जलियावाला बाग को लेकर राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर साधा निशाना

Rahul gandhi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar31 Aug 2021 11:51 AM
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जलियावाला बाग के नवीनीकरण को लेकर केंद्र की मोदी सरकार अब विपक्ष के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि सरकार ऐतिहासिक जलियावाला बाग की विरासत के साथ छेड़ाछाड़ कर शहीदों का अपमान किया है।

उन्होंने ट्वीटकर कहाकि ‘‘जलियावाला बाग के शहीदो का अपमान वही कर सकता है,जो शहादत का मतलब नहीं जानता। मै शहीद का बेटा हूँ- शहीदों का अपमान किसी कीमत पर सहन नहीं करूंगा। हम इस अभद्र क्रुरता के खिलाफ हैं। जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष नहीं किया,वे उन लोगों को नहीं समझ सकते,जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान दिया।’’गौरतलब कि केंद्र सरकार ने जलियावाला बाग का हाल ही में नवीनीकरण कराया है। जिसमें कुछ बदलाव करते हुए कई ऐतिहासिक गलियारों को बदल दिया गया है।शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पुनर्निमित परिसर का उद्घाटन भी कर दिया। लेकिन पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव है तो कांग्रेस इसे मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहती है। वह ऐतिहासिक शहादत का हवाला देकर लोगों की भावनाओं को उभारने की कोशिश कर रही है। बतादें कि जलियावाला बाग गोलीकांड 13 अप्रैल 1919 में हुआ था। जब जनरल डायर ने बैसाखी के दिन जलियावाला बाग में इकठ्ठा होकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे निहत्थे लोगों पर गोली चलवा दिया था। इस घटना में एक हजार से ज्यादा स्त्री,पुरुष व बच्चों की जान चली गई थी।

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कोरोना की तीसरी लहर नहीं होगी घातक

Scientist Clame about 3rd wave
Horizontal close up shot of unreconizable laboratory scientist taking specimen out from test-tube using pipette
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:06 AM
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ईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक का दावा,कोरोना की तीसरी लहर नहीं होगी घातक

देश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को कुछ दिन पहले खारिज करने वाले आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिक मणींद्र अग्रवाल ने अब कहा है कि तीसरी लहर आ सकती है,लेकिन  यह दूसरी लहर जितनी घातक नहीं होगी।

कोरोना की सटीक भविष्वाणी के लिए मणींद्र अग्रवाल की अगुवाई में गठित तीन सदस्यीय टीम ने कहा है कि तीसरी लहर अक्टूबर- नवम्बर के बीच पीक पर होगी और इस दौरान रोजाना 1 मामले सामने आ सकते हैं। जबकि दूसरी लहर के दौरान मई माह में कोरोना जब अपने पीक पर था तो रोजाना 4 लाख से ज्यादा मामले सामने आए थे। उन्होंने ट्वीटकर बताया कि स्थिति तब अनियंत्रित हो जाती है,जब कोई नया वेरिएंट आता है। लेकिन नया वेरिएंट तब आएगा जब सितम्बर तक 50 फीसदी से ज्यादा संक्रमण नए वेरिएंट के वजह से हों। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर में कोरोना के नए वेरिएंट का असर कम होगा और यह दूसरी के लहर के मुकाबले कम घातक होगा। बतादें कि आईसीएमआर ने भी दावा किया है कि कोरोना की तीसरी लहर दूसरी लहर के मुकाबले कमजोर होगी। लेकिन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि देश मे टीकाकरण की रफ्तार बेहद धीमी है। यदि इसे तेज नहीं किया गया तो तीसरी लहर के दौरान रोजाना 6 लाख मामले सामने आ सकते हैं। चेताया गया है कि तीसरी लहर को सिर्फ टीकाकरण के माध्यम से ही नियंत्रित किया जा सकता है।

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अफगानिस्तान छोड़ने वालों की अमेरिका करेगा मदद

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन
locationभारत
userचेतना मंच
calendar31 Aug 2021 11:01 AM
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अमेरिका के अफगानिस्तान छोड़ते ही राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अफगानियों के प्रति उदार भाव दिखाया है। उन्होंने कहा है कि जो लोग अफगान की सरजमीं से निकलना चाहते हैं उनके लिए कोई डेडलाइन नहीं होगी उनकी मदद अमेरिका करेगा। बता दें, बीती देर रात तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के निकलने का ऑपरेशन चलता रहा। जिसके बाद अमेरिका के सभी सैनिकों को पूरी तरह अफगान की धरती से निकाल लिया गया है। मालूम हो, अमेरिका ने अपने सैन्यबलों को पूरी तरह निकालने के लिए 31 अगस्त तक की डेडलाइन तैयार की थी।

अफगानियों को मिलेगी मानवीय सहायता - अमेरिकी विदेश मंत्री

देर रात तक चले ऑपरेशन के बाद अमेरिकी सेना के आखिरी विमान ने करीब 1 बजे उड़ान भरी। अब अफगानिस्तान पर पूरी तरह तालिबानियों का कब्ज़ा हो गया है। इसके बावजूद अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दावा किया है कि यूएस पहले की तरह आगे भी अफगानियों के प्रति मानवीय सहायता जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि यह अमेरिकी सरकार के माध्यम से नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों जैसे स्वतंत्र संगठनों के माध्यम से होगा। उम्मीद है कि तालिबान या किसी अन्य के द्वारा उन प्रयासों को बाधित नहीं किया जाएगा।गौरतलब है, अमेरिकी विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान में अमेरिका की मौजूदगी को लेकर बताया कि “हमने काबुल में राजनयिक उपस्थिति खत्म कर दिया है, अपना संचालन दोहा (कतर) स्थानांतरित कर दिया है। अफगानिस्तान से कूटनीति के प्रबंधन के लिए दोहा में पोस्ट का उपयोग करेंगे”।