लखीमपुर खीरी में दो बच्चों का अपहरण, गन्ने के खेत में बोरी में बंद मिले बच्चे

बच्चे आंगनबाड़ी पढ़ने गए थे
बच्चे जब आंगनबाड़ी से पढ़कर नहीं लौटे तो उसके परिजनों को चिंता हुई, आंगनवाड़ी वालों ने बताया कि बच्चे तो सुबह ही घर को चल दिए थे। इतना सुनते ही परिजनों में घबराहट शुरू हो गई और उन्होंने बच्चों को गांव वालों की मदद से चारों तरफ ढूंढना शुरू कर दिया। Uttar Pradesh News in hindiबच्चों का नाम अंकित और अनिकेत है
जब ग्रामीणों ने चारों तरफ ढूंढना शुरू किया इस दौरान गन्ने के खेत में एक बोरा दिखाई पड़ा। जिसमें बच्चों की रोने की आवाज सुनाई दे रही थी। यह गांव से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर था जिसमें अनिकेत नाम का बच्चा प्लास्टिक की बोरी में बंदकर खेत में डाल दिया गया था। और दूसरा बच्चा अंकित वहीं खेत में रोते रोते बुरी अवस्था में बैठा दिखाई दिया।बच्चों से जब पूछा तो उसने सब कुछ बताया
परिजनों के पूछने पर बच्चों ने बताया कि गांव निवासी राकेश और उसके पुत्र नरवीर उर्फ़ बड़क्के उनको बाइक पर बैठाकर ले गये थे। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस में सूचना दी। सूचना पाकर पहुंचे एसआई और पुलिसकर्मियों ने आरोपी नरवीर को दूसरे गांव से पकड़ लिया।अपहरण करने वाले पिता पुत्र दोनों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अनिकेत के पिता अवनीश ने पुलिस को बताया कि पिता-पुत्र दोनों आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। बच्चों को बेचने के लिए के लिए अगवा करके ले गए होंगे। लेकिन ईश्वर की कृपा से बच्चे मिल गए। कुछ देर हो गई होती तो वह अपराधी उन्हें बेच चुका होता। प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। प्रस्तुति मीना कौशिकवेतन वृद्धि को लेकर यूपी-112 की महिला संविदा कर्मियों का धरना, सीएम ने ADG को हटाया
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बच्चे आंगनबाड़ी पढ़ने गए थे
बच्चे जब आंगनबाड़ी से पढ़कर नहीं लौटे तो उसके परिजनों को चिंता हुई, आंगनवाड़ी वालों ने बताया कि बच्चे तो सुबह ही घर को चल दिए थे। इतना सुनते ही परिजनों में घबराहट शुरू हो गई और उन्होंने बच्चों को गांव वालों की मदद से चारों तरफ ढूंढना शुरू कर दिया। Uttar Pradesh News in hindiबच्चों का नाम अंकित और अनिकेत है
जब ग्रामीणों ने चारों तरफ ढूंढना शुरू किया इस दौरान गन्ने के खेत में एक बोरा दिखाई पड़ा। जिसमें बच्चों की रोने की आवाज सुनाई दे रही थी। यह गांव से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर था जिसमें अनिकेत नाम का बच्चा प्लास्टिक की बोरी में बंदकर खेत में डाल दिया गया था। और दूसरा बच्चा अंकित वहीं खेत में रोते रोते बुरी अवस्था में बैठा दिखाई दिया।बच्चों से जब पूछा तो उसने सब कुछ बताया
परिजनों के पूछने पर बच्चों ने बताया कि गांव निवासी राकेश और उसके पुत्र नरवीर उर्फ़ बड़क्के उनको बाइक पर बैठाकर ले गये थे। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस में सूचना दी। सूचना पाकर पहुंचे एसआई और पुलिसकर्मियों ने आरोपी नरवीर को दूसरे गांव से पकड़ लिया।अपहरण करने वाले पिता पुत्र दोनों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अनिकेत के पिता अवनीश ने पुलिस को बताया कि पिता-पुत्र दोनों आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। बच्चों को बेचने के लिए के लिए अगवा करके ले गए होंगे। लेकिन ईश्वर की कृपा से बच्चे मिल गए। कुछ देर हो गई होती तो वह अपराधी उन्हें बेच चुका होता। प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। प्रस्तुति मीना कौशिकवेतन वृद्धि को लेकर यूपी-112 की महिला संविदा कर्मियों का धरना, सीएम ने ADG को हटाया
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