सहारनपुर। इसे परिजनों की लापरवाही ही कही जाएगी कि घर में खेल रहे बालक की लीलाओं पर ध्यान नहीं दिया, जिस कारण परिजनों की यह लापरवाही एक बालक के लिए मौत का कारण बन गई। सहारनपुर में पानी से भरी बाल्टी में डूबने से डेढ़ वर्षीय बालक की मौत हो गई।
सहारनपुर के थाना नकुड़ क्षेत्र के अंबेहटा कस्बा की सफिया कॉलोनी निवासी दिलशाद का डेढ़ साल के बेटा लड़की के टुकड़े से खेल रहा था। लकड़ी का टुकड़ा पानी से भरी बाल्टी में जा गिरा। बच्चे ने लकड़ी के टुकड़े को बाल्टी के सहारे खड़ा होकर निकालने का प्रयास किया। लेकिन वह खुद ही बाल्टी में मुंह