नोएडा डंपिंग यार्ड में बैग से मिली युवती की लाश, जांच तेज

युवती के हाथ-पैर बंधे थे और पहचान छिपाने की नीयत से उसका चेहरा जलाया गया था। पुलिस की शुरुआती जांच में मृतका की उम्र करीब 22 से 25 साल बताई जा रही है, लेकिन अब तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है। नोएडा पुलिस इसे ‘कहीं और हत्या, यहां शव ठिकाने’ की आशंका मानकर हर एंगल से सुराग जोड़ने में जुटी है।

सेक्टर-145 डंपिंग ग्राउंड में सनसनी
सेक्टर-145 डंपिंग ग्राउंड में सनसनी
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar29 Dec 2025 09:48 AM
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Noida News : नोएडा में एक बार फिर मानवता को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। नोएडा सेक्टर-142 थाना क्षेत्र के तहत सेक्टर-145 स्थित डंपिंग यार्ड में कूड़े के बीच एक काले बैग में बंद युवती का शव मिलने से पूरे नोएडा शहर में हड़कंप मच गया है। युवती के हाथ-पैर बंधे थे और पहचान छिपाने की नीयत से उसका चेहरा जलाया गया था। पुलिस की शुरुआती जांच में मृतका की उम्र करीब 22 से 25 साल बताई जा रही है, लेकिन अब तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है। नोएडा पुलिस इसे ‘कहीं और हत्या, यहां शव ठिकाने’ की आशंका मानकर हर एंगल से सुराग जोड़ने में जुटी है।

डंपिंग यार्ड में बैग खुलते ही मचा हड़कंप

नोएडा के सेक्टर-145 डंपिंग यार्ड में शनिवार दोपहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब कूड़ा बीनने पहुंची महिलाओं और बच्चों की नजर कूड़े के बीच पड़े एक काले बैग पर पड़ी। बैग संदिग्ध लगा तो उन्होंने जैसे ही उसे खोला, अंदर शव देखकर घबराहट फैल गई और तुरंत सेक्टर-142 थाना पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची नोएडा पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल को सील कर बारीकी से जांच की और जरूरी साक्ष्य जुटाए। शुरुआती पड़ताल में युवती के चेहरे पर चोट के निशान मिले हैं, जबकि शरीर के अन्य हिस्सों पर कोई बड़े बाहरी घाव स्पष्ट नहीं दिखे। चेहरा झुलसा होने से पुलिस को आशंका है कि पहचान मिटाने के इरादे से उसे जलाया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, ताकि मौत का कारण, समय और पूरी वारदात की कड़ी साफ हो सके।

क्या हत्या कहीं और हुई? नोएडा डंपिंग ग्राउंड पर फेंकने की आशंका

जिस जगह यह शव मिला, वह नोएडा का मुख्य डंपिंग ग्राउंड है यहीं पर शहर भर का ज्यादातर कचरा डाला जाता है। दिन के समय भी यह इलाका काफी हद तक सुनसान रहता है और यहां आम लोगों की आवाजाही लगभग नहीं के बराबर होती है; ज्यादातर हलचल सिर्फ कूड़ा उठाने-ढोने वाली गाड़ियों तक सीमित रहती है। इसी “कम निगरानी” वाले माहौल को देखते हुए नोएडा पुलिस को शक है कि हत्या वारदातस्थल पर नहीं, बल्कि कहीं और की गई और फिर रात की आड़ में शव को बैग में बंद कर डंपिंग यार्ड में लाकर ठिकाने लगाया गया, ताकि पहचान और सुराग दोनों मिटाए जा सकें।

ऑनर किलिंग समेत कई एंगल पर जांच

इस हत्या ने नोएडा पुलिस के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, इसलिए जांच को ऑनर किलिंग समेत हर संभावित एंगल से आगे बढ़ाया जा रहा है। युवती लोवर और टी-शर्ट में थी, लेकिन अब तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है। नोएडा पुलिस के साथ-साथ आसपास के जिलों में दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्टों को भी खंगाल रही है, ताकि शिनाख्त की पहली कड़ी जुड़ सके। फिलहाल सेक्टर-142 थाना क्षेत्र में हाल के दिनों में किसी युवती के लापता होने की सूचना नहीं मिली है, वहीं पुलिस का कहना है कि शव कुछ दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। एडीसीपी सेंट्रल नोएडा संतोष कुमार के मुताबिक, केस के खुलासे के लिए चार टीमें अलग-अलग दिशाओं में लगाई गई हैं सीसीटीवी फुटेज, डंपिंग यार्ड तक आने-जाने वाले रूट, संदिग्ध वाहनों की आवाजाही और इलाके की गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है। नोएडा पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारों तक पहुंचकर पूरे मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।

शिनाख्त के लिए आसपास के जिलों से भी संपर्क

इस हत्याकांड में मृतका की शिनाख्त ही सबसे अहम कड़ी बन गई है। इसी दिशा में नोएडा पुलिस ने आसपास के थानों से लेकर पड़ोसी जिलों तक नेटवर्क एक्टिव कर दिया है और हालिया गुमशुदगी दर्ज मामलों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। स्थानीय स्तर पर भी लोगों से पूछताछ कर सूचनाएं जुटाई जा रही हैं, ताकि पहचान सामने आते ही परिजनों तक तुरंत पहुंचा जा सके। Noida News


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दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता की गंभीर स्थिति, नोएडा की हालत खराब

