International News : नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा ने नागरिकों से 20 नवंबर के मतदान को सफल बनाने की अपील की

Deuba 1 final
Prime Minister of Nepal Deuba appealed to the citizens to make the November 20 polling a success
locationभारत
userचेतना मंच
calendar18 NOV 2022 05:04 PM
bookmark
Kathmandu : काठमांडू। चुनावों को लोकतांत्रिक प्रणाली की आत्मा बताते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने रविवार को होने वाले संसदीय तथा प्रांतीय चुनाव को सफल बनाने की मतदाताओं से अपील की है। नेपाल में संसद और प्रांतीय विधानसभाओं के लिए मतदान एक चरण में 20 नवंबर को होगा। देश के सात प्रांतों में 1.79 करोड़ से अधिक मतदाता हैं। संघीय संसद के कुल 275 सदस्यों में 165 का चुनाव प्रत्यक्ष मतदान से और बाकी 110 का आनुपातिक पद्धति से होगा। इसी तरह प्रांतीय विधानसभाओं के कुल 550 सदस्यों में 330 का चुनाव प्रत्यक्ष मतदान से और शेष 220 का आनुपातिक पद्धति से होगा। देउबा ने मतदान से पहले बृहस्पतिवार को प्रसारित एक वीडियो संदेश में जनता को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमें संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य प्रणाली को मजबूत करते हुए देश को समृद्धि के मार्ग पर आगे ले जाने की जरूरत है।’’

International News :

उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतांत्रिक प्रणाली की आत्मा है और सभी नेपाल वासियों को 20 नवंबर के ऐतिहासिक तथा प्रांतीय विधानसभा चुनावों को सफल बनाना चाहिए। देउबा (76) ने कहा, ‘‘नेपाली कांग्रेस देश में अतीत में हुए सभी सामाजिक और राजनीतिक आंदोलन में अग्रणी रही है और अब देश को समृद्धि की ओर ले जाने की जिम्मेदारी नेपाली कांग्रेस की है।’’

COP-27 जलवायु समझौते का पहला मसौदा प्रकाशित, भारत को मिली निराशा

नेपाल में पांचवीं बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाल रहे देउबा ने कहा कि उनकी सरकार युवाओं के लिए काम करेगी। सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल सीपीएन-माओवादी सेंटर के नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने 20 नवंबर के चुनाव को प्रगतिशील तथा दमनकारी ताकतों के बीच जनमत संग्रह बताया। दहल ने एक वीडियो संदेश में सभी मतदाताओं से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने और गठबंधन को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों तक जनता की पहुंच के माध्यम से नेपाल को समृद्ध बनाने और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी हमारे कंधों पर आ गयी है।’’

Dadri News दादरी के दुजाना गाँव में जुटेंगे देशभर के शूटर, लड़कियाँ भी होंगी शामिल

इस बीच, सत्तारूढ़ गठबंधन के चार प्रमुख दलों के अध्यक्षों ने मतदाताओं से आम चुनाव को राष्ट्रीय महोत्सव मानने और मतदान प्रक्रिया में भाग लेने का आह्वान किया है। उन्होंने एक संयुक्त बयान में सभी मतदाताओं से वाम-लोकतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवारों को चुनाव में विजयी बनाने की अपील की है। इन नेताओं में देउबा, दहल, सीपीएन (यूनीफाइड सोशलिस्ट) के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल तथा राष्ट्रीय जनमोर्चा के अध्यक्ष चित्र बहादुर केसी शामिल हैं।

International News :

नेताओं ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान गठबंधन के पक्ष में राष्ट्रीय स्तर पर जन समर्थन की लहर है। नेपाल के निर्वाचन आयोग ने मतदान सुगमता से संपन्न कराने के लिए अनेक कदमों की घोषणा की है जिनमें नेपाल-भारत सीमा को बंद करने, मतदान केंद्रों पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाने और हवाई गश्त शामिल हैं। निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता शालिग्राम शर्मा पौडयाल ने कहा, ‘‘चुनाव के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमाओं को पहले ही बंद कर दिया गया है और मतदान संपन्न होने के बाद उन्हें फिर खोला जाएगा।’’ उन्होंने यह भी बताया कि भारत, भूटान, बांग्लादेश और मालदीव के मुख्य निर्वाचन आयुक्त अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में यहां पहुंच रहे हैं। भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की अगुवाई में चुनाव आयोग के अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल 18 नवंबर से 22 नवंबर तक नेपाल में राजकीय मेहमान के रूप में रहेगा।
अगली खबर पढ़ें

International Student Day : जानिये क्यों ख़ास है 17 नवंबर का दिन सभी छात्रों के लिए?

