UP Politics भाजपा तलाश कर रही नया प्रदेश अध्यक्ष, कई नामों पर हो रही चर्चा

UP Politics : पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में विजय हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के कुछ पदाधिकारियों के सत्ता में शामिल होने के बाद अब प्रदेश भाजपा में बदलाव के संकेत मिल रहे है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव के योगी सरकार में शामिल होने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की तलाश की जा रही है।
UP Politics 2022
आपको बता दें कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह और एके शर्मा, महासचिव जेपीएस राठौड़ और भाजपा पिछड़ा मोर्चा के अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप योगी सरकार में मंत्री बन गए है। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश महासचिव (संगठन) सुनील बंसल ने अपनी वर्तमान भूमिका से मुक्त होने की इच्छा व्यक्त की है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भाजपा प्रदेश महासचिव सुनील बंसल को राष्ट्रीय नेतृत्व का करीबी माना जाता है और उन्हें दो-तीन प्रमुख राज्यों की जिम्मेदारी के साथ संयुक्त महासचिव के स्तर पर दिल्ली लाने पर विचार हो रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ अब सुनील बंसल के बिना ही यूपी में अगले पांच साल तक अपनी राजनीतिक पारी खेलना चाहते हैं। अंदरुनी सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि सीएम योगी अपने कार्य में अब किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं चाहते हैं, यही कारण है कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व अब सुनील बंसल को यूपी से बाहर निकाल कर केंद्रीय संगठन में जगह देना चाहता है।
पार्टी के भीतर विभिन्न स्तरों पर यूपी के लिए नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति पर चर्चा हो रही है। भाजपा एक ब्राह्मण नेता पर दांव लगाने की योजना बना रही है। कुछ नामों पर विचार किया जा रहा है। मथुरा से विधायक श्रीकांत शर्मा, बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी और कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक जैसे नामों की चर्चा हो रही है। भोगांव के विधायक राम नरेश अग्निहोत्री भी दौड़ में हैं, लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं ने उनकी उम्र को लेकर आपत्ति जताई है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा उन नेताओं की पहचान कर रही है जो जमीनी स्तर पर काम कर सकते हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर सकते हैं।
UP Politics : पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में विजय हासिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के कुछ पदाधिकारियों के सत्ता में शामिल होने के बाद अब प्रदेश भाजपा में बदलाव के संकेत मिल रहे है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव के योगी सरकार में शामिल होने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की तलाश की जा रही है।
UP Politics 2022
आपको बता दें कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह और एके शर्मा, महासचिव जेपीएस राठौड़ और भाजपा पिछड़ा मोर्चा के अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप योगी सरकार में मंत्री बन गए है। इसके अलावा भाजपा के प्रदेश महासचिव (संगठन) सुनील बंसल ने अपनी वर्तमान भूमिका से मुक्त होने की इच्छा व्यक्त की है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भाजपा प्रदेश महासचिव सुनील बंसल को राष्ट्रीय नेतृत्व का करीबी माना जाता है और उन्हें दो-तीन प्रमुख राज्यों की जिम्मेदारी के साथ संयुक्त महासचिव के स्तर पर दिल्ली लाने पर विचार हो रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ अब सुनील बंसल के बिना ही यूपी में अगले पांच साल तक अपनी राजनीतिक पारी खेलना चाहते हैं। अंदरुनी सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि सीएम योगी अपने कार्य में अब किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं चाहते हैं, यही कारण है कि भाजपा शीर्ष नेतृत्व अब सुनील बंसल को यूपी से बाहर निकाल कर केंद्रीय संगठन में जगह देना चाहता है।
पार्टी के भीतर विभिन्न स्तरों पर यूपी के लिए नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति पर चर्चा हो रही है। भाजपा एक ब्राह्मण नेता पर दांव लगाने की योजना बना रही है। कुछ नामों पर विचार किया जा रहा है। मथुरा से विधायक श्रीकांत शर्मा, बस्ती के सांसद हरीश द्विवेदी और कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक जैसे नामों की चर्चा हो रही है। भोगांव के विधायक राम नरेश अग्निहोत्री भी दौड़ में हैं, लेकिन पार्टी के कुछ नेताओं ने उनकी उम्र को लेकर आपत्ति जताई है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा उन नेताओं की पहचान कर रही है जो जमीनी स्तर पर काम कर सकते हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर सकते हैं।







