Gyanvapi case: ज्ञानवापी का मामला एक बार फिर पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, मुस्लिम पक्ष ने लगाई अर्जी




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Brij Bhushan Singh : नई दिल्ली/गोंडा। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बृजभूषण सिंह की उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले के कुछ गांवों में अवैध खनन में संलिप्तता का दावा करने वाली याचिका पर तथ्यात्मक स्थिति का पता लगाने तथा उपचारात्मक कार्रवाई करने के लिए एक समिति गठित की है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि कैसरगंज से सांसद सिंह जिले की तरबगंज तहसील के माझारथ, जैतपुर और नवाबगंज गांवों में ‘‘अवैध खनन’’ में लिप्त हैं।
याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है, ‘‘हर दिन 700 से अधिक ट्रकों में लादकर लघु खनिजों का अवैध परिवहन, भंडारण किया जा रहा है। करीब 20 लाख घन मीटर वाले लघु खनिजों की अवैध बिक्री की जा रही और क्षमता से अधिक भार से लदे ट्रकों से पटपड़ गंज पुल तथा सड़क को नुकसान पहुंचा है।’’
न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य ए. सेंथिल वेल की पीठ ने कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया याचिका में किए गए दावे पर्यावरण से संबंधित सवाल खड़े करते हैं।’’
पीठ ने बुधवार को कहा, ‘‘याचिका में किए दावों के मद्देनजर, हम इसे उचित मानते हैं कि तथ्यात्मक स्थिति का पता लगाने तथा उचित उपचारात्मक कार्रवाई करने के लिए एक संयुक्त समित का गठन किया जाए।’’
एनजीटी ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए सात नवंबर की तारीख तय की है। इस बीच, गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि राजा राम नामक व्यक्ति ने जिले की तरबगंज तहसील में घाघरा तथा सरयू नदियों के तटवर्ती इलाकों में अवैध खनन की शिकायत एनजीटी से की है। इस सिलसिले में गठित जांच समिति में मुझे भी सदस्य बनाया गया है।
उन्होंने बताया, 'हम पूरी प्रतिबद्धता और गहराई से मामले की जांच करेंगे। हालांकि हमें अभी आधिकारिक रूप से आदेश की मूल प्रति प्राप्त नहीं हुई है।’’
Read More - Noida News : प्राधिकरण के निर्माणाधीन भवन की जांच करेगा IIT दिल्ली के वैज्ञानिकशर्मा ने बताया कि गोंडा जिले में काफी समय से अवैध खनन का मामला चल रहा है और 2017 में भी एनजीटी ने कार्रवाई करते हुए एक मामले में भारी जुर्माना लगाया था, मगर मामले की प्रभावी पैरवी न किए जाने के कारण इस पर स्थगनादेश मिल गया था। लचर कार्यप्रणाली के कारण पिछले दिनों गोंडा के खनन निरीक्षक को शासन ने निलम्बित भी कर दिया गया है।
इस बीच, भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अवैध खनन में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। सिंह ने एक ट्वीट में कहा कि अवैध खनन से उनका दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ चल रही तमाम खबरें झूठी हैं। आपको बता दें कि भाजपा सांसद सिंह महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में भी आरोपी हैं। Brij Bhushan Singh
Brij Bhushan Singh : नई दिल्ली/गोंडा। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बृजभूषण सिंह की उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले के कुछ गांवों में अवैध खनन में संलिप्तता का दावा करने वाली याचिका पर तथ्यात्मक स्थिति का पता लगाने तथा उपचारात्मक कार्रवाई करने के लिए एक समिति गठित की है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि कैसरगंज से सांसद सिंह जिले की तरबगंज तहसील के माझारथ, जैतपुर और नवाबगंज गांवों में ‘‘अवैध खनन’’ में लिप्त हैं।
याचिका में यह भी आरोप लगाया गया है, ‘‘हर दिन 700 से अधिक ट्रकों में लादकर लघु खनिजों का अवैध परिवहन, भंडारण किया जा रहा है। करीब 20 लाख घन मीटर वाले लघु खनिजों की अवैध बिक्री की जा रही और क्षमता से अधिक भार से लदे ट्रकों से पटपड़ गंज पुल तथा सड़क को नुकसान पहुंचा है।’’
न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य ए. सेंथिल वेल की पीठ ने कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया याचिका में किए गए दावे पर्यावरण से संबंधित सवाल खड़े करते हैं।’’
पीठ ने बुधवार को कहा, ‘‘याचिका में किए दावों के मद्देनजर, हम इसे उचित मानते हैं कि तथ्यात्मक स्थिति का पता लगाने तथा उचित उपचारात्मक कार्रवाई करने के लिए एक संयुक्त समित का गठन किया जाए।’’
एनजीटी ने मामले पर अगली सुनवाई के लिए सात नवंबर की तारीख तय की है। इस बीच, गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि राजा राम नामक व्यक्ति ने जिले की तरबगंज तहसील में घाघरा तथा सरयू नदियों के तटवर्ती इलाकों में अवैध खनन की शिकायत एनजीटी से की है। इस सिलसिले में गठित जांच समिति में मुझे भी सदस्य बनाया गया है।
उन्होंने बताया, 'हम पूरी प्रतिबद्धता और गहराई से मामले की जांच करेंगे। हालांकि हमें अभी आधिकारिक रूप से आदेश की मूल प्रति प्राप्त नहीं हुई है।’’
Read More - Noida News : प्राधिकरण के निर्माणाधीन भवन की जांच करेगा IIT दिल्ली के वैज्ञानिकशर्मा ने बताया कि गोंडा जिले में काफी समय से अवैध खनन का मामला चल रहा है और 2017 में भी एनजीटी ने कार्रवाई करते हुए एक मामले में भारी जुर्माना लगाया था, मगर मामले की प्रभावी पैरवी न किए जाने के कारण इस पर स्थगनादेश मिल गया था। लचर कार्यप्रणाली के कारण पिछले दिनों गोंडा के खनन निरीक्षक को शासन ने निलम्बित भी कर दिया गया है।
इस बीच, भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अवैध खनन में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। सिंह ने एक ट्वीट में कहा कि अवैध खनन से उनका दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ चल रही तमाम खबरें झूठी हैं। आपको बता दें कि भाजपा सांसद सिंह महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में भी आरोपी हैं। Brij Bhushan Singh