इंडिगो संकट के बीच बड़ा सवाल, एयरलाइन खोलने में कितना खर्च आता है?

इंडिगो के हालिया संकट ने भले ही एयरलाइन उद्योग पर सवाल खड़े किए हों, लेकिन एक एयरलाइन शुरू करना अभी भी भारत में एक उच्च निवेश वाला, हाई-रिस्क लेकिन हाई-डिमांड बिजनेस है। लाइसेंस से लेकर विमान संचालन तक हर चरण में बड़े निवेश और सख्त नियमों का पालन जरूरी होता है।

Airline Business
भारत में एयरलाइन बिजनेस (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar06 Dec 2025 06:47 PM
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इंडिगो में ऑपरेशनल संकट गहराता जा रहा है। 5 दिसंबर को जहां इंडिगो की लगभग 1000 उड़ानें कैंसिल करनी पड़ीं, वहीं बीते चार दिनों में 1700 से अधिक फ्लाइटें रद्द हो चुकी हैं। स्टाफ की कमी और तकनीकी प्रबंधन की दिक्कतों के चलते दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, इंदौर, जयपुर, कोच्चि और तिरुवनंतपुरम जैसे बड़े शहरों में सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं। कंपनी के मुताबिक 6 दिसंबर को भी करीब 1000 उड़ानें रद्द हो सकती हैं। इस संकट ने लोगों के मन में एक सवाल जरूर खड़ा कर दिया है—अगर कोई अपनी एयरलाइन शुरू करना चाहे, तो कितना खर्च आएगा और प्रक्रिया क्या है?

भारत में एयरलाइन शुरू करने में कितना आता है खर्च?

एविएशन सेक्टर दुनिया के सबसे महंगे व्यवसायों में गिना जाता है। एयरलाइन शुरू करने के लिए शुरुआती निवेश 500 करोड़ से लेकर 1500 करोड़ रुपये या इससे भी अधिक हो सकता है। यह लागत कई कारणों पर निर्भर करती है—फ्लीट साइज, बिजनेस मॉडल, रूट नेटवर्क, टेक्निकल सेटअप और स्टाफिंग। भारत का एविएशन इंडस्ट्री दुनिया का नौवां सबसे बड़ा क्षेत्र है और यह सालाना जीडीपी में 18.32 लाख करोड़ रुपये से अधिक का योगदान देता है। इतनी बड़ी इंडस्ट्री में प्रवेश करना आसान नहीं है, इसलिए केवल वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियां ही एयरलाइन बिजनेस में उतर पाती हैं।

लाइसेंस और परमिशन की प्रक्रिया

भारत में एयरलाइन शुरू करने के लिए DGCA (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) से कई महत्वपूर्ण मंजूरियां लेनी होती हैं। इसमें मुख्य रूप से शामिल हैं:

  • एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC)
  • सिक्योरिटी क्लीयरेंस
  • पायलट और टेक्निकल स्टाफ की योग्यता जांच
  • सेफ्टी ऑडिट और ऑपरेशनल चेक

यह प्रक्रिया 18 महीने से लेकर 3 साल तक चल सकती है। DGCA के सख्त नियमों के चलते हर तकनीकी मांग को पूरा करना अनिवार्य होता है।

विमान खरीदने या लीज पर लेने का खर्च

एयरलाइन शुरू करने में सबसे बड़ा खर्चा विमान होता है। एक कमर्शियल हवाई जहाज की कीमत सैकड़ों करोड़ रुपये में होती है। इसी वजह से नई एयरलाइंस आमतौर पर विमान लीज पर लेती हैं। लीज पर विमान लेने की मासिक लागत बहुत अधिक होती है मेंटेनेंस, इंश्योरेंस, ग्राउंड ऑपरेशंस और टेक्निकल सपोर्ट के अलग से खर्चे और स्टाफ सैलरी, फ्यूल कॉस्ट और एयरपोर्ट स्लॉट फीस भी जुड़ती हैं। यही वजह है कि एक एयरलाइन को ऑपरेशनल बनाने में भारी पूंजी की आवश्यकता होती है।

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जाने क्या कभी बरामद हो पाएंगे लूवर से चोरी हुए ऐतिहासिक गहने?