Download 28 1
International Student Day
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 NOV 2022 11:28 AM
bookmark
  International Student Day : 17 नवंबर का दिन देश-विदेश के सभी छात्रों के लिए बेहद ख़ास होता है क्योंकि इस दिन को "अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस" के तौर पर पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन को ही "अंतराष्ट्रीय छात्र दिवस" के रूप में क्यों चुना गया और इससे जुड़ी हुई घटना क्या है? आइये जानते हैं "अंतराष्ट्रीय छात्र दिवस " से जुड़ी हुई सम्पूर्ण जानकारी... अंतराष्ट्रीय छात्र दिवस का इतिहास आज भले ही 17 नवंबर के दिन को देश विदेश के छात्रों के बीच बहुसंस्कृतिवाद और उत्साह के रूप में मनाया जाता है किन्तु वर्ष 1939 का यह दिन चेकोस्लोवाकिया के छात्रों के लिए किसी "काले दिन" दिन से कम नहीं था। चेकोस्लोवाकिया देश की राजधानी प्राग में उन दिनों नाजियों के खिलाफ एक प्रदर्शन चल रहा था क्योंकि देश के कई हिस्सों में तेज़ी से नाजी शासन फैलता जा रहा था। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्रों एवं अध्यापकों ने भी भाग लिया था। प्रदर्शन के दौरान हुई गोलाबारी में एक छात्र की मृत्यु हो जाने से बाकी के छात्रों और अध्यापकों में काफ़ी रोष उत्पन्न हुआ और उन्होंने अपने प्रदर्शन को आगे जारी रखा। इसका परिणाम यह हुआ कि नाजियों ने लगभग 1200 छात्रों को अपनी गिरफ्त में ले लिया और उनमें से नौ छात्रों को यातना शिविर में ले जा कर उन्हें फांसी की सजा भी दी। इस घटना के बावजूद विरोध को न रोकते हुए छात्रों ने बहादुरी से इसका सामना किया और वे अध्यापकों की सहायता से देश की सभी शिक्षण संस्थाओं को बंद करने में कामयाब हुए। यह दिन एक प्रकार से उन छात्रों की बहादुरी के सम्मान में मनाया जाता है।  

International Student Day :

किस वर्ष से "अंतराष्ट्रीय छात्र दिवस" मनाना प्रारम्भ किया गया? इस दिन को विश्व स्तर पर मनाये जाने की प्रक्रिया इस घटना के दो साल बाद यानी वर्ष 1941 में शुरु हुई। लंदन में आयोजित इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक वर्ष के नवम्बर महीने की 17 तारीख को विश्व के सभी छात्रों के सम्मान में मनाया जायेगा और इस दिन उन छात्रों के बलिदान को भी याद किया जायेगा जिन्होंने नाजियों के अत्याचारों का निर्भीकता से सामना किया। अंतराष्ट्रीय छात्र दिवस को देश-विदेश में किस प्रकार मनाया जाता है? विश्व के सभी बड़े तथा छोटे शिक्षण संस्थानों में 17 नवंबर को पूरे उत्साह के साथ ढेर सारी गतिविधियाँ करते हुए मनाया जाता है। इस दिन देश की संस्कृति से जुड़े हुए कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं एवं अंतराष्ट्रीय शिक्षण संस्थाओं में दूसरे देश की संस्कृति का सम्मान करते हुए भी कई गतिविधियाँ की जाती हैं। छात्रों को उनके अधिकारों के बारे में बताया जाता है और उन्हें उच्च शिक्षा को आसानी से प्राप्त करने के लिए बनाये गए नियमों के प्रति जागरूक भी किया जाता है। अगर आप भी एक शिक्षक हैं तो आप अपने छात्रों को किसी भी माध्यम से आज "अंतराष्ट्रीय छात्र दिवस " की शुभकामनायें दे सकते हैं और उन्हें उनके अधिकारों के बारे में भी जानकारी दे सकते हैं।
अगली खबर पढ़ें

