गौतम अडाणी की कंपनी ने रचा इतिहास, ऊर्जा क्षमता में छुआ नया मुकाम

Gautam Adani
Gautam Adani
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:44 PM
bookmark

Gautam Adani :  भारत के हरित ऊर्जा क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है। देश की अग्रणी ऊर्जा कंपनी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (AGEL) ने 15,000 मेगावाट से अधिक की परिचालन क्षमता हासिल कर एक ऐतिहासिक कीर्तिमान रच दिया है। अब कंपनी की कुल कार्यशील क्षमता 15,539.9 मेगावाट तक पहुंच चुकी है। यह उपलब्धि ना केवल भारत में  ऊर्जा के क्षेत्र में अब तक की सबसे तेज़ और व्यापक वृद्धि को दर्शाती है, बल्कि इस बात का भी संकेत है कि निजी क्षेत्र की भागीदारी देश को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर कितनी तेज़ी से ले जा रही है।

AGEL का वर्तमान पोर्टफोलियो इस प्रकार है

  • 11,005.5 मेगावाट सौर ऊर्जा

  • 1,977.8 मेगावाट पवन ऊर्जा

  • 2,556.6 मेगावाट हाइब्रिड (सोलर-पवन) क्षमता

गौतम अडाणी ने ट्वीट कर साझा की सफलता

अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया: हर्ष के साथ साझा कर रहा हूं कि अडाणी ग्रीन ने 15,000 मेगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता पार कर ली है — यह भारत के इतिहास में सबसे तेज़ और सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी निर्माण है। खावड़ा के तपते रेगिस्तान से लेकर वैश्विक मंच पर शीर्ष 10 ग्रीन एनर्जी उत्पादकों में शामिल होना, यह केवल एक आंकड़ा नहीं बल्कि भारत के ऊर्जा भविष्य की दिशा का परिचायक है।

2030 तक 50,000 मेगावाट का लक्ष्य

कंपनी की इस उपलब्धि पर AGEL के CEO आशीष खन्ना ने कहा: 15,000 मेगावाट पार करना न सिर्फ एक आंकड़ा है, बल्कि यह हमारी टीम की प्रतिबद्धता, नेतृत्व की दूरदर्शिता और भागीदारों के अटूट समर्थन का नतीजा है। हमारा अगला लक्ष्य है — 2030 तक 50,000 मेगावाट की परिचालन क्षमता तक पहुंचना, ताकि हम भारत और वैश्विक बाजारों को टिकाऊ ऊर्जा समाधान दे सकें।”

पूरे पूर्वोत्तर को रोशन करने की क्षमता

AGEL की मौजूदा ग्रीन एनर्जी उत्पादन क्षमता इतनी है कि इससे लगभग 79 लाख घरों को बिजली दी जा सकती है। कंपनी का उत्पादन 13 राज्यों में कार्यरत है और इसकी क्षमता पूरा पूर्वोत्तर भारत अक्षय ऊर्जा से रोशन करने में सक्षम है। बता दें कि  अडाणी ग्रीन एनर्जी ने इस मुकाम को ऐसे समय पर हासिल किया है जब कंपनी ने अपनी स्थापना के 10 वर्ष पूरे किए हैं। यह मील का पत्थर भारत को स्वच्छ, सस्ती और सुलभ ऊर्जा देने के उसके विज़न की दिशा में एक मजबूत कदम है।    Gautam Adani

प्रयागराज में उपद्रव पर कड़ा एक्शन, दर्जनों गिरफ्तार, बाइकें सीज

ग्रेटर नोएडा – नोएडाकीखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएचेतनामंचसेजुड़ेरहें।

देश-दुनियाकीलेटेस्टखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएहमेंफेसबुकपरलाइककरेंयाट्विटरपरफॉलोकरें।

अगली खबर पढ़ें

तत्काल टिकट बुकिंग के नए नियम लागू, अब दलालों की खैर नहीं

Ashwini Vaishnav
Indian Railways Big Update
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 09:21 AM
bookmark
Indian Railways Big Update : रेल यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। अब ट्रेन रवाना होने से चार घंटे नहीं बल्कि आठ घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट तैयार किया जाएगा। भारतीय रेलवे की इस नई व्यवस्था से खासकर प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। अब उन्हें पहले से पता चल जाएगा कि उनका टिकट कन्फर्म हुआ या नहीं, जिससे वे वैकल्पिक यात्रा की योजना बना सकें।

क्या बदला है चार्ट बनाने के नियम में?

अभी तक ट्रेन छूटने से 4 घंटे पहले चार्ट बनता था। नई व्यवस्था के तहत, अब चार्ट 8 घंटे पहले तैयार होगा। जो ट्रेनें दोपहर 2 बजे से पहले रवाना होंगी उनका चार्ट पिछली रात 9 बजे ही बना दिया जाएगा। इससे यात्रियों को रात में ही टिकट की स्थिति जानने में आसानी होगी।

आरक्षण प्रणाली में आएगा बड़ा बदलाव

रेल मंत्रालय अब यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS) को भी अत्याधुनिक बना रहा है। जुलाई से नई बुकिंग प्रणाली लागू होने लगेगी, और दिसंबर 2025 तक पूरी तरह सक्रिय हो जाएगी। अब प्रति मिनट 1.5 लाख टिकट तक बुक किए जा सकेंगे (अभी सिर्फ 32 हजार प्रति मिनट)। पूछताछ क्षमता भी बढ़ेगी अभी 4 लाख प्रति मिनट से बढ़कर 40 लाख प्रति मिनट तक पहुंचाई जाएगी। आरक्षण फॉर्म अब अनेक भारतीय भाषाओं में भी उपलब्ध होंगे।यात्री अपनी पसंद की सीट चुन सकेंगे। दिव्यांग, छात्र, मरीज आदि के लिए विशेष सुविधा का भी प्रावधान होगा। एक नया किराया कैलेंडर भी आएगा, जिससे किसी दिन का किराया पहले ही देखा जा सकेगा।

