World Food Day 2023- हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस (वर्ल्ड फूड डे) के रूप में मनाया जाता है। FAO यानी संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संस्थान की स्थापना 1945 में की गई थी। इसकी स्थापना 16 अक्टूबर को ही गयी थी। इसीलिए हर साल इसकी वर्षगांठ के दिन विश्व खाद्य दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इसको मानने का उद्देश्य यही है कि विश्व भर से भूख को मिटाया जा सके। इस दिन उन लोगों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है जो लोग भुखमरी का शिकार हुए हैं। ये खास दिन संयुक्त राष्ट्र में शामिल जितने भी देश उनके द्वारा मनाया जाता है। भारत भी संयुक्त राष्ट्र का सदस्य देश है। इसीलिए भारत में भी ये दिन काफी महत्व रखता है।
विश्व खाद्य दिवस का इतिहास
वर्ल्ड फूड डे पहली बार 1979 में मनाया गया था। ये उस समय नवंबर में मनाया गया था। इस दिवस को मनाने का सुझाव हंगरी के पूर्व कृषि एवं खाद्य मंत्री डॉ. पाल रोमानी के द्वारा दिया गया था। बस इसी के बाद से ये संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के द्वारा मनाया जाने लगा। हालांकि कई बार जब हम इसका इतिहास खंगोलना शुरू करते हैं तो ये भी सामने आता है कि इसको पहली बार 1981 में मनाया गया था। 1981 में कृषि संगठन और संयुक्त राष्ट्र के महासम्मेलन में इस दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा गया था। बस तभी से इसको मनाया जाने लगा।
विश्व खाद्य दिवस (वर्ल्ड फूड डे) का महत्व
इसका बहुत महत्व है। इस दिन को मनाने के पीछे का कारण है लोगों में भुखमरी के लिए जागरूकता पैदा करना। लोगों को ऐसे लोगों के बारे में जागरूक करना जिन्हें दो वक्त की रोटी भी बड़ी मुश्किल से मिल पाती है। आज भुखमरी और कुपोषण हर देश की बहुत बड़ी समस्या बना हुआ है। ऐसे में ये बहुत अहम हो जाता है कि लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाए। इसीलिए दुनियाभर से भूख को खत्म करने और भूख को मिटाने की दृष्टि से हर साल विश्व खाद्य दिवस (वर्ल्ड फूड डे) मनाया जाता है।
World Food Day 2023 Theme : विश्व खाद्य दिवस 2023 की थीम:
वर्ल्ड फूड डे मनाने के लिए प्रतिवर्ष एक थीम निर्धारित की जाती है। साल 2023 के लिए जो थीम निर्धारित की गई है वो है -“Water is life, Water is Food. Leave no One Behind” इसका अर्थ है – “जल ही जीवन है, जल ही भोजन है, किसी को भी पीछे ना छोड़े।”