Elon Musk- ट्विटर के मालिक एलन मस्क ने भारत से मांगी माफी, जानें वजह

Picsart 22 11 16 10 17 30 611
locationभारत
userचेतना मंच
calendar16 NOV 2022 10:43 AM
bookmark
Twitter- जब से एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर को खरीदा है एवं कार्यभार संभाला है तब से आए दिन ट्विटर को लेकर कोई न कोई खबर सुर्खियों में बनी रहती है। अब ये खबर सामने आ रही है कि ट्विटर भारत समेत अन्य कई देशों में काफी स्लो चल रहा है। ये बात खुद एलन मस्क ने कही है। ये बात मस्क ने इससे पहले 13 नवंबर को भी बोली थी। जिसके बाद ट्विटर की स्पीड को लेकर मस्क ने ट्विटर यूजर्स से माफी मांगी थी। अब फिर से मस्क ने भारत समेत कई अन्य देशों में ट्विटर की स्पीड को लेकर बयान दिया है। इसके साथ ही उन्होंने इसके पीछे की वजह को भी बताया है। एलन मस्क (Elon Musk) का कहना है कि यूजर्स को ट्विटर के होम लाइन ट्वीट्स को रिफ्रेश करने में समस्या आती है एवं रिफ्रेश करने में काफी समय लगता है। ट्विटर ने बीते मंगलवार को यह एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि, 'ट्विटर भारत, इंडोनेशिया और कई अन्य देशों में बहुत धीमा है। यह एक तथ्य है, ‘दावा’ नहीं। होमलाइन ट्वीट्स को रीफ्रेश करने के लिए 10 से 15 सेकेंड आम बात है। कभी-कभी, यह बिल्कुल काम नहीं करता है। खासकर एंड्रॉइड फोन पर एकमात्र सवाल यह है कि बैंडविड्थ / विलंबता / ऐप के कारण कितना विलंब हो रहा है।' इसके साथ ही एलन मस्क ने एक और ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने यह बताया है कि भारत में एक ट्वीट को रिफ्रेश करने में 20 सेकंड का समय लगता है, वहीं अमेरिका में उसी ट्वीट को रिफ्रेश करने में महज 2 सेकंड लगते हैं। एलन मस्क (Elon Musk) के माफी वाले ट्वीट करने के बाद, ट्विटर के पूर्व कर्मचारी सैम पुलारा ने उसका जवाब देते हुए लिखा है कि, 'असली मुद्दा यह है कि वे सर्वर साइड रेंडरियन को अनदेखा करते हैं और आपको केवल एक ट्वीट देखने के लिए टन कोड डाउनलोड करना होगा। अन्य देशों में ट्विटर के धीमा होने का कारण राउंड ट्रिप और शुरुआती डाउनलोड है। इसमें बैकएंड उतना योगदान नहीं दे रहा है।' वहीं दूसरी ओर अगर ट्विटर की स्पीड को बढ़ाना है तो हमें सर्वर कंट्रोल टीम के आंकड़े पर भी ध्यान देना होगा। सर्वर कंट्रोल टीम के अनुसार अगर बात करें तो माइक्रो सर्विसेज की लगभग 1200 सर्वर साइट हैं। इनमें से ट्विटर के लिए 40 बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसीलिए ट्विटर की स्पीड में बढ़ोतरी करने के लिए इस 1200 के आंकड़े को कम करना होगा एवं डेटा का जो कंसम्पशन है उसे भी कम करना होगा। साथ ही एप को थोड़ा और फ्रेंडली और आसान बनाना होगा।
Twitter और Facebook के बाद अब Amazon में होगी वर्कर्स की छंटनी