्प हैं। अब महिलाओं का यह कहना है कि ऐसे मोबाइल का क्या फायदा जो बंद पड़े हैं उन्हें इस सुविधा का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है।
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