निठारी कांड में चौंकाने वाला फैसला, सवाल कायम

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calendar30 Nov 2025 06:17 AM
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निठारी कांड की याद एक बार फिर से ताजा होकर सामने आई है। उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में स्थित निठारी गांव में हुए इस कांड ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था। बुधवार को भारत की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने निठारी कांड में एक बड़ा फैसला सुनाया है। निठारी कांड में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने हर किसी को चौंका दिया है। Nithari Hatyakand

निठारी कांड में फिर उठ खड़ा हुआ सबसे बड़ा सवाल

बुधवार को भारत के सुप्रीम कोर्ट ने निठारी कांड में चौंकाने वाला फैसला सुनाया। निठारी कांड का यह फैसला सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों वाली बैंच ने सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में नर पिशाच के नाम से चर्चित रह चुके निठारी कांड के आरोपी सुरेन्द्र कोली तथा मनिंदर सिंह पंढेर को एक प्रकार से निर्दोष मान लिया। एक प्रकार से निर्दोष इसलिए कि सुप्रीम कोर्ट ने निठारी कांड में CBI की उस अपील को खारिज कर दिया है जिस अपील में CBI ने निठारी कांड पर उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती दी थी। CBI की अपील को खारिज करने का सीधा सा नतीजा यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने निठारी कांड के नर पिशाच दोनों आरोपियों को निर्दोष मान लिया है। उत्तर प्रदेश हाईकोर्ट ने भी इस सवाल का जवाब नहीं दिया था कि यदि निठारी कांड के दोनों आरोपी निर्दोष हैं तो निठारी में दर्जनों निर्दोष बेटियों की हत्या का हत्यारा कौन है? इस प्रश्न का सुप्रीम कोर्ट ने भी कोई उत्तर नहीं दिया है।

निठारी कांड पर क्या फैसला दिया है सुप्रीम कोर्ट ने

आपको बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट भारत की सबसे बड़ी अदालत है। बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में निठारी कांड को लेकर CBI की अपील पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने CBI की अपील को खारिज कर दिया। सुप्रीम कोर्ट के  मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई, जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और जस्टिस विनोद चंद्रन की तीन सदस्यीय पीठ ने सीबीआई की अपीलों को खारिज करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। इस फैसले में हाईकोर्ट ने सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर को तमाम मामलों में बरी कर दिया था।

निठारी कांड में निचली अदालत ने सुनाई थी फांसी की सजा

आपको बता दें कि, निठारी कांड में उत्तर प्रदेश के हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर 2023 को दोनों दोषियों को कई मामलों में बरी कर दिया था। हाईकोर्ट ने सुरेंद्र कोली को 12 और मनिंदर सिंह पंढेर को दो मामलों में मिली फांसी की सजा को रद्द कर दिया था। यह फैसला गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट के फैसले को पलटते हुए दिया गया था, जिसने दोनों को निठारी कांड में दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच, जिसमें जस्टिस अश्विनी कुमार मिश्रा और जस्टिस एसएचए रिजवी शामिल थे, ने 14 याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई करते हुए यह ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में प्रत्यक्षदर्शी गवाहों की अनुपस्थिति और केवल परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर दोष सिद्ध नहीं किया जा सकता। कोर्ट में क्या रखा गया था बचाव पक्ष का पक्ष। सुप्रीम कोर्ट की वकील मनीषा भंडारी ने सुरेंद्र कोली और मनिंदर सिंह पंढेर की ओर से कोर्ट में पक्ष रखते हुए कहा कि मामले में न तो कोई प्रत्यक्षदर्शी गवाह मौजूद है और न ही मजबूत वैज्ञानिक साक्ष्य जो फांसी जैसी सजा को सही ठहरा सकें। उन्होंने यह भी दलील दी कि बिना पर्याप्त सबूतों के फांसी की सजा देना न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है।