राजधानी में शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 385 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। यह शुक्रवार के मुकाबले 53 अंक अधिक है। दिल्ली एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर नोएडा है। यहां का एक्यूआई सर्वाधिक है। जो 409 एक्यूआई पर पहुंचा हुआ है जो अति गंभीर श्रेणी में आती है।

pradushan
नोएडा में वायु प्रदूषण का हालत
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar27 Dec 2025 06:43 PM
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Noida News : दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक बढ़ गया है। राजधानी में शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 385 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। यह शुक्रवार के मुकाबले 53 अंक अधिक है। दिल्ली एनसीआर में सबसे प्रदूषित शहर नोएडा है। यहां का एक्यूआई सर्वाधिक है। जो 409 एक्यूआई पर पहुंचा हुआ है जो अति गंभीर श्रेणी में आती है।

सबसे प्रदूषित और सबसे साफ क्षेत्र

* नोएडा एक्यूआई 409 (गंभीर श्रेणी)

* गाजियाबाद एक्यूआई 404

* ग्रेटर नोएडा एक्यूआई 395

* गुरुग्राम एक्यूआई 299

* फरीदाबाद एक्यूआई 249 (खराब श्रेणी, बाकी शहरों से बेहतर)

इस सूची से पता चलता है कि नोएडा और गाजियाबाद में वायु सबसे अधिक जहरीली है, जबकि फरीदाबाद में हालात अपेक्षाकृत बेहतर हैं।

प्रदूषण के मुख्य स्रोत

दिल्ली में वायु प्रदूषण के प्रमुख कारण हैं:

* वाहन 16.17%

* औद्योगिक गतिविधियां 8.42%

* आवासीय क्षेत्र 4.04%

* निर्माण कार्य 1.46%

* सड़क धूल 1.15%

स्वास्थ्य पर असर

सांस लेने में कठिनाई, खांसी, आंखों में जलन और सिर दर्द जैसी समस्याएं हो रही हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अनुमान है कि मंगलवार तक वायु की स्थिति इसी गंभीर स्तर पर बनी रहेगी। एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब है। नोएडा और गाजियाबाद सबसे प्रदूषित हैं, जबकि फरीदाबाद में स्थिति थोड़ी बेहतर है। सभी लोग, खासकर सांस रोगियों को इस समय बाहर निकलते समय सतर्क रहने की जरूरत है।

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नोएडावासियों के लिए खुशखबरी, भंगेल एलिवेटेड रोड के नीचे जल्द बनेगी सड़क

ब्रिज कॉरपोरेशन ने नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखकर साफ कर दिया था कि करीब 150 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान न होने की स्थिति में वे भंगेल एलिवेटेड कॉरिडोर के नीचे सड़क सहित कोई भी शेष कार्य नहीं करेंगे।

bhangel eli
भंगेल एलिवेटेड रोड के नीचे की सड़क
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar27 Dec 2025 04:56 PM
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Noida News : दिल्ली से सटे नोएडा के लोगों को जल्द ही ट्रैफिक से बड़ी राहत मिलने वाली है। भंगेल एलिवेटेड रोड के नीचे प्रस्तावित सड़क का निर्माण अब जल्दी शुरू होने की उम्मीद है। यह सड़क लगभग 5.5 किलोमीटर लंबी होगी और इसे अब नोएडा प्राधिकरण स्वयं बनवाएगा। अब तक इस सड़क के निर्माण की जिम्मेदारी यूपी स्टेट ब्रिज कॉरपोरेशन लिमिटेड के पास थी, लेकिन लंबे समय से चले आ रहे आर्थिक विवाद के कारण काम आगे नहीं बढ़ पाया। ब्रिज कॉरपोरेशन ने नोएडा प्राधिकरण को पत्र लिखकर साफ कर दिया था कि करीब 150 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान न होने की स्थिति में वे भंगेल एलिवेटेड कॉरिडोर के नीचे सड़क सहित कोई भी शेष कार्य नहीं करेंगे।

नोएडा प्राधिकरण ने लिया बड़ा फैसला

इस विवाद को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने बड़ा फैसला लेते हुए सड़क निर्माण की जिम्मेदारी खुद उठाने का निर्णय किया है। इसके लिए एक विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिसे जनवरी में होने वाली बोर्ड बैठक में मंजूरी के लिए पेश किया जाएगा। बोर्ड की हरी झंडी मिलते ही निर्माण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। प्राधिकरण की ओर से यह भी कहा गया है कि यदि पुरानी निर्माण एजेंसी काम पूरा करने में असफल रहती है, तो उसकी ईएमडी (सुरक्षा राशि) जब्त की जा सकती है। फिलहाल इस दिशा में तैयारी चल रही है।

हजारों वाहन चालकों को होती है परेशानी 

भंगेल एलिवेटेड रोड के नीचे की सड़क कई रिहायशी और व्यावसायिक सेक्टरों को जोड़ती है। इसकी खराब हालत के कारण रोजाना हजारों वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ती है। सड़क बनने से स्थानीय ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार आएगा और आसपास के इलाकों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। गौरतलब है कि भंगेल एलिवेटेड कॉरिडोर एक 6 लेन का 5.5 किलोमीटर लंबा प्रोजेक्ट है, जिसे पूरा होने के बाद औपचारिक रूप से सौंपा जा चुका है। हालांकि लागत वृद्धि, जीएसटी अंतर और भुगतान में देरी पर ब्याज जैसे मुद्दों को लेकर नोएडा प्राधिकरण और यूपी स्टेट ब्रिज कॉरपोरेशन के बीच विवाद बना रहा, जिसके चलते लगभग 150 करोड़ रुपये की राशि अब भी लंबित बताई जा रही है।