Thursday, 10 April 2025

वक्फ विधेयक 2024 पारित, प्रियंका-राहुल की अनुपस्थिति पर सवाल

Priyanka Gandhi : संसद ने हाल ही में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को पारित किया, जिसके बाद विपक्षी दलों में…

वक्फ विधेयक 2024 पारित, प्रियंका-राहुल की अनुपस्थिति पर सवाल

Priyanka Gandhi : संसद ने हाल ही में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को पारित किया, जिसके बाद विपक्षी दलों में नाराजगी फैल गई। कांग्रेस ने इसे असंवैधानिक बताते हुए इस विधेयक का विरोध किया, जबकि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की संसद में अनुपस्थिति और राहुल गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए गए हैं। इस विधेयक को पारित करने के बाद विपक्षी गठबंधन ने सरकार के खिलाफ अपना संयुक्त विरोध दर्ज किया है, जिससे भारतीय राजनीति में एक नई बहस शुरू हो गई है।

प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की अनुपस्थिति पर नाराजगी

वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर बहस के दौरान प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की अनुपस्थिति को लेकर इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और केरल के मुखपत्र सुप्रभातम ने आलोचना की। इनका कहना था कि जब बीजेपी इस विधेयक को पारित करने की कोशिश कर रही थी, तब प्रियंका गांधी कहां थीं? सुप्रभातम ने प्रियंका (Priyanka Gandhi) की अनुपस्थिति को “काला धब्बा” बताया और यह सवाल उठाया कि वे इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चुप क्यों रहीं। प्रियंका गांधी का यह आचरण मुस्लिम समुदाय के लिए एक बड़ा सवाल बन गया है, क्योंकि यह विधेयक उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है, ऐसा माना जा रहा है।

राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की चुप्पी पर सवाल

प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के अलावा, राहुल गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठे हैं। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग और अन्य विपक्षी दलों ने सवाल किया कि राहुल गांधी ने इस विधेयक पर अपना पक्ष क्यों नहीं रखा, जबकि वे इस विधेयक को देश की एकता के लिए खतरा मानते हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि राहुल गांधी को इस मुद्दे पर खुलकर बोलना चाहिए था, लेकिन उनकी चुप्पी ने कई लोगों को चौंका दिया। इस मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी के अंदर भी चर्चा शुरू हो गई है कि क्या राहुल गांधी को इस तरह की चुप्पी से बचना चाहिए था।

विधेयक का उद्देश्य और विपक्ष का विरोध

वक्फ संशोधन विधेयक 2024 का उद्देश्य 1995 के अधिनियम में संशोधन करना है ताकि वक्फ संपत्तियों के प्रशासन और प्रबंधन में सुधार किया जा सके। यह विधेयक वक्फ बोर्डों की कार्यकुशलता को बढ़ाने, पंजीकरण प्रक्रिया में सुधार करने और वक्फ रिकॉर्ड के प्रबंधन में प्रौद्योगिकी की भूमिका को बढ़ाने का प्रस्ताव करता है। हालांकि, विपक्षी दलों का मानना है कि यह विधेयक असंवैधानिक है और मुसलमानों के अधिकारों को प्रभावित करता है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इसे सरकार की तानाशाही के रूप में देखा और विरोध किया।

इस विधेयक को पारित करते हुए सरकार ने एक ओर महत्वपूर्ण कदम उठाया, लेकिन विपक्ष इसे मुस्लिम समुदाय के अधिकारों का उल्लंघन मानता है। इसके बावजूद, संसद में इसके पारित होने के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।Priyanka Gandhi :

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