निठारी कांड का काला सच

आपको यदि याद नहीं है तो हम आपको निठारी कांड का काला सच याद दिला देते हैं। उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में निठारी नाम का एक गांव है। निठारी कांड इसी निठारी गांव से जुड़ा हुआ है। निठारी गांव की जिस कोठी के अंदर तथा बाहर यह कांड हुआ था उसे खूनी कोठी कहा जाता है। इस खूनी कोठी में सैकड़ों मासूम बच्चियों के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया गया। रेप की वारदातों पर पर्दा डालने के लिए आरोपी पंढेर और कोहली ने इन मासूम बच्चियों की हत्या कर दी। यह मामला 2006 में तब खुला जब निठारी के नाले से सैकड़ों नरकंकाल मिले थे। यहां जानिए निठारी की खूनी कोठी का पूरा सच… साल-2005 से 2006 के बीच हुए इस कांड ने दुनिया भर के लोगों को हिलाकर कर दिया था। दिसंबर 2006 में नोएडा के निठारी में मोनिंदर सिंह पंढेर की कोठी के पास नाले में कंकाल मिले थे। इसके बाद पुलिस ने जांच की तो कई बच्‍चों के अपहरण, दुष्‍कर्म और हत्‍या की दर्दनाक कहानियां सामने आई थी। सीबीआई ने इस मामले में कुल 16 केस दर्ज किए थे। सभी मामलों में मोनिंदर के नौकर कोली पर हत्या, अपहरण और दुष्कर्म के अलावा सबूत मिटाने का भी आरोप लगा जबकि मोनिंदर सिंह पंढेर पर एक मामले में अनैतिक तस्करी का आरोप लगाया गया था।नोएडा के सेक्टर 30 स्थित ग्राम निठारी में कोठी नंबर डी 5 में रहने वाले उद्योगपति मोहिंदर सिंह पंढेर और उनके नौकर सुरेंद्र कोहली को महिलाओं और मासूम बच्चियों के साथ रेप के बाद उनकी हत्या कर शव के टुकड़े-टुकड़े करके नाले में फेंक देने और कोठी में ही दफन किए जाने का मामला सामने आया था। इस कांड ने पूरी दुनिया को हिला दिया था। मामले की जांच सीबीआई ने की थी। इस मामले में नोएडा पुलिस द्वारा पकड़े गए मोहिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोहली को गाजियाबाद की सीबीआई अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी। Nithari Hatyakand  
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शुरूआत में ही 50 हजार रुपये महीने के वेतन वाली भर्ती कर रहा है UPSC

UPSC 2
UPSC EPFO Recruitment
locationभारत
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calendar01 Dec 2025 10:15 AM
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संघ लोक सेवा आयोग यानि UPSC ने बहुत ही महत्वपूर्ण भर्ती की घोषणा की है। इस भर्ती के दौरान UPSC कुल 230 पदों के लिए अधिकारियों की भर्ती करेगा। UPSC जिन अधिकारियों को भर्ती वाला है उस भर्ती की प्रक्रिया 29 जुलाई 2025 मंगलवार से शुरू हो चुकी है। UPSC के द्वारा अलग-अलग पदों पर यह भर्ती की जाएगी। जिन पदों के लिए UPSC भर्ती कर रहा है उन पदों पर नौकरी की शुरूआत में ही 50 हजार रुपये महीने का वेतन मिलेगा। UPSC EPFO Recruitment

UPSC ने कर्मचारी भविष्यनिधि संगठन के लिए शुरू कर दी भर्ती

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO), श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में प्रवर्तन अधिकारी (EO) लेखा अधिकारी (AO) और सहायक भविष्य निधि आयुक्त (APFC) पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। इच्छुक और योग्य अभ्यर्थी UPSC की आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in या upsconline.nic.in के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 18 अगस्त 2025 है। UPSC की इस भर्ती में प्रवर्तन अधिकारी/लेखा अधिकारी (EO/AO) के 156 पदों पर भर्ती की जाएगी।  इसी प्रकार सहायक भविष्य निधि आयुक्त (APFC) के 74 पदों पर भर्ती की जाएगी।

योग्यता (Eligibility Criteria)

UPSC ने इन पदों के लिए योग्यता निर्धारित की है। EO/AO पद के लिए: मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक डिग्री। APFC पद के लिए: मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या समकक्ष से स्नातक डिग्री। विशेष सूचना: जो अभ्यर्थी प्रशासन, लेखा, कानून या पेंशन क्षेत्र में अनुभव रखते हैं उन्हें प्राथमिकता मिल सकती है।

परीक्षा केंद्र और प्रक्रिया (Exam Centres & Process)

परीक्षा देशभर के 78 शहरों में आयोजित होगी (चेन्नई, दिसपुर, कोलकाता और नागपुर को छोड़कर)। “पहले आवेदन करें, पहले केंद्र पाएं” आधार पर केंद्र आवंटित किए जाएंगे। एक बार किसी केंद्र की सीटें भरने के बाद वह विकल्प बंद कर दिया जाएगा। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि समय रहते आवेदन करें ताकि मनचाहा केंद्र मिल सके।

जिम्मेदारियां (Job Role & Duties)

इन पदों पर चयनित अधिकारियों की जिम्मेदारियों में शामिल होंगे जैसे- प्रवर्तन और वसूली कार्य, लेखा एवं रोकड़ प्रबंधन, कानूनी मामलों की निगरानी, पेंशन संबंधी कार्य, MIS रिपोर्ट तैयार करना,जांच करना और दावों का निपटान, कंप्यूटर और प्रशासनिक कार्यों का संचालन।

चयन प्रक्रिया (Selection Process)

UPSC इन पदों पर भर्ती के लिए एक संयुक्त भर्ती परीक्षा (CRT) आयोजित करेगा। चयन में भर्ती परीक्षा और साक्षात्कार दोनों को महत्व दिया जाएगा अंतिम मेरिट सूची 75% लिखित परीक्षा और 25% साक्षात्कार के अंक जोड़कर बनेगी।परीक्षा की तारीख बाद में आयोग की वेबसाइट पर घोषित की जाएगी।

कैसे करें आवेदन? (How to Apply)

UPSC की वेबसाइट upsc.gov.in पर जाएं या सीधे upsconline.nic.in पर जाएं। Online Recruitment Application (ORA) लिंक पर क्लिक करें। EPFO भर्ती के लिए संबंधित पद चुनें और रजिस्ट्रेशन करें। आवेदन फॉर्म भरें, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और शुल्क जमा करें। फॉर्म सबमिट कर उसकी प्रिंट कॉपी अपने पास सुरक्षित रखें। महत्वपूर्ण तिथियां (Important Dates) आवेदन शुरू: अब चालू है आवेदन की अंतिम तिथि: 18 अगस्त 2025

यह भी पढ़े: UPSC की बड़ी भर्ती शुरू, इन पदों पर निकली भारी-भरकम भर्ती, जल्दी करें आवेदन

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बड़ी संख्या में एक ही दिन रिटायर हो रहे हैं IAS अधिकारी

IAS
UP News
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calendar30 Jul 2025 07:48 PM
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यह खबर भारतीय प्रशासनिक सेवा की बड़ी खबर है। खबर यह है कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में तैनात IAS अधिकारी एक ही दिन में बड़ी संख्या में रिटायर हो रहे हैं। यह पहला मौका है जब एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में IAS अधिकारी रिटायर हो रहे हैं। रिटायर होने वाले IAS अधिकारियों में भारत के अलग-अलग प्रदेशों के IAS अधिकारी शामिल हैं। IAS Officer

एक ही दिन में रिटायर हो जाएंगे 19 IAS अधिकारी

भारत में IAS का पद सबसे प्रतिष्ठित पद माना जाता है। UPSC की सबसे कठिन परीक्षा पास करके IAS अधिकारी बनते हैं। भारत के अलग-अलग पदों पर तैनात 19 IAS अधिकारी एक ही साथ 31 जुलाई को रिटायर हो रहे हैं। IAS अधिकारियों का रिटायरमेंट 60 वर्ष की आयु पूरी होने के महीने में उस महीने की आखिरी तारीख को होता है। भारत के अलग-अलग प्रदेशों में तैनात 19 IAS अधिकारी 60 वर्ष की आयु पूरी करने पर 31 जुलाई 2025 को रिटायर हो रहे हें।

यहां देखें 31 जुलाई 2025 को रिटायर होने वाले IAS अधिकारियों की पूरी लिस्ट

 
क्रम संख्या  IAS अधिकारी का नाम      प्रदेश
1.  सैयद मुसव्विर अली एजीएमयूटी
2.  श्रीमती के. शारदा देवी आंध्र प्रदेश
3. चैतन्य प्रसाद बिहार
4.  कमल दायानी गुजरात
5.  मनमोहन प्रसाद झारखंड
6. सशी भूषण मेहरा झारखंड
7. अजय कुमार सिंह झारखंड
8. संजय गुप्ता मध्य प्रदेश
9. कृष्ण देव त्रिपाठी मध्य प्रदेश
10. नितिन रामचंद्र गद्रे महाराष्ट्र
11. एस.वी.आर. श्रीनिवास महाराष्ट्र
12. ज्योति प्रकाश दास ओडिशा
13. ओम प्रकाश बंकर राजस्थान
14.  राजेन्द्र सिंह शेखावत राजस्थान
15. प्रकाश चंद्र शर्मा राजस्थान
16. के. फणिंद्र रेड्डी तमिलनाडु
17. सी. विजयराज कुमार   तमिलनाडु
18. डॉ. ए. शरत  तेलंगाना
19. मनोज कुमार सिंह उत्तर प्रदेश