एक नहीं दो टीमों पर खतरे की घंटी! RCB के बाद इस फ्रेंचाइजी की बिक्री की भनक

कयास लगाए जा रहे हैं कि IPL की उद्घाटन विजेता मानी जाने वाली ये फ्रेंचाइज़ी भी धीरे–धीरे बिक्री के मुहाने पर खड़ी नज़र आ रही है और पर्दे के पीछे खरीददारों की चहल–पहल तेज हो चुकी है।

IPL में बड़ा फेरबदल RCB के बाद अब राजस्थान रॉयल्स की बिक्री की चर्चा तेज
IPL में बड़ा फेरबदल? RCB के बाद अब राजस्थान रॉयल्स की बिक्री की चर्चा तेज
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar28 Nov 2025 12:22 PM
bookmark

IPL 2026 : आईपीएल 2026 से ठीक पहले ही फ्रेंचाइज़ी मार्केट में मानो भूचाल आ गया है। ताज़ा चैंपियन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की मालिक कंपनी डिएजियो ग्रुप पहले ही साफ कर चुकी है कि वह टीम की बिक्री की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। अब इसी बीच चर्चा का नया केन्द्र बन गई है लीग की पहली चैंपियन राजस्थान रॉयल्स (RR)। कयास लगाए जा रहे हैं कि IPL की उद्घाटन विजेता मानी जाने वाली ये फ्रेंचाइज़ी भी धीरे–धीरे बिक्री के मुहाने पर खड़ी नज़र आ रही है और पर्दे के पीछे खरीददारों की चहल–पहल तेज हो चुकी है।

दो–दो टीमों की बिक्री की चर्चा

खिलाड़ियों का रिटेंशन हो चुका है,ऑक्शन की तैयारी अंतिम दौर में है, लेकिन फैंस के बीच सबसे बड़ी बातचीत टीमों की खरीद–फरोख्त को लेकर हो रही है। RCB की मालिक कंपनी की ओर से आधिकारिक तौर पर संकेत मिल चुके हैं कि फ्रेंचाइजी के लिए नया मालिक खोजा जा रहा है। इसी बीच एक और बड़ी खबर सामने आई है कि राजस्थान रॉयल्स भी बिक्री की कतार में खड़ी हो सकती है।

हर्ष गोयनका का सोशल मीडिया पोस्ट और बढ़ा रहा हलचल

देश के जाने–माने उद्योगपति और सिएट (CEAT) टायर कंपनी के मालिक हर्ष गोयनका ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट से इस चर्चा को और हवा दे दी। गुरुवार 27 नवंबर की शाम उन्होंने ‘एक्स’ (Twitter) पर लिखा कि उन्हें जानकारी मिल रही है कि सिर्फ एक नहीं, बल्कि IPL की दो टीमें RCB और RR बिक्री के लिए तैयार हैं। पोस्ट में उन्होंने इशारा किया कि मौजूदा मालिक अपने निवेश पर मिली ऊंची वैल्यूएशन का फायदा उठाना चाहते हैं। गोयनका ने यह भी लिख दिया कि दो टीमें उपलब्ध हैं और 4–5 संभावित खरीदार मैदान में उतर सकते हैं। उन्होंने यह सवाल भी छोड़ा कि आखिर बाज़ी किसके हाथ लगेगी पुणे, अहमदाबाद, मुंबई, बेंगलुरु या फिर अमेरिका से आने वाले किसी निवेशक के पास?

राजस्थान रॉयल्स के मालिक कौन हैं?

हर्ष गोयनका के दावे के बाद क्रिकेट प्रेमियों के बीच यह सवाल भी जोर पकड़ रहा है कि आखिर राजस्थान रॉयल्स में हिस्सेदारी किस–किस के पास है और क्या वाकई टीम की पूरी बिक्री होगी या सिर्फ कुछ शेयर ट्रांसफर किए जाएंगे? फिलहाल राजस्थान रॉयल्स का स्वामित्व रॉयल मल्टीस्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के पास है। इस कंपनी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी भारतीय मूल के ब्रिटिश उद्योगपति मनोज बदाले के पास मानी जाती है। उनके साथ–साथ अमेरिका की प्रसिद्ध इन्वेस्टमेंट फर्म रेडबर्ड कैपिटल भी इस फ्रेंचाइजी में पार्टनर है। अभी तक रॉयल्स प्रबंधन की ओर से टीम की बिक्री या हिस्सेदारी कम–ज्यादा करने पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।

क्या खुद फ्रेंचाइजी खरीदने की तैयारी में हैं हर्ष गोयनका?

