फिरोजाबाद एनकाउंटर में बाल-बाल बचे ASP अनुज चौधरी, बदमाश ढेर

फिरोजाबाद एनकाउंटर में बाल-बाल बचे ASP अनुज चौधरी, बदमाश ढेर
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 Oct 2025 09:25 AM
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उत्तर प्रदेश में रविवार की शाम मक्खनपुर क्षेत्र में हुआ एनकाउंटर किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। गोलियों की आवाज़ों से पूरा इलाका दहला उठा। उत्तर प्रदेश ASP(ग्रामीण) अनुज चौधरी उस वक्त मोर्चे पर थे, जब अचानक बदमाशों की ओर से चली एक गोली सीधे उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट में आ लगी। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी—शांत दिमाग और अदम्य साहस के साथ जवाबी कार्रवाई का नेतृत्व किया। कुछ ही मिनटों में यूपी पुलिस की सटीक रणनीति और फुर्तीले एक्शन के आगे 50 हजार का इनामी नरेश पंडित ढेर हो गया। इस मुठभेड़ में रामगढ़ थाने के एसओ संजीव दुबे भी घायल हुए, जबकि मौके से दो पिस्टल, कई कारतूस और करीब 40 लाख रुपये नकद बरामद हुए।  UP News

दो करोड़ की लूटकांड में था मुख्य आरोपी

पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद खुद को अजेय समझने वाला कुख्यात लुटेरा नरेश पंडित आखिरकार उत्तर प्रदेश  पुलिस के शिकंजे से ज्यादा देर बच नहीं सका। यही वह अपराधी था, जिसने कुछ दिन पहले दो करोड़ रुपये की सनसनीखेज कैश लूट को अंजाम दिया था और पूरे प्रदेश में सुर्खियों में छा गया था। 4 अक्टूबर को वह पुलिस कस्टडी से फरार होकर भूमिगत हो गया था। लगातार पांच दिन से उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें खाक छान रही थीं। रविवार शाम आखिरकार मुखबिर की पक्की सूचना मिली कि नरेश को बीएमआर होटल के पास देखा गया है। सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश ASP(ग्रामीण) अनुज चौधरी ने बिना वक्त गंवाए एक्शन मोड में आते हुए स्पेशल टीम को मौके पर रवाना किया। बस, यहीं से शुरू हुआ वह ऑपरेशन मक्खनपुर, जिसने नरेश पंडित की आपराधिक कहानी पर हमेशा के लिए पूर्णविराम लगा दिया।  UP News

घेराबंदी और मुठभेड़ की पूरी कहानी

जैसे ही पुलिस टीम ने मक्खनपुर इलाके की घेराबंदी शुरू की, कुख्यात बदमाश नरेश पंडित ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज उठा। इसी बीच एक गोली ASP (ग्रामीण) अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर जा लगी। झटका जोरदार था, मगर अधिकारी डिगे नहीं — उन्होंने मौके पर डटकर मोर्चा संभाला और अपनी टीम को आगे बढ़ने का निर्देश दिया। कुछ ही पलों में यूपी पुलिस की जवाबी कार्रवाई ने बाजी पलट दी। नरेश पंडित को सीने में गोली लगी और वह ज़मीन पर गिर पड़ा। पुलिस ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ स्थल से पुलिस को दो पिस्टल, कई कारतूस और लाखों रुपये नकद मिले हैं। वहीं, रामगढ़ थाने के एसओ संजीव दुबे भी इस एनकाउंटर में घायल हुए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत अब स्थिर है।

पुलिस ने ली राहत की सांस

SSP सौरभ दीक्षित ने एनकाउंटर के बाद कहा कि मारा गया बदमाश नरेश पंडित लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था और उस पर डीआईजी आगरा रेंज की ओर से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि नरेश कई गंभीर और संगठित अपराधों में वांछित था, जिसकी तलाश महीनों से जारी थी। SSPने कहा — “अगर ASP  (ग्रामीण) अनुज चौधरी ने उस वक्त अपनी हिम्मत और सूझबूझ न दिखाई होती, तो यह मुठभेड़ एक बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह ऑपरेशन एक बार फिर साबित करता है कि उत्तर प्रदेश पुलिस हर हालात में तत्पर है, चाहे मुकाबला किसी भी स्तर का क्यों न हो।

