KERLA NEWS: तिरुवनंतपुरम। केरल में पांच साल पहले युवा कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या के आरोपी द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट ने सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) को कटघरे में खड़ा कर दिया है। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को सत्तारूढ़ दल पर हमला करते हुए पूरे प्रकरण की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की।
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कन्नूर में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता एस.पी.सुहैब की वर्ष 2018 में हुई हत्या के मुख्य आरोपी आकाश थिल्लेनकेरी ने बुधवार को फेसबुक पोस्ट में आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ माकपा के कन्नूर में मौजूद स्थानीय नेतृत्व ने उसे यह अपराध करने का निर्देश दिया था।
यह स्तब्ध करने वाला खुलासा थिल्लेनकेरी ने कन्नूर के मत्तानूर में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया के स्थानीय नेता के पोस्ट का जवाब देते हुए किया। फेसबुक पोस्ट में थिल्लेनकेरी ने दावा किया कि इदयान्नूर के पार्टी नेताओं ने उसे और उसके गिरोह को अपराध करने का निर्देश दिया था। उसने कहा कि अगर उसने मुंह खोल दिया तो वे (माकपा नेता) मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगे।
आरोपी ने यह भी आरोप लगाया कि जिन लोगों ने हत्या का आदेश दिया था उन्हें पार्टी द्वारा संचालित कई सहकारी निकायों में नौकरी मिली है जबकि उन्हें गरीबी में धकेल दिया गया और उपेक्षित रवैये की वजह से वे सोना तस्करी जैसे अपराध में संलिप्त हुए।
गौरतलब है कि फेसबुक पोस्ट के माध्यम से पिछले कुछ समय से डीवाईएफआई नेताओं और थिल्लेनकेरी समर्थकों के बीच कुछ स्थानीय मुद्दों को लेकर जुबानी जंग चल रही है। सुहैब की हत्या को लेकर थिल्लेनकेरी द्वारा किए गए खुलासे से राजनीति पारा चढ़ गया है। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को पांच साल पहले हुई हत्या के इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन ने कहा कि माकपा ‘आंतकवादी संगठन’ और माफिया गिरोह में तब्दील हो गई है और उसकी पार्टी के शासन में आपराधिक गिरोह फल-फूल रहे हैं। उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि केरल का समाज सबसे बड़े खतरे का सामना कर रहा है।
उन्होंने कहा, अब स्पष्ट हो गया है कि माकपा क्यों सुहैब हत्याकांड की सीबीआई जांच का विरोध कर रही थी। आम आदमी के कर के पैसे पर सरकार ने सीबीआई जांच का विरोध करने के लिए उच्चतम न्यायालय में शीर्ष वकीलों की सेवाएं लीं। सतीशन ने कहा कि अगर जांच की गई तो मार्क्सवादी पार्टी के कई नेता पकड़े जाएंगे और इसलिए सीबीआई जांच अपरिहार्य है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला और के मुरलीधरन ने भी वाम सरकार पर कड़ा प्रहार किया और मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग की। कन्नूर में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व ने भी अपने माकपा समकक्ष से मांग की कि वह आरोपी के सनसनीखेज खुलासे के बाद राज्य सरकार से सीबीआई जांच कराने की मांग करे।
हालांकि, माकपा के कन्नूर जिला सचिव एम वी जयराजन ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पार्टी का युवा कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या से कोई लेना देना नहीं है और न ही किसी अपराधी को उनकी ओर से मदद की गई। उन्होंने इस खुलासे के बाद पुलिस से थिल्लेनकेरी के खिलाफ जांच शुरू करने की मांग की। गौरतलब है कि सुहैब की 12 फरवरी 2018 को कन्नूर के मत्तानूर में एक गिरोह ने हत्या कर दी थी।