सहारनपुर। गृहकलह के चलते पत्नी की हत्या कर पति ने भी फांसी के फंदे पर लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। दिल दहला देने वाली इस घटना का खुलासा मृतक की जेब से मिले सुसाइड नोट से हुआ है। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है। अचानक हसता खेलता घर उजड़ जाने से परिवारजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है।
देवबंद कोतवाली क्षेत्र के गांव धर्मपुर सरागवी निवासी 26 वर्षीय दलीप कुमार का विवाह करीब डेढ़ वर्ष पूर्व थाना कुतुबशेर के गांव दब्बलपुर बेतिया निवासी 22 वर्षीय प्रतिभा से हुआ था। लेकिन शादी के बाद दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। जिसके चलते दलीप उत्तराखंड में किसी कम्पनी में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करने चला गया। दस दिन पूर्व दलीप की पत्नी ने एक बेटे को जन्म दिया था जिसके चलते वह छुट्टी लेकर घर आया था। इसी दौरान घर में कुछ परिस्थितियां ऐसी बनी कि दलीप अपने होश हवास खो बैठा और बुधवार की रात उसने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। जिसके बाद उसने खुद भी फांसी के फंदे पर लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
गृहकलह के चलते हुई इस दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा मृतक दलीप की जेब से मिले सुसाइड नोट से हुआ है। जिसमें उसने खुद अपनी पत्नी की हत्या कर आत्महत्या कर लेने की बात लिखी है। कोतवाली प्रभारी योगेश शर्मा ने बताया कि मृतक के पास से एक सुसाईड नोट मिला है। जिसमें घटना की वजह गृहकलह लिखी गई है। मृतक दम्पत्ति के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रतिभा की मौत कैसे हुई इसका सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा।
मेरे बेटे का नाम रखा जाए यश
मृतक दलीप ने जिस सुसाइड नोट में पत्नी की हत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेने की बात लिखी है। इसी सुसाइड नोट में दलीप ने अपनी आखिरी इच्छा व्यक्त करते हुए अपने नवजात शिशु का नाम यश रखे जाने की बात कही है। दलीप ने सुसाइड नोट में यह भी कहा है कि मेरा बच्चा मेरी मां के हवाले कर दिया जाए। और मेरी मां और दोनों बहनों के आने तक मेरा अंतिम संस्कार नहीं किया जाए।