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करोड़ों की लूट में शामिल था पूरा गिरोह

कुछ दिन पहले नरेश और उसके साथियों ने कानपुर से आगरा ले जाए जा रहे कैश को लूट लिया था। पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छह लुटेरों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 1 करोड़ 53 हजार रुपये नकद, दो कारें, महंगा मोबाइल, बाइक और असलहा बरामद किया गया था।    UP News

गिरफ्तार लुटेरों के पास से बरामदगी

  • नरेश (अलीगढ़): ₹25.02 लाख नकद

  • तुषार (मोदीनगर, गाजियाबाद): ₹20.12 लाख व तमंचा

  • दुष्यंत (अलीगढ़): ₹20.08 लाख व आईफोन

  • अक्षय (पूर्वी दिल्ली): ₹13 लाख नकद

  • आशीष उर्फ आशू (बहादुरगढ़, हरियाणा): ₹10 लाख व नई बाइक

  • मोनू उर्फ मिलाप (आगरा): ₹12 लाख नकद

पुलिस अब पूरे गिरोह के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने की प्रक्रिया में है। अधिकारियों का कहना है कि एएसपी अनुज चौधरी की सूझबूझ और टीम की फुर्ती ने न सिर्फ अपराधी का अंत किया, बल्कि पुलिस की साख को भी मजबूत किया है।    UP News

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उत्तर प्रदेश के इस शहर को मिलेगी जाम से राहत! बनेगी 30 किलोमीटर लंबी रिंग रोड

उत्तर प्रदेश के इस शहर को मिलेगी जाम से राहत! बनेगी 30 किलोमीटर लंबी रिंग रोड
locationभारत
userचेतना मंच
calendar05 Oct 2025 06:08 PM
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उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने और बेहतर रोड कनेक्टिविटी के लिए सरकार लगातार काम कर रही है। एक्सप्रेसवे और हाईवे नेटवर्क के साथ अब उत्तर प्रदेश के शहरों में रिंग रोड प्रोजेक्ट्स को भी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के बरेली शहर के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। यहां 30 किलोमीटर लंबी रिंग रोड के निर्माण को मंजूरी मिल गई है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया है। लंबे समय से उत्तर प्रदेश के बरेलीवासी इस रिंग रोड की मांग कर रहे थे ताकि शहर के भीतर लगने वाले भारी ट्रैफिक से राहत मिल सके। UP News :

2117 करोड़ की लागत से बनेगी रिंग रोड

बरेली की रिंग रोड लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे से जुड़ी होगी। यह मार्ग झुमका तिराहा से चौबारी होते हुए इंवर्टिस यूनिवर्सिटी तक जाएगा। पूरी सड़क की लंबाई करीब 30 किलोमीटर होगी और इसकी अनुमानित लागत 2117 करोड़ बताई गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 80% जमीन का अधिग्रहण पूरा हो चुका है और किसानों को 375 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में दिए जा चुके हैं। पहले सितंबर में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन भूमि मुआवजा प्रक्रिया के कारण काम में थोड़ी देरी हुई। अब माना जा रहा है कि निर्माण कार्य इसी महीने से शुरू किया जा सकता है।

चार आरओबी भी होंगे निर्माण का हिस्सा

इस रिंग रोड के साथ चार रोड ओवर ब्रिज भी बनाए जाएंगे। इससे न केवल शहर में ट्रैफिक का दबाव कम होगा, बल्कि भारी वाहनों को शहर में प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। रिंग रोड बन जाने के बाद दिल्ली-लखनऊ, नैनीताल और बरेली-पीलीभीत मार्गों से गुजरने वाले वाहनों को शहर के भीतर प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। इससे लोगों को रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी और शहर के भीतर यातायात सुगम होगा। बरेली रिंग रोड प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश में लागू किए जा रहे स्मार्ट रोड नेटवर्क मॉडल का हिस्सा है। सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों को रिंग रोड और बाईपास सिस्टम से जोड़ा जाए ताकि ट्रैफिक, प्रदूषण और दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। UP News
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सिर्फ 6 घंटे में मेरठ से प्रयागराज! ट्रायल रन की तैयारी पूरी, सुपरफास्ट सफर का रास्ता साफ

