saharanpur news : सहारनपुर के बालाजी घाट से यूपी एटीएस ATS नितिन पंत को पूछताछ के लिए लखनऊ ले गई है। नितिन पंत ने मौलाना कलीम पर धर्मांतरण कराने और युवकों का माइंडवाश करने का आरोप लगाया है। अब आतंकवादी निरोधी दस्ता ATS पूछताछ कर मौलाना कलीम सिद्दीकी और देशभर फैले धर्मांतरण कराने वाले नेटवर्क का पता लगाएगी।
विश्व हिंदू अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय सचिव निपुण भारद्वाज ने बताया कि ब्रिज घाट आश्रम पर देर शाम को ATS की टीम आई थी। यूपी एटीएस टीम पहुंची और नितिन को अपने साथ ले गई है। एटीएस की टीम मौलाना कलीम सिद्दीकी और उसके मदरसों को लेकर पूछताछ करेगी। क्योंकि पिछले दो माह से नितिन लगातार धर्मांतरण के मामले में मौलाना कलीम और उसके मदरसों को लेकर बात कर रह है। नितिन ने एक एकाउंटेंट का नाम भी बता रहा है, जो विदेशों से फंडिंग आने के बाद मौलाना कलीम के मदरसों में पहुंचाता था। एटीएस पूछताछ कर सभी जानकारियां हासिल कर कार्रवाई करेगी।
आपको बता दें कि नितिन पंत ने बीते बुधवार देर रात एसपी सिटी राजेश कुमार को एक तहरीर भी दी थी। जिसमें जानमाल की सुरक्षा और मौलाना कलीम सिद्दीकी पर सख्त कार्रवाई करने के साथ अन्य जानकारी भी दी गई थी। नितिन का आरोप है कि उसे एक समुदाय के खिलाफ भड़काया जाता था। उस पर दबाव दिया जाता था कि वह लड़कियों को बहला फुसलाकर उनका धर्मांतरण कराए। जिसका पूरा खर्च हम उठाएंगे।
मूल रुप से नैनीताल निवासी नितिन पंत 2010 में अपने घर से राजस्थान की एक ऑयल कंपनी में नौकरी के लिए निकला था। राजस्थान में उसे दो युवक मिले और मेवात हरियाणा ले जानकर जबरन नितिन से अली हसन बनाया गया। कुछ साल तक वहीं पर कैद रखा। नितिन ने बताया था कि इसके बाद उसे मुजफ्फरनगर के फुलत गांव के मदरसे में रखा गया। नितिन ने बताया कि फुलत में ही उसे मौलाना कलीम सिद्दीकी मिला था। उसने उसे इस्लामिक ज्ञान दिया।
रामपुर मनिहारान में भी है एक मदरसा
नितिन पंत का दावा है कि मौलाना कलीम सिद्दीकी का एक मदरसा सहारनपुर के रामपुर मनिहारान में भी है। जिसमें उसे दो माह तक रखा गया था। जबकि फुलत के मदरसे में छह माह तक रखा गया था। आरोप है कि यहां पर उसको शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया है। नितिन बड़ी मुश्किल से कुछ हिंदू युवकों की मदद से वहां से निकलकर सहारनपुर पहुंचा था।