Saharanpur News : मौलाना कलीम maulana kaleem को गिरफ्तार करने के बाद मेरठ एटीएस ATS टीम सहारनपुर पहुंची। एटीएस टीम ने सरसावा के मुख्य बाजार में एक धार्मिक स्थल पर छापेमारी की। एटीएस ATS टीम ने अलग-अलग शहरों के रहने वाले पांच युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह पांचों युवक लोगों को धर्मांतरण कराने के लिए विवश कर रहे थे।
एटीएस टीम ने मुजफ्फरनगर से कुछ दिन पहले मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार था। पूछताछ के बाद मौलाना ने एटीएस टीम को सहारनपुर में अपने कुछ युवक रहने की बात बताई। एटीएस टीम ने तुरंत एक्शन लिया और 20 सितंबर की देर रात सहारनपुर के सरसावा में पहुंच गई और मुख्य बाजार में छापेमारी में पांच युवकों को गिरफ्तार कर मेरठ ले गई।
एटीएस टीम द्वारा गिरफ्तार पांचों युवकों पर आरोप था कि यह लोगों को जबरन, डरा धमकाकर धर्मांतरण कराते हैं। जिसके लिए दूसरे देशों से फंडिंग भी हो रही है। बताया जा रहा है कि यह युवक अलग-अलग राज्यों से आए है और तीन माह से सहारनपुर के सरसावा में रह रहे थे। सुबह होते ही वह निकल जाते थे और रात होते ही धार्मिक स्थल में ठहर जाते थे। आसपास के लोगों को भी यह जानकारी नहीं थी कि वह क्या करते थे।
आसपास के लोगों में दहशत की टीम जब 20 सितंबर की देर रात को पांच गाड़ियों के साथ पहुंची तो आसपास के लोगों में हलचल मच गई। लोगों को कहना है कि पांच गाड़ियों में कुछ लोग आए थे और धार्मिक स्थल से पांच लोगों को उठाकर ले गए। लेकिन यह कुछ मिनट में हो गया और लोग समझ भी नहीं पाए की क्या हुआ है?
कुछ दिन पूर्व उत्तराखंड के रहने वाले फिलहाल सहारनपुर निवासी नितिन पंत उर्फ अली हसन पिछले माह धर्मांतरण मामले में काफी चर्चाओं में थे। नितिन पंत ने खुलासा किया कि वह भी मौला कलीम सिद्दीकी से कई बार मिल चुके हैं। वह सऊदी अरब और पाकिस्तान से फंडिंग होने का दावा करते थे। नितिन ने बताया कि दिल्ली के रोहिणी में इनका बड़ा ऑफिस है, जहां से धर्मांतरण का बड़ा कार्य किया जाता है। नितिन ने बताया कि वह हिंदू लड़कियों को फंसाकर अश्लील वीडियो बनाकर धर्मांतरण कराने हिंदू युवकों को नशे का आदी बनाने को कहा करते थे।
एसएसपी डा.एस.चनप्पा का कहना है कि इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। हां, अक्सर जब भी आसपास के लोगों में दहशत छापेमारी करती है तो वह लोकल पुलिस को सूचना नहीं करती है। सहारनपुर में भी आसपास के लोगों में दहशत आई होगी, लेकिन यहां लोकल पुलिस को सूचना नहीं दी गई।