हर्ष गोयनका का पोस्ट सामने आने के बाद एक और दिलचस्प सवाल उठ खड़ा हुआ है क्या वे खुद इन टीमों में से किसी फ्रेंचाइजी में निवेश करने का मन बना रहे हैं? करीब 36 हजार करोड़ रुपये की अनुमानित नेटवर्थ के साथ हर्ष गोयनका देश के अहम उद्योगपतियों में से एक हैं और RPG ग्रुप के चेयरमैन हैं। सिएट टायर्स इसी ग्रुप का हिस्सा है। उनके छोटे भाई संजीव गोयनका इंडियन प्रीमियर लीग की सबसे नई और सबसे महंगी फ्रेंचाइजी लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के मालिक हैं। ऐसे में यह कयास भी लग रहे हैं कि अगर हर्ष गोयनका RCB या RR में हिस्सेदारी लेते हैं, तो आने वाले वर्षों में IPL के मैदान पर दो भाइयों की टीमों के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है—एक तरफ लखनऊ सुपर जायंट्स, दूसरी ओर RCB या राजस्थान रॉयल्स।

आधिकारिक मुहर का इंतज़ार

फिलहाल RCB की बिक्री की प्रक्रिया पर कंपनी की ओर से संकेत साफ हैं, जबकि राजस्थान रॉयल्स को लेकर तस्वीर अभी अनुमान और दावों तक ही सीमित है। उद्योग जगत और क्रिकेट फैंस दोनों की निगाह अब इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले महीनों में कौन–कौन से बड़े नाम IPL की टीमों के नए मालिक बनकर सामने आते हैं और क्या वाकई दो ऐतिहासिक फ्रेंचाइजी नए हाथों में चली जाएंगी। IPL 2026

अगली खबर पढ़ें

किस भारतीय पर बरसेंगे सबसे ज्यादा पैसे, क्या टूटेगा 3.40 का जादू?

अब बड़ा सवाल यही है – क्या इस नीलामी में कोई भारतीय स्टार स्मृति मंधाना के रिकॉर्ड 3.40 करोड़ रुपये को पीछे छोड़ पाएगा? आइए उन नामों पर नजर डालते हैं, जिन पर इस बार पैसों की सबसे ज़्यादा बरसात होने की उम्मीद है।

WPL 2026 ऑक्शन से पहले चर्चा में भारतीय स्टार्स, किस पर होगी करोड़ों की बरसात
WPL 2026 ऑक्शन से पहले चर्चा में भारतीय स्टार्स, किस पर होगी करोड़ों की बरसात?
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar27 Nov 2025 12:14 PM
bookmark

WPL 2026 : महिला प्रीमियर लीग (WPL) 2026 का मेगा ऑक्शन 27 नवंबर को नई दिल्ली में दोपहर 3:30 बजे से शुरू होने जा रहा है। इस बार माहौल पहले से कहीं ज्यादा गर्म है, क्योंकि यह ऑक्शन भारत की वर्ल्ड कप जीत के बाद पहली बड़ी नीलामी है। स्वाभाविक है कि विश्व कप में चमकीं भारतीय क्रिकेटर्स पर फ्रेंचाइजियों की खास नजर रहने वाली है। इस बार कुल 277 खिलाड़ियों ने अपना नाम नीलामी के लिए भेजा है, जिनमें 194 भारतीय और 83 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। पांच फ्रेंचाइजी मिलकर अधिकतम 73 स्लॉट भरने की कोशिश करेंगी, जिनमें 50 भारतीय और 23 विदेशी खिलाड़ियों की जगह बची हुई है। रजिस्ट्रेशन सूची में 52 कैप्ड भारतीय, 66 कैप्ड विदेशी, 142 अनकैप्ड भारतीय और 17 अनकैप्ड विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं। अब बड़ा सवाल यही है – क्या इस नीलामी में कोई भारतीय स्टार स्मृति मंधाना के रिकॉर्ड 3.40 करोड़ रुपये को पीछे छोड़ पाएगा? आइए उन नामों पर नजर डालते हैं, जिन पर इस बार पैसों की सबसे ज़्यादा बरसात होने की उम्मीद है।

वे भारतीय स्टार्स जिन पर लग सकती है सबसे महंगी बोली

1. रिचा घोष – टी20 की ‘फिनिशर क्वीन’

