लॉजिस्टिक्स सेक्टर की यह कंपनी लाएगी बड़ा पब्लिक इश्यू, जानिए पूरी डिटेल
Yatayat Corporation India IPO की पूरी जानकारी पढ़ें। कंपनी ने SEBI के पास DRHP जमा किया है। IPO का साइज, 77 लाख नए शेयर, OFS डिटेल्स, बिजनेस मॉडल, भारत-बांग्लादेश क्रॉस-बॉर्डर लॉजिस्टिक्स, फाइनेंशियल परफॉर्मेंस और निवेश से जुड़ी अहम बातें जानिए।

भारत के तेजी से बढ़ते लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर से जुड़ी कंपनी यातायात कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड अब शेयर बाजार में उतरने की तैयारी कर चुकी है। गुजरात की यह कंपनी ट्रक मालढुलाई और क्रॉस-बॉर्डर लॉजिस्टिक्स सेवाओं में मजबूत पहचान रखती है। कंपनी ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर दिया है। इस IPO के जरिए कंपनी निवेशकों से पूंजी जुटाकर अपने कारोबार को और मजबूत करना चाहती है।
कुल 1.33 करोड़ इक्विटी शेयर होंगे शामिल
ड्राफ्ट दस्तावेजों के मुताबिक, यातायात कॉरपोरेशन इंडिया के IPO में कुल 1.33 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल होंगे। इसमें 77 लाख नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि प्रमोटर्स की ओर से 56 लाख इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बेचे जाएंगे। नए शेयरों के जरिए जुटाई गई राशि सीधे कंपनी को मिलेगी जबकि OFS से होने वाली रकम प्रमोटर्स को प्राप्त होगी। कंपनी प्री-IPO प्लेसमेंट के जरिए 100 करोड़ रुपये तक जुटाने की संभावना भी तलाश रही है जिससे IPO का आकार घटाया जा सकता है।
समय पर होती है सुरक्षित डिलीवरी
यातायात कॉरपोरेशन इंडिया का मुख्य कारोबार ट्रक आधारित फ्रेट ट्रांसपोर्टेशन पर केंद्रित है। कंपनी भारत के 12 राज्यों में फैली 34 शाखाओं और एक वेयरहाउस के माध्यम से अपने ऑपरेशंस संचालित करती है। इसका नेटवर्क और ऑपरेशनल स्ट्रेंथ इसे लॉजिस्टिक्स सेक्टर में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है जिससे समय पर और सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित होती है।
कंपनी की सबसे बड़ी खासियत
कंपनी की सबसे बड़ी खासियत इसकी क्रॉस-बॉर्डर एक्सपोर्ट क्षमता है, खासकर भारत और बांग्लादेश के बीच। यह विशेषता इसे अन्य लॉजिस्टिक्स कंपनियों से अलग बनाती है। यातायात का सर्विस पोर्टफोलियो काफी व्यापक है, जिसमें पार्ट ट्रक लोड कार्गो, एक्सप्रेस फ्रेट, ओवर डाइमेंशनल कार्गो और मल्टीमॉडल फ्रेट सर्विस शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी अपनी 100 प्रतिशत मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी के जरिए कस्टम हाउस एजेंट और फ्रेट फॉरवर्डिंग सेवाएं भी प्रदान करती है।
अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े हैं क्लाइंट्स
यातायात कॉरपोरेशन इंडिया के क्लाइंट्स कई अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े हुए हैं जिनमें एग्रीकल्चर और एग्री-इनपुट्स, बिल्डिंग मैटीरियल और कंस्ट्रक्शन, केमिकल्स, एनर्जी और पावर, इंजीनियरिंग और इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग, आईटी और टेक्नोलॉजी, मेटल्स और माइनिंग, टेक्सटाइल्स और अन्य इंडस्ट्रियल व कंज्यूमर सेगमेंट शामिल हैं। इस तरह का विविध क्लाइंट बेस कंपनी को बिजनेस में स्थिरता और निरंतर ग्रोथ प्रदान करता है। IPO से मिलने वाली राशि का उपयोग कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। इस पब्लिक इश्यू के लिए यूनिस्टोन कैपिटल को एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है जो IPO प्रक्रिया को मैनेज करेगा।
हाल के वर्षों में मजबूत ग्रोथ
वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो यातायात कॉरपोरेशन इंडिया ने हाल के वर्षों में मजबूत ग्रोथ दिखाई है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 348.34 करोड़ रुपये रहा था, जो वित्त वर्ष 2025 में बढ़कर 448.13 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। वहीं, शुद्ध मुनाफा भी एक साल में दोगुना होकर 15 करोड़ रुपये से बढ़कर 30 करोड़ रुपये हो गया। यह आंकड़े कंपनी की बढ़ती ऑपरेशनल क्षमता और मजबूत बिजनेस मॉडल को दर्शाते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। चेतना मंच की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)
