सोशल मीडिया बना धमकियों का अड्डा! अब चिराग पासवान को उड़ाने की धमकी

किसी भी हालत में नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ. राजेश भट्ट ने शनिवार को साइबर थाना पहुंचकर आधिकारिक तौर पर शिकायत दी। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि लोकतांत्रिक प्रणाली और दलित नेतृत्व पर सीधा हमला है। इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” डॉ. भट्ट ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अब राजनीतिक नेताओं को डराने और धमकाने के लिए किया जा रहा है जो बेहद खतरनाक संकेत है। यह ना सिर्फ राजनीतिक स्थिरता बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा और लोकतंत्र के लिए भी खतरे की घंटी है। वहीं पुलिस और साइबर एक्सपर्ट्स अब उस इंस्टाग्राम अकाउंट की जांच कर रहे हैं जिससे धमकी दी गई। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी है।चिराग पासवान को मिली है Z श्रेणी की सुरक्षा
गौरतलब है कि चिराग पासवान को केंद्र सरकार द्वारा पहले से ही Z कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है। इस श्रेणी की सुरक्षा में करीब 33 सुरक्षाकर्मी, जिनमें CRPF कमांडो, स्टैटिक गार्ड और निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) शामिल होते हैं, 24x7 तैनात रहते हैं। इस धमकी के सामने आने के बाद संभावना है कि उनकी सुरक्षा व्यवस्था की दोबारा समीक्षा की जाएगी।अगली खबर पढ़ें
किसी भी हालत में नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ. राजेश भट्ट ने शनिवार को साइबर थाना पहुंचकर आधिकारिक तौर पर शिकायत दी। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति नहीं बल्कि लोकतांत्रिक प्रणाली और दलित नेतृत्व पर सीधा हमला है। इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” डॉ. भट्ट ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अब राजनीतिक नेताओं को डराने और धमकाने के लिए किया जा रहा है जो बेहद खतरनाक संकेत है। यह ना सिर्फ राजनीतिक स्थिरता बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा और लोकतंत्र के लिए भी खतरे की घंटी है। वहीं पुलिस और साइबर एक्सपर्ट्स अब उस इंस्टाग्राम अकाउंट की जांच कर रहे हैं जिससे धमकी दी गई। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी है।चिराग पासवान को मिली है Z श्रेणी की सुरक्षा
गौरतलब है कि चिराग पासवान को केंद्र सरकार द्वारा पहले से ही Z कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है। इस श्रेणी की सुरक्षा में करीब 33 सुरक्षाकर्मी, जिनमें CRPF कमांडो, स्टैटिक गार्ड और निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) शामिल होते हैं, 24x7 तैनात रहते हैं। इस धमकी के सामने आने के बाद संभावना है कि उनकी सुरक्षा व्यवस्था की दोबारा समीक्षा की जाएगी।संबंधित खबरें
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