ऑक्शन की चर्चा शुरू होती है तो सबसे पहले नाम रिचा घोष का सामने आता है। भारतीय टीम की स्थापित फिनिशर रिचा टी20 क्रिकेट में 150 से ऊपर के स्ट्राइक रेट के लिए जानी जाती हैं। डेथ ओवर्स में बड़े शॉट खेलने की उनकी क्षमता किसी भी फ्रेंचाइजी के लिए ‘मैच विनिंग पैकेज’ साबित हो सकती है। सिर्फ धमाकेदार बैटिंग ही नहीं, बल्कि विकेटकीपर के तौर पर उनका रोल उन्हें डबल वैल्यू वाला खिलाड़ी बनाता है। टी20 फॉर्मेट में जिस तरह की बहुआयामी खिलाड़ी की जरूरत होती है, रिचा उस खांचे में पूरी तरह फिट बैठती हैं। ऐसे में यह हैरान नहीं करेगा अगर उनके लिए टीमों के बीच जोरदार बोली युद्ध देखने को मिले।

2. साइका ईशाक

लेफ्ट-आर्म स्पिनर साइका ईशाक ने पिछले कुछ सीज़न में दिखा दिया है कि वह क्यों भविष्य की बड़ी स्टार मानी जाती हैं। खास तौर पर टी20 में मिडल ओवर्स में उनकी गेंदबाजी खेल का रुख मोड़ने की क्षमता रखती है। विकेट निकालने की आदत, कंट्रोल और लगातार एक जैसी लाइन-लेंथ – ये सभी गुण उन्हें नीलामी में बेहद ‘हॉट प्रॉपर्टी’ बना सकते हैं। कई टीमें उन्हें अपने स्पिन अटैक की धुरी बनाने के लिए बड़ी रकम खर्च करने से पीछे नहीं हटेंगी।

3. टिटस साधू

टिटस साधू को उभरती हुई तेज गेंदबाज के तौर पर मजबूत पहचान मिल चुकी है। स्विंग, नियंत्रण और नई गेंद से विकेट निकालने की काबिलियत – टी20 में सफल पेसर के लिए जो भी ज़रूरी गुण होते हैं, साधू के पास सब मौजूद हैं। युवा होने के साथ-साथ उनका एग्रेसन और इम्पैक्ट उन्हें फ्रेंचाइजियों के लिए लॉन्ग-टर्म इनवेस्टमेंट बनाता है। डेथ ओवर्स के लिए उन्हें और पैना बनाया जा सकता है, लेकिन पावरप्ले में ब्रेकथ्रू दिलाने की उनकी क्षमता किसी भी टीम के लिए उन्हें आकर्षक विकल्प बनाती है।

4. श्रेयंका पाटिल

जब बात ऑलराउंडर्स की होती है तो श्रेयंका पाटिल का नाम सबसे ऊपर आता है। वह सिर्फ प्रभावी ऑफ-स्पिनर ही नहीं, बल्कि निचले क्रम में उपयोगी रन भी जोड़ती हैं।

टी20 फॉर्मेट में किसी भी टीम को ऐसे खिलाड़ी की तलाश रहती है जो बैट और बॉल दोनों से योगदान दे सके। श्रेयंका पाटिल यही बैलेंस ऑफर करती हैं। उनसे उम्मीद है कि एक से अधिक फ्रेंचाइजी उन्हें अपनी टीम में शामिल करने के लिए पर्स की रस्सी ढीली कर सकती हैं।

अब तक WPL के इतिहास की सबसे महंगी भारतीय खिलाड़ी

अब नजर डालते हैं उन भारतीय खिलाड़ियों पर, जिन्होंने इससे पहले WPL ऑक्शन में भारी-भरकम रकम दिलवाई है –

