Noida: नोएडा । 21 अगस्त को दोपहर ढाई बजे इमारतों को ब्लास्ट (Blast) किया जाएगा। ब्लास्ट के दौरान सिर्फ पांच लोग (Five people) ही मौजूद रहेंगे। इसमें एडिफिस (Edifice) के एक, जेट डिमोलिशन के तीन और एक पुलिस प्रशासन का अधिकारी रहेगा। नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) में कल हुई अंतिम बैठक में इस बात की जानकारी साझा की गई।
बैठक में बताया गया कि इमारत के 11 प्राइमरी और 7 सेकंड्री तलों पर पिलर्स में होल कर दिए गए है। नौ पिलर शेष है जिनमें रैपिंग काम तीन दिनों में पूरा हो जाएगा। एमराल्ड (Emerald) और एटीएस (ATS) के टॉवरों को धूल से बचाने के लिए प्लास्टिक शीट से कवर किया जाएगा। विस्फोटक पर निगरानी के लिए परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए। इस दौरान जेट डिमोलिशन, नोएडा प्राधिकरण, सीबीआरआई, गेल, प्रदूष्रण नियंत्रण बोर्ड आदि मौजूद रहे। एनडीआरएफ (NDRF) के साथ अगले सप्ताह बैठक की जाएगी। सीईओ रितु माहेश्वरी (CEO Ritu Maheshwari) ने कहा कि सुपरटेक (Supertech) सीबीआरआई से एक्सपर्ट ओपिनियन प्राप्त करे और यदि सीबीआरआई क्रिटिकल जोन में स्ट्रक्चलर आडिट के लिए कहती है तो तत्काल एक एजेंसी हायर कर स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाए। साथ ही सुपरटेक को निर्देशित किया कि सीबीआरआई और रूढ़की को तीन दिन के अंदर 70 लाख रुपए का भुगतान करे।
मलबे को एकत्रित करने के लिए बेसमेंट के चारो ओर 4.5 और 7.5 मीटर की स्टील से इमारत को कवर किया जाएगा। इसके अलावा 30 मीटर ऊचे कंटेनर रखे जाएंगे। साथ ही ब्लास्ट होने वाले कॉलम को जियो टैक्सटाइल फाइबर से कवर किया गया है। ताकि डिबरीस बाहर न आए। अभी नौ कॉलम का काम बाकी है। जिसे तीन दिन में पूरा कर लिया जाएगा।
सुपरटेक में दोनों टावरों के अलावा 14 टावर और उसके साथ एटीएस में टावर है। ब्लास्ट के दिन यानी 21 अगस्त को ब्लास्ट से तीन घंटे पहले ही सभी टावरों के फ्लैटों में रहने वाले लोगों को बाहर कर दिया जाएगा। ब्लास्ट के दो घंटे बाद वे अपने फ्लैट में जा सकेंगे।
बैठक में जेट डिमोलिशन ने बताया कि दो अगस्त से 10 हजार से छेदों में विस्फोटक लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद पूरे एरिया को सील किया जाएगा। यहां पुलिस की तैनाती रहेगी साथ अंदर जाने में सख्ती बरती जाएगी। 18 दिन यानी 20 अगस्त तक विस्फोटक लगा दिया जाएगा। 20 अगस्त की शाम को फाइनल विजिट होगी। विस्फोटक लाने के लिए पुलिस से दो दिन में एनओसी मिल जाएगी।