यह घटना फ्रांस के सांस्कृतिक धरोहरों पर एक बड़ा हमला है, और जांच अभी भी जारी है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस बात का पता लगाने में लगी हैं कि चोरी कैसे इतनी आसानी से हुई और किन वस्तुओं को चुरा लिया गया। इस घटना ने विश्वभर में कला और ऐतिहासिक वस्तुओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

Louvre Museum in Paris
पेरिस के लूवर म्यूज़ियम (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar06 Dec 2025 02:59 PM
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पेरिस, फ्रांस — दुनिया के सबसे बड़े और प्रसिद्ध म्यूज़ियम, लूवर में रविवार सुबह एक असाधारण चोरी की घटना ने सभी को चौंका दिया है। इस घटना में सात मिनट के भीतर, चोरों ने कई कीमती गहने और ऐतिहासिक वस्तुएं चुरा लीं, जिनका सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व बेहद बड़ा है। 

फ़्रांस की संस्कृति मंत्री राशिदा दाती ने ट्विटर पर बताया कि यह चोरी सुबह लगभग 9:30 बजे हुई, जब म्यूज़ियम खुल रहा था। उन्होंने कहा कि मौके पर मौजूद हैं और पुलिस जांच कर रही है। बाद में उन्होंने यह भी कहा कि चोरी हुआ एक गहना घटनास्थल के पास मिला है, संभवतः गिर गया था और उसकी जांच जारी है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह कौन-सी वस्तु है।

मंत्री ने बताया कि चोरों ने 'पेशेवर तरीके' से काम किया, बिना किसी हिंसा या घबराहट के। इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। म्यूज़ियम की ओर से कहा गया है कि "विशेष कारणों" से दिनभर के लिए म्यूज़ियम बंद रहेगा, लेकिन विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।

कैसे हुई चोरी?

गृह मंत्रालय के अनुसार, स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 9:30 बजे, तीन से चार चोरों ने एक खिड़की तोड़कर अपोलो गैलरी में प्रवेश किया। यह गैलरी सीन नदी के किनारे स्थित है और इसमें फ्रांसीसी क्राउन ज्वेल्स के अवशेष रखे हैं। चोरों ने ट्रक पर लगे फोर्कलिफ्ट का इस्तेमाल कर गैलरी के अंदर पहुंचे और कीमती गहने चुरा लिए। फिर मोटरसाइकिलों पर भाग गए। जांचकर्ता अब यह पता लगाने में लगे हैं कि किन वस्तुओं को चोरी किया गया है।

क्या चोरी हुई वस्तुएं हैं?

चोरी गए वस्तुओं में फ्रांसीसी क्रांति के बाद खोए हुए और बिके गए खजाने शामिल हैं, जिनमें सम्राट नेपोलियन, उनके भतीजे नेपोलियन तृतीय और उनकी पत्नियों कीमती गहने भी हैं। सबसे अधिक मूल्यवान वस्तुएं तीन प्रसिद्ध हीरे हैं — रीजेंट, सैंसी और हॉर्टेंसिया। इनमें से कुछ गहने विश्व प्रसिद्ध हैं और उनका ऐतिहासिक महत्व भी अत्यधिक है।

लूवर का इतिहास और सुरक्षा

पेरिस का लूवर विश्व का सबसे बड़ा म्यूज़ियम है, जिसकी प्रदर्शनी क्षेत्र लगभग 73,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इसका निर्माण 1546 में फ्रांसीसी शाही परिवार के महल के रूप में हुआ था। यह संग्रह शुरू में शाही था, लेकिन 1793 में इसे जनता के लिए खोल दिया गया। इसमें 35,000 से अधिक कलाकृतियाँ हैं, जिनमें लियोनार्डो दा विंची की 'मोना लिसा' भी शामिल है।