सिर्फ 6 घंटे में मेरठ से प्रयागराज! ट्रायल रन की तैयारी पूरी, सुपरफास्ट सफर का रास्ता साफ
locationभारत
userचेतना मंच
calendar05 Oct 2025 05:44 PM
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उत्तर प्रदेश में हाई-स्पीड कनेक्टिविटी की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। उत्तर प्रदेश के मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। उत्तर प्रदेश में अब इस एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए 120 मीटर चौड़े लिंक एक्सप्रेसवे का एलाइनमेंट भी पूरा कर लिया गया है। उत्तर प्रदेश के इस लिंक एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद मेरठ, बुलंदशहर, खुर्जा और स्याना जैसे शहरों से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर तक का सफर बेहद आसान और तेज हो जाएगा। यूपीईईडा (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने सर्वे पूरा कर लिया है और अब भूमि अधिग्रहण एवं मुआवजा प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। UP News :

74.3 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे, लागत 4,000 करोड़

यह लिंक एक्सप्रेसवे बुलंदशहर के स्याना से शुरू होकर यमुना सिटी के फिल्म सिटी क्षेत्र तक पहुंचेगा। इसकी लंबाई लगभग 74.3 किमी होगी और लागत करीब 4,000 करोड़ आंकी गई है। यूपी सरकार ने इसके लिए प्रारंभिक तौर पर 1,000 करोड़ का बजट आवंटित किया है। यह एक्सप्रेसवे 56 गांवों की जमीन से होकर गुजरेगा। जिनमें गौतमबुद्धनगर के 8 और बुलंदशहर के 48 गांव शामिल हैं। किसानों से सीधी खरीद प्रक्रिया अपनाई जाएगी, और मुआवजा दर तय करने का काम अंतिम चरण में है।

गंगा एक्सप्रेसवे पर ट्रायल रन की तैयारी

सूत्रों के अनुसार, अगले महीने से गंगा एक्सप्रेसवे पर ट्रायल रन शुरू किया जा सकता है। मेरठ के बिजौली से लेकर प्रयागराज तक बनने वाले इस एक्सप्रेसवे पर सफर करने में सिर्फ 6 घंटे का समय लगेगा। मेरठ में 22 किमी और अमरोहा की हसनपुर तहसील क्षेत्र में 23.6 किमी का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। लगभग 12 अक्टूबर तक सभी सेक्शन में निर्माण की अंतिम तारीख तय है। सड़क पर लाइटिंग इंस्टॉलेशन का काम भी पूरा हो गया है।

12 जिलों से होकर गुजरेगा 594 किमी लंबा एक्सप्रेसवे

गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। कुल 516 गांवों को इस एक्सप्रेसवे से जोड़ा जा रहा है। वर्तमान में इसे सिक्स लेन के रूप में बनाया जा रहा है, लेकिन भविष्य में इसे एट लेन तक विस्तारित किया जाएगा।

राज्य की कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव

गंगा और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ने से यूपी की सड़क कनेक्टिविटी को नई रफ्तार मिलेगी। इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वी जिलों तक का सफर न केवल आसान होगा बल्कि लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक निवेश के लिए भी यह कॉरिडोर वरदान साबित होगा। माना जा रहा है कि परियोजना का उद्घाटन दिवाली से पहले या नवंबर 2025 के पहले सप्ताह में हो सकता है। सरकार ने निर्माण एजेंसियों को समय पर डिलीवरी के निर्देश दिए हैं। UP News बड़ा फेरबदल : योगी सरकार ने 82 डीएसपी स्तर के अफसरों का ट्रांसफर किया