  • स्मृति मंधाना – ₹3.40 करोड़ (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु)
  • 2023 के शुरुआती ऑक्शन में मंधाना को 3.40 करोड़ रुपये में खरीदा गया था। उन्होंने RCB को 2024 का खिताब दिलाया और 2026 सीज़न के लिए भी टीम ने उन्हें रिटेन रखा है। वह अब तक लीग की सबसे महंगी भारतीय खिलाड़ी हैं।
  • दीप्ति शर्मा – ₹2.60 करोड़ (UP वॉरियर्स)
  • पहले ऑक्शन में 2.60 करोड़ की भारी बोली पर UP वॉरियर्स ने उन्हें टीम में शामिल किया। दीप्ति ने 25 मैचों में 507 रन और 27 विकेट लेकर अपने ऑलराउंड टैग को साबित भी किया। 2026 मेगा ऑक्शन से पहले उन्हें रिलीज़ किया जा चुका है, ऐसे में वह इस बार फिर बड़ी बोली की दावेदार हैं।
  • जेमिमा रोड्रिग्स – ₹2.20 करोड़ (दिल्ली कैपिटल्स)
  • 2023 में दिल्ली ने जेमिमा को 2.20 करोड़ रुपये में खरीदा था। उन्होंने लगभग 28 की औसत से 507 रन जोड़े हैं। प्रदर्शन और टीम की रणनीति को देखते हुए दिल्ली ने उन्हें 2026 के लिए भी उसी रकम पर रिटेन किया है।
  • शैफाली वर्मा – ₹2.00 करोड़ (दिल्ली कैपिटल्स)
  • WPL की सबसे विस्फोटक ओपनर्स में गिनी जाने वाली शैफाली अब तक 865 रन और आठ अर्धशतक बना चुकी हैं। भले ही हालिया फॉर्म में उतार-चढ़ाव रहा हो, लेकिन दिल्ली ने उन्हें 2026 सीज़न के लिए 2.20 करोड़ रुपये में रिटेन करके अपने भरोसे का इजहार किया है।
  • काश्वी गौतम – ₹2.00 करोड़ (गुजरात जायंट्स)
  • 2024 में वह अनकैप्ड खिलाड़ियों में सबसे महंगी खरीद साबित हुईं, जब गुजरात जायंट्स ने उन पर 2 करोड़ रुपये खर्च किए। 2025 में उन्होंने वनडे इंटरनेशनल डेब्यू तो किया, लेकिन तीन मैचों में कोई विकेट नहीं लेने के बाद उन्हें रिलीज़ कर दिया गया और अब वह दोबारा 2026 ऑक्शन पूल में लौट आई हैं।

यही आंकड़े अब सवाल खड़ा करते हैं – क्या रिचा, साइका, टिटस या श्रेयंका में से कोई स्मृति मंधाना का 3.40 करोड़ वाला रिकॉर्ड तोड़ पाएगा?

WPL 2026: किसने किसे रिटेन किया?

ऑक्शन से पहले टीमों ने अपनी रणनीति के मुताबिक कुछ बड़े नामों को रिटेन किया और कुछ को छोड़कर पर्स बढ़ाने का रास्ता चुना।

मुंबई इंडियंस

  • रिटेन खिलाड़ी: हरमनप्रीत कौर, नैट साइवर-ब्रंट, हेली मैथ्यूज, अमनजोत कौर, जी कमलिनी
  • RTM कार्ड: 0
  • बचे स्लॉट: 13 (जिनमें 4 विदेशी)
  • पर्स: ₹5.75 करोड़

दिल्ली कैपिटल्स

  • रिटेन खिलाड़ी: जेमिमा रोड्रिग्स, शैफाली वर्मा, मारिजाने कैप, एनाबेल सदरलैंड, निकी प्रसाद
  • RTM कार्ड: 0
  • बचे स्लॉट: 13 (4 विदेशी)
  • पर्स: ₹5.70 करोड़

UP वॉरियर्स

  • रिटेन खिलाड़ी: श्वेता सेहरावत
  • RTM कार्ड: 4
  • बचे स्लॉट: 17 (6 विदेशी)
  • पर्स: ₹14.5 करोड़

गुजरात जायंट्स

  • रिटेन खिलाड़ी: एश्ले गार्डनर, बेथ मूनी
  • RTM कार्ड: 3 (सिर्फ भारतीय खिलाड़ियों के लिए)
  • बचे स्लॉट: 16 (4 विदेशी)
  • पर्स: ₹9 करोड़

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु

  • रिटेन खिलाड़ी: स्मृति मंधाना, रिचा घोष, एलिस पेरी, श्रेयंका पाटिल
  • RTM कार्ड: 1 (अनकैप्ड भारतीय के लिए)
  • बचे स्लॉट: 14 (5 विदेशी)
  • पर्स: ₹6.15 करोड़

इन आंकड़ों से साफ है कि UP वॉरियर्स और गुजरात जायंट्स जैसी टीमों के पास बड़ा पर्स और ज्यादा स्लॉट हैं, इसलिए ये टीमें नीलामी में बोली का पूरा खेल बदल सकती हैं।

WPL 2026 ऑक्शन के अहम नियम

  • हर टीम की स्क्वाड साइज कम से कम 15 और अधिकतम 18 खिलाड़ी होगी।
  • कुल उपलब्ध स्लॉट: 73 (जिनमें 23 विदेशी खिलाड़ियों की जगह शामिल है)।
  • टीमें रिटेंशन के आधार पर अधिकतम 5 RTM (Right to Match) कार्ड इस्तेमाल कर सकती हैं।
  • जिन टीमों ने कम खिलाड़ी रिटेन किए हैं, उन्हें ज़्यादा RTM कार्ड और बड़ा पर्स मिला है, ताकि वे नीलामी में अधिक लचीलापन दिखा सकें।
  • मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के पास इस बार कोई RTM कार्ड उपलब्ध नहीं है।
  • सभी टीमों का कुल मिलाकर संयुक्त पर्स लगभग ₹41.1 करोड़ है। WPL 2026
अगली खबर पढ़ें