हालांकि, म्यूज़ियम से चोरी की घटनाएं बहुत कम होती हैं, परंतु 1911 में 'मोना लिसा' की चोरी और 1983 में कुछ कवच गायब होने जैसी घटनाएँ हुई हैं। सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत सख्त होने के बावजूद, इस बार की चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को उजागर कर दिया है।

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घर में आसानी से उगाएं ताजा बादाम, जानिए आसान तरीका

घर में गमले में बादाम उगाना संभव है, यदि आप सही तकनीकों का पालन करें तो। थोड़ी सी मेहनत और धैर्य से आप अपने किचन गार्डन को न केवल खूबसूरती से सजा सकते हैं, बल्कि ताजा और हेल्दी बादाम भी घर पर ही प्राप्त कर सकते हैं।

The most important thing for growing almonds in a pot
गमले में बादाम उगाने के लिए सबसे जरूरी (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar06 Dec 2025 01:35 PM
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घर के किचन गार्डन में भी आप आसानी से बादाम उगा सकते हैं, बस सही तकनीक और थोड़ी देखभाल की जरूरत है। यदि आप अपने गार्डन की सुंदरता को बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक बादाम की फसल लगाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है। विशेषज्ञों का मानना है कि सही बीज का चयन, उचित माहौल और सावधानीपूर्वक देखभाल से आप अपने घर में ही ताजा बादाम उगा सकते हैं।

सही बीज का चुनाव है पहली जरूरत

बादाम उगाने के लिए सबसे जरूरी है सही बीज का चयन। बाजार में मिलने वाले भुने या नमकीन बादाम से पौधे नहीं उगते, इसलिए कच्चे, अनरोस्टेड और ऑर्गेनिक स्टोर से खरीदे गए छिलके वाले बादाम ही उपयुक्त होते हैं। इन बीजों में अंकुरण की संभावना अधिक होती है।

बादाम को पहले भिगोएं और तैयार करें

बीज को अंकुरित करने के लिए उन्हें करीब 12 घंटे पानी में भिगोना जरूरी है। इससे छिलका नरम होकर अंदर के बीज को फूलने में मदद मिलती है। इसके बाद, एक एयरटाइट पाउच में हल्की नमी वाली रेत या टिश्यू के साथ बीज को फ्रिज में लगभग 25-30 दिनों तक रखकर गर्मी से दूर रखना चाहिए। इससे बीज तेजी से अंकुरित होते हैं।

उच्च गुणवत्ता वाली मिट्टी का चुनाव

बादाम के पौधे के लिए हल्की, भुरभुरी और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का उपयोग करें। इस मिट्टी में गार्डन मिट्टी, रेत और कंपोस्ट या गोबर की खाद मिलाना लाभकारी रहेगा। गमले का आकार भी महत्वपूर्ण है: शुरुआत में छोटे गमले से पौधे की शुरुआत करें, और जब जड़ें गहरी हो जाएं तो बड़े गमले में स्थानांतरित करें।

गमले में लगाना और देखभाल  

अंकुरित बीज को जड़ नीचे की ओर रखते हुए लगभग 2 इंच गहरे गड्ढे में लगाएं। हल्के हाथ से मिट्टी से ढक कर पानी का छिड़काव करें। बादाम के पौधे को फल देने में लगभग 3-4 साल का समय लग सकता है, लेकिन सही देखभाल से पौधे मजबूत बनेंगे और फूलों की संख्या भी बढ़ेगी।


सावधानियां और देखभाल के टिप्स

सर्दियों में पानी की मात्रा पर ध्यान दें। जब मिट्टी सूखने लगे, तभी पौधे को पानी दें। पौधे को प्रतिदिन 6-7 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए। बरसात के मौसम में गमले की मिट्टी में पानी जमा न होने दें, अन्यथा जड़ें खराब हो सकती हैं। यदि पत्तियों पर कीट दिखें, तो नीम के तेल का प्राकृतिक स्प्रे करें।