भारत के तेजी से बढ़ते लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर से जुड़ी कंपनी यातायात कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड अब शेयर बाजार में उतरने की तैयारी कर चुकी है। गुजरात की यह कंपनी ट्रक मालढुलाई और क्रॉस-बॉर्डर लॉजिस्टिक्स सेवाओं में मजबूत पहचान रखती है। कंपनी ने अपने इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO के लिए कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर दिया है। इस IPO के जरिए कंपनी निवेशकों से पूंजी जुटाकर अपने कारोबार को और मजबूत करना चाहती है।
कुल 1.33 करोड़ इक्विटी शेयर होंगे शामिल
ड्राफ्ट दस्तावेजों के मुताबिक, यातायात कॉरपोरेशन इंडिया के IPO में कुल 1.33 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल होंगे। इसमें 77 लाख नए शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि प्रमोटर्स की ओर से 56 लाख इक्विटी शेयर ऑफर फॉर सेल के तहत बेचे जाएंगे। नए शेयरों के जरिए जुटाई गई राशि सीधे कंपनी को मिलेगी जबकि OFS से होने वाली रकम प्रमोटर्स को प्राप्त होगी। कंपनी प्री-IPO प्लेसमेंट के जरिए 100 करोड़ रुपये तक जुटाने की संभावना भी तलाश रही है जिससे IPO का आकार घटाया जा सकता है।
समय पर होती है सुरक्षित डिलीवरी
यातायात कॉरपोरेशन इंडिया का मुख्य कारोबार ट्रक आधारित फ्रेट ट्रांसपोर्टेशन पर केंद्रित है। कंपनी भारत के 12 राज्यों में फैली 34 शाखाओं और एक वेयरहाउस के माध्यम से अपने ऑपरेशंस संचालित करती है। इसका नेटवर्क और ऑपरेशनल स्ट्रेंथ इसे लॉजिस्टिक्स सेक्टर में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है जिससे समय पर और सुरक्षित डिलीवरी सुनिश्चित होती है।
कंपनी की सबसे बड़ी खासियत
कंपनी की सबसे बड़ी खासियत इसकी क्रॉस-बॉर्डर एक्सपोर्ट क्षमता है, खासकर भारत और बांग्लादेश के बीच। यह विशेषता इसे अन्य लॉजिस्टिक्स कंपनियों से अलग बनाती है। यातायात का सर्विस पोर्टफोलियो काफी व्यापक है, जिसमें पार्ट ट्रक लोड कार्गो, एक्सप्रेस फ्रेट, ओवर डाइमेंशनल कार्गो और मल्टीमॉडल फ्रेट सर्विस शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी अपनी 100 प्रतिशत मालिकाना हक वाली सब्सिडियरी के जरिए कस्टम हाउस एजेंट और फ्रेट फॉरवर्डिंग सेवाएं भी प्रदान करती है।
अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े हैं क्लाइंट्स
यातायात कॉरपोरेशन इंडिया के क्लाइंट्स कई अलग-अलग सेक्टर्स से जुड़े हुए हैं जिनमें एग्रीकल्चर और एग्री-इनपुट्स, बिल्डिंग मैटीरियल और कंस्ट्रक्शन, केमिकल्स, एनर्जी और पावर, इंजीनियरिंग और इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग, आईटी और टेक्नोलॉजी, मेटल्स और माइनिंग, टेक्सटाइल्स और अन्य इंडस्ट्रियल व कंज्यूमर सेगमेंट शामिल हैं। इस तरह का विविध क्लाइंट बेस कंपनी को बिजनेस में स्थिरता और निरंतर ग्रोथ प्रदान करता है। IPO से मिलने वाली राशि का उपयोग कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। इस पब्लिक इश्यू के लिए यूनिस्टोन कैपिटल को एकमात्र बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है जो IPO प्रक्रिया को मैनेज करेगा।
हाल के वर्षों में मजबूत ग्रोथ
वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो यातायात कॉरपोरेशन इंडिया ने हाल के वर्षों में मजबूत ग्रोथ दिखाई है। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 348.34 करोड़ रुपये रहा था, जो वित्त वर्ष 2025 में बढ़कर 448.13 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। वहीं, शुद्ध मुनाफा भी एक साल में दोगुना होकर 15 करोड़ रुपये से बढ़कर 30 करोड़ रुपये हो गया। यह आंकड़े कंपनी की बढ़ती ऑपरेशनल क्षमता और मजबूत बिजनेस मॉडल को दर्शाते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। चेतना मंच की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)