क्या सुरक्षित है गौतम गंभीर की कुर्सी? हार के बाद BCCI का प्लान आया सामने

ये पूरा सिलसिला गंभीर की कोचिंग के दौरान हुआ है, ऐसे में उनके भविष्य को लेकर सवाल उठना स्वाभाविक है। सिर्फ गंभीर ही नहीं, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर की चयन नीति भी अब कटघरे में है। इसके बावजूद संकेत यही हैं कि BCCI तुरंत किसी कड़े फैसले के मूड में नहीं है।

टीम इंडिया की टेस्ट नाकामी, कटघरे में कोच गौतम गंभीर
टीम इंडिया की टेस्ट नाकामी, कटघरे में कोच गौतम गंभीर
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar27 Nov 2025 11:37 AM
bookmark

Gautam Gambhir : टीम इंडिया के लिए घरेलू टेस्ट रिकॉर्ड हमेशा से उसकी सबसे बड़ी ताकत रहा है। 2012 से लेकर 2024 में न्यूजीलैंड सीरीज से ठीक पहले तक भारत ने अपनी सरजमीं पर कोई टेस्ट सीरीज नहीं हारी थी। इस लंबे दौर में टीम ने घर पर कुल मिलाकर सिर्फ 5–6 टेस्ट मैच गंवाए। लेकिन मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर के कार्यकाल में महज 12 महीनों के भीतर भारत 5 टेस्ट और 2 टेस्ट सीरीज हार चुका है। लगभग 12 साल तक घर में कोई टेस्ट सीरीज न हारने वाली टीम इंडिया को पिछले एक साल में दूसरी बार क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से लेकर साउथ अफ्रीका के खिलाफ ताज़ा मुकाबलों के बीच भारत 7 में से 5 टेस्ट मैच हार गया। ये पूरा सिलसिला गंभीर की कोचिंग के दौरान हुआ है, ऐसे में उनके भविष्य को लेकर सवाल उठना स्वाभाविक है। सिर्फ गंभीर ही नहीं, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर की चयन नीति भी अब कटघरे में है। इसके बावजूद संकेत यही हैं कि BCCI तुरंत किसी कड़े फैसले के मूड में नहीं है।

बदलाव के दौर में टीम

‘इंडियन एक्सप्रेस’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक साल में दो बार घरेलू टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलने के बावजूद बोर्ड अभी कोई तात्कालिक एक्शन लेने के पक्ष में नहीं है। BCCI से जुड़े सूत्रों का कहना है कि टीम एक परिवर्तनशील दौर से गुजर रही है और ऐसे समय में जल्दबाज़ी में लिए गए फैसले लंबी अवधि में नुकसानदेह हो सकते हैं। यही कारण है कि बोर्ड न तो कोचिंग स्टाफ में तुरंत बदलाव करना चाहता है और न ही खिलाड़ियों में किसी बड़े फेरबदल के निर्देश देने जा रहा है।

वर्ल्ड कप 2027 तक गंभीर का कॉन्ट्रैक्ट

सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या गौतम गंभीर की नौकरी सुरक्षित है? रिपोर्ट में दिए गए बोर्ड सूत्रों के हवाले से यही संकेत मिलते हैं कि फिलहाल उनकी कुर्सी पर कोई तात्कालिक खतरा नहीं है। सूत्र के मुताबिक, “हम गंभीर को लेकर फिलहाल कोई फैसला नहीं करेंगे, क्योंकि वर्ल्ड कप नज़दीक है और उनका कॉन्ट्रैक्ट भी वर्ल्ड कप 2027 तक का है। गंभीर को जुलाई 2024 में टीम इंडिया का हेड कोच नियुक्त किया गया था। उन्हें तीन साल का कार्यकाल दिया गया है, जो 2027 वनडे वर्ल्ड कप के समापन तक चलेगा। हालांकि, यह भी साफ है कि ताज़ा हार के बाद BCCI अधिकारी सेलेक्शन कमेटी और टीम मैनेजमेंट के साथ बैठकर समीक्षा करेंगे और आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा होगी। Gautam Gambhir