तत्काल टिकट के नियम भी होंगे सख्त

रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली में पारदर्शिता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए भी कई कदम उठाए हैं। 1 जुलाई से तत्काल टिकट सिर्फ प्रमाणित यात्रियों को ही मिलेगा। इसके लिए आईआरसीटीसी वेबसाइट या ऐप पर रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा। जुलाई के अंत तक OTP आधारित आधार सत्यापन की सुविधा भी लागू हो जाएगी। यात्री की पहचान की पुष्टि के लिए आधार कार्ड या DigiLocker से लिंक सरकारी ID मान्य होगी।

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिए निर्देश

रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पूरी योजना की समीक्षा करते हुए साफ निर्देश दिया कि टिकट बुकिंग प्रणाली को आसान, पारदर्शी और यात्री-केंद्रित बनाया जाए। बुकिंग से लेकर यात्रा तक का हर चरण अब तकनीक आधारित और भरोसेमंद होगा।

क्या बदलेगा यात्रियों के लिए?

प्रतीक्षा सूची में रहने वाले यात्री पहले ही अपनी स्थिति जान सकेंगे। अंतिम समय में कन्फर्म टिकट न मिलने की परेशानी कम होगी। दलालों और फर्जी बुकिंग पर सख्ती बढ़ेगी। तकनीक के जरिए सुविधा और सुरक्षा दोनों मिलेगी। Indian Railways Big Update

शुरू हुआ ई-वोटिंग का युग, अब वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ की जरूरत नहीं

ग्रेटर नोएडा – नोएडाकीखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएचेतनामंचसेजुड़ेरहें।

देश-दुनियाकीलेटेस्टखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएहमेंफेसबुकपरलाइककरेंयाट्विटरपरफॉलोकरें।

अगली खबर पढ़ें

अब एक-एक कर उड़ेगी दुश्मनों की नींद, पराग जैन को मिली RAW की कमान

Parag Jain
Parag Jain
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 05:20 PM
bookmark
Parag Jain : देश की बाहरी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) को नया प्रमुख मिल गया है। मोदी सरकार ने सीनियर IPS अधिकारी पराग जैन को RAW का नया चीफ नियुक्त किया है। वे 1 जुलाई से पदभार संभालेंगे और मौजूदा प्रमुख रवि सिन्हा की जगह लेंगे जिनका कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है। पंजाब कैडर के 1989 बैच के अधिकारी पराग जैन को खुफिया हलकों में एक ‘सुपर स्पाई’ के रूप में जाना जाता है। उनके पास HUMINT (मानव स्रोत आधारित खुफिया) और TECHINT (तकनीकी खुफिया) दोनों का गहरा अनुभव है, जिसे उन्होंने कई महत्वपूर्ण ऑपरेशनों में प्रभावी ढंग से इस्तेमाल किया है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ में निभाई थी निर्णायक भूमिका

हाल के वर्षों में पराग जैन का सबसे चर्चित योगदान रहा ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जिसमें पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए गए थे। हालांकि ये हमले कुछ ही मिनटों में अंजाम दिए गए, लेकिन इसके पीछे वर्षों की गुप्त तैयारी और नेटवर्किंग थी, जिसमें जैन की रणनीति और खुफिया जानकारी की बड़ी भूमिका रही। उनके नेतृत्व में आतंक के बुनियादी ढांचे को ध्वस्त करने में भारत को अहम सफलता मिली।

जम्मू-कश्मीर से लेकर विदेशों तक का अनुभव

पराग जैन को जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील सुरक्षा क्षेत्रों में काम करने का गहरा अनुभव है। उनके पास ज़मीन पर खुफिया संचालन से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करने तक का लंबा और संतुलित रिकॉर्ड है। उन्होंने कनाडा और श्रीलंका में भारतीय दूतावासों में भी अहम भूमिका निभाई है जिससे उनकी प्रोफाइल को वैश्विक आयाम मिला है। 2021 में उन्हें पंजाब पुलिस महानिदेशक (DGP) के पद पर पदोन्नत किया गया था, हालांकि तब वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे, इसलिए यह प्रमोशन तकनीकी रूप से ही मिला। बावजूद इसके, उन्हें केंद्रीय DGP रैंक पर सूचीबद्ध किया गया जो यह दर्शाता है कि राष्ट्रीय खुफिया ढांचे में उनकी कितनी साख है।

कैबिनेट की मुहर और रवि सिन्हा का उत्तराधिकारी

28 जून को कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने उनके नाम को औपचारिक मंजूरी दी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि रवि सिन्हा के बाद RAW की कमान किसके हाथों में होगी। रवि सिन्हा का कार्यकाल अपेक्षाकृत शांत और कम प्रोफाइल वाला रहा, जबकि पराग जैन के साथ अब एजेंसी में एक तेज-तर्रार, अनुभवशील और तकनीक-प्रवीण नेतृत्व की शुरुआत होने जा रही है। पराग जैन की नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब भारत को बाहरी खतरों के साथ-साथ तकनीकी जासूसी के मोर्चे पर भी सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे में उनका नेतृत्व भारत के रणनीतिक हितों को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। Parag Jain

शुरू हुआ ई-वोटिंग का युग, अब वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ की जरूरत नहीं

ग्रेटर नोएडा – नोएडाकीखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएचेतनामंचसेजुड़ेरहें।

देश-दुनियाकीलेटेस्टखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएहमेंफेसबुकपरलाइककरेंयाट्विटरपरफॉलोकरें।