New Delhi : नई दिल्ली। लगभग छह महीने बाद किसान और सरकार एक बार फिर आमने-सामने हैं। किसान सरकार की वादाखिलाफी से सख्त नाराज हैं। दो दिन पहले लखीमपुर खीरी में 75 घंटे के धरने के बाद आज यानि सोमवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर पंचायत करने का ऐलान किया है। पुलिस की तमाम चौकसी के बावजूद बड़ी संख्या में किसान जंतर-मंतर तक पहुंच गए हैं, लेकिन बार्डर पर किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए हैं। इसलिए प्रदर्शन के लिए आ रहे किसानों ने बैरिकेडिंग गिरा दी। पुलिस ने इसके बाद कई किसानों को हिरासत में ले लिया है। गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसान धरने पर बैठ गए हैं। पुलिस किसानों के साथ बातचीत कर रही है। उधर, भाकियू नेता राकेश टिकैत को हिरासत में लेकर वापस भेज दिया गया है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह से ही हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश के किसानों ने महापंचायत में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचना शुरू कर दिया था। हालांकि किसानों को इस महापंचायत के लिए मंजूरी नहीं मिली है। दिल्ली पुलिस ने टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर सीमेंटेड बैरिकेड्स लगा दिए हैं। वहां चेकिंग के बाद ही एंट्री दी जा रही है। प्रदर्शन को देखते हुए राजधानी में धारा-144 लगा दी गई है।
किसानों ने दिल्ली जाने के लिए पंजाब की ओर से आने वाली ट्रेनों का इस्तेमाल किया और बहादुरगढ़ स्टेशन पर खड़ी पुलिस के सामने ही जयकारे लगाते हुए दिल्ली आए, जहां से वे सीधे बंगला साहिब गुरुद्वारे पहुंचे। यहां पहुंचे किसान पुराने परिचितों से मिलकर मेट्रो और बसों के जरिए दिल्ली में चले गए। किसानों का कहना है कि वे दिल्ली बॉर्डर पर पक्के मोर्चा लगाने नहीं आए हैं। अभी केवल एक दिन के प्रदर्शन के लिए आए हैं, ताकि सरकार को चेताया जा सके। सरकार ने पहले की तरह से जिद की तो फिर से बोरिया बिस्तर लेकर दिल्ली में धरना शुरू करने से पीछे नहीं हटेंगे।
बेरोजगारी को लेकर जंतर-मंतर पर चल रहे आंदोलन में भाग लेने दिल्ली जा रहे भाकियू नेता राकेश टिकैत व कुछ कार्यकर्ताओं को गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें दिल्ली के मधु विहार थाने ले जाया गया। बाद में उन्हें पुलिस ने वापस गाजीपुर बॉर्डर पर ले जाकर छोड़ दिया। टिकैत ने कहा, ‘क्या दिल्ली में किसानों का प्रवेश बैन है? क्या कोई हरा गमछा और चद्दर ओढ़कर दिल्ली में नहीं जा सकता? केंद्र सरकार के इशारों पर काम करने वाली दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती। यह संघर्ष आखिरी सांस तक चलता रहेगा। हम रुकेंगे नहीं, हम थकेंगे नहीं, हम झुकेंगे नहीं।’ हिरासत से छूटने के बाद टिकैत ने कहा कि वह यूपी आ रहे हैं। सोमवार को दिल्ली में कार्यक्रम होगा।