MP Elections : तीन राज्यों मे बीजेपी को मिली अप्रत्याशित जीत और काँग्रेस की बुरी हार को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इसे काँग्रेस के कुछ नेताओं के घमंड का नतीजा बताया है । इन परिणामो के बाद इंडिया गठबंधन को लेकर भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं । हिन्दी पट्टी के राज्यों मे करारी हार के बाद काँग्रेस को अब यूपी में समाजवादी पार्टी से अपने समीकरणों पर पुनर्विचार करना पढ़ सकता है । मध्य प्रदेश और राजस्थान में समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन पर पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. वाराणसी के दौरे पर पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में संघर्ष बड़ा है और समाजवादियों को बड़े फैसले लेने हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि वे हार से निराश नहीं है. 2024 का लोकसभा चुनाव ‘हर घर बेरोजगार, मांगे रोजगार इसी नारे के साथ ‘लड़ा जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि तीन राज्यों का परिणाम आ गया है और अहंकार भी खत्म हो गया है.
तीन राज्यों का परिणाम आ गया है और अहंकार भी खत्म हो गया है: अखिलेश यादव
मीडिया से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने बिना नाम लिए कांग्रेस और बसपा पर तीर चलाये । मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के बहाने उन्होंने कहा कि तीन राज्यों में परिणाम आ गया और अहंकार खत्म हो गया। उत्तरप्रदेश में समाजवादियों को बड़े फैसले लेने हैं. गठबंधन को लेकर कहा कि जो दल जहां मजबूत है, उसको सहयोग दूसरे दल करें. राजनीति में इस तरह के परिणाम आते रहते हैं. हम परिणाम को स्वीकार करते हैं. लड़ाई अभी लंबी है.
कांग्रेस से गठबंधन पर क्या होगा ?
कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि एमपी में गठबंधन को लेकर बात नहीं बन पाई थी. उनकी परिस्थितियां अलग थी, लोकसभा चुनाव में अलग होगी. लोक सभा चुनाव के लिए सही रणनीति के तहत काम करना होगा । हार के बाद अखिलेश यादव ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए नया नारा दिया. उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव ‘हर घर बेरोजगार, मांगे रोजगार’ इसी नारे के साथ लड़ा जाएगा.
अखिलेश यादव ने इस दौरान ये भी माना की गठबंधन के कुछ नेताओं द्वारा सनातन का विरोध भी काँग्रेस के लिए भरी पढ़ गया । जिसने नकारात्मक परिणाम दिलाने में अहम भूमिका निभाई ।