Punjab News: वनडे विश्व कप (ODI World Cup) का शेड्यूल 27 जून को घोषित हो चुका है। जबसे आईसीसी (ICC) ने विश्व कप 2023 (WC 2023) के शेड्यूल का ऐलान किया है, तब से मोहाली (Mohali) को एक भी मैच न मिलने और अहमदाबाद (Ahmedabad) को महत्वपूर्ण मैच मिलने के कारण बीसीसीआई (BCCI) और जय शाह (Jai Shah) पर भेदभाव के आरोप लग रहे हैं। क्योंकि हैरानी की बात है कि 2 बार विश्व कप सेमी फाइनल की मेजबानी करने वाले मोहाली को इस बार पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है।
बीसीसीआई (BCCI) और जय शाह (Jai Shah) पर भेदभाव के आरोप
जबकि अहमदाबाद को शुभारंभ मैच, टूर्नामेंट के समापन मैच के अलावा भी भारत बनाम पाकिस्तान (IND vs PAK) मैच जैसे महत्वपूर्ण मैच मिले हैं। उसी को लेकर हंगामा मचा है। मोहाली को नजरअंदाज करने और अहमदाबाद को ज्यादा तवज्जो दिए जाने के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। इस मामले ने अब राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। हालांकि बीसीसीआई ने भी इस मुद्दे पर अपनी ओर से सफाई दे दी है।
Punjab News : मोहाली की उपेक्षा करना कितना सही?
मोहाली का आईएएस बिंद्रा स्टेडियम देश के प्रतिष्ठित स्टेडियमों में से एक है, पिछले कई दशकों में यहां कई महत्वपूर्ण मैच खेले जा चुके हैं। कई ऐतिहासिक मैचों के ये स्टेडियम गवाह रहा है। जिनमे 2 विश्व कप सेमी फाइनल भी शामिल हैं।
पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत ने इसे राजनीति से प्रेरित करार दिया
इस बार मोहाली को नजरअंदाज करने को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत ने इसे राजनीति से प्रेरित करार दिया है। मीत का कहना है कि “पंजाब में बीजेपी की सरकार नहीं होने के कारण पंजाब की उपेक्षा की गई है। पिछले चुनाव में बीजेपी यहां हार गई थी, इसलिए यहां विश्व कप के मैच नहीं दिए गए हैं। यदि यहां मैच होते तो पंजाब को आर्थिक लाभ होता। यहां का पर्यटन व्यवसाय भी इससे बढ़ता।”
अहमदाबाद को ज्यादा महत्व देने के कारण
पिछले कुछ समय से देश में आयोजित हुए अधिकांश बड़े मुकाबले अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ही आयोजित किए गए हैं। जिनमें आईपीएल के शुभारंभ मैच और समापन मैच सहित कई अन्य मैच भी शामिल हैं। इसकी बड़ी वजह इसका सबसे बड़ा स्टेडियम होना भी है। यहां की कैपिसिटी 1 लाख से ज्यादा की होने के कारण अधिक संख्या में लोग यहां मैच देख सकते हैं। इसके अलावा ये स्टेडियम सभी तरह की आधुनिक सुविधाओं से लैस है। मगर इसके सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं। इसकी वजह गुजरात मे बीजेपी की सरकार होना तो है ही, साथ ही बीसीसीआई सचिव जय शाह का केंद्रीय सरकार में गृह मंत्री अमित शाह का पुत्र होना भी है। इसके अलावा गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य भी है, इसलिए बीसीसीआई पर अहमदाबाद को महत्वपूर्ण मैच देने का मामला तूल पकड़ रहा है।
बीसीसीआई ने दी सफाई
इस मामले पर बीसीसीआई की सफाई आ गई है। बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने भेदभाव के आरोपों को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि ‘मोहाली के आईएएस बिंद्रा स्टेडियम के अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं होने के कारण उसे मैच नहीं मिले हैं। मोहाली में एक और स्टेडियम बन रहा है, अगर वो बन गया होता, तो वहां मैच मिल जाते। वैसे आगे मोहाली को द्विपक्षीय सीरीज में मैच दिए जाएंगे।”