KPSC Exam News: कर्नाटक लोक सेवा आयोग को लेकर एक खबर सामने आई है जिसमें एक समुदाय के छात्राओं के ‘मंगलसूत्र’ उतार कर परीक्षा में बैठने की इजाजत दी गई है। यही नहीं परीक्षा में शामिल होने वाली दूसरी समुदाय के छात्रों की भी चेकिंग की गई जो हिजाब पहनी हुई थी और आरोप है कि उन्हें जाने दिया गया है।
बता दें कि आयोग ने यह फैसला तब लिया है जब परीक्षा में कुछ छात्रों को नकल करते हुए पकड़ा गया है। हालांकि छात्राओं के ‘मंगलसूत्र’ उतारने वाले मामले को लेकर राज्य की विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इसका विरोध किया है और आयोग के इस कदम को एक तरफा करार दिया है।
क्या है पूरा मामला
आयोग द्वारा आयोजित एक परीक्षा में छात्राओं से उनके ‘मंगलसूत्र’ को निकाल कर परीक्षा हॉल में प्रवेश करने को कहा गया है। यही नहीं आरोप यह भी है कि एक समुदाय की महिलाओं द्वारा पहने जाने वाले चैन, कान की बालियां और पैर की अंगूठियों को भी परीक्षा में शामिल होने से पहले उसे निकलवाया गया है।
छात्राओं में से एक छात्रा ने यह भी कहा है कि परीक्षा में शामिल होने वालों में दूसरे समुदाय से कुछ अन्य छात्राएं भी थी जो हिजाब पहनी हुई थी, उन्हें चेक करने के बाद परीक्षा हॉल में जाने दिया गया लेकिन उन्हें रोक दिया गया था। आयोग द्वारा उठाए गए इस कदम का जमकर विरोध भी हुआ है।
नकल को रोकने के लिए आयोग ने उठाया यह कदम
घटना का विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक बसनगौड़ा यतनाल ने इस पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने सवाल पूछते हुए यह कहा है कि क्या इस तरह के नियम “केवल हिंदुओं के लिए” ही है। उधर आयोग द्वारा की गई इस सख्ती के पीछे यह कारण बताया जा रहा है कि पिछले कुछ परीक्षाओं में उम्मीदवारों ने नकल की थी। उन्हें परीक्षा हॉल में ब्लूटूथ डिवाइस को इस्तेमाल करते हुए पकड़ा गया था।
गौर करने वाली बात यह है कि कर्नाटक लोक सेवा आयोग यह परीक्षा करवाती है जिसमें पास होने वाले उम्मीदवार विभिन्न बोर्डों और निगमों के पदों पर नियुक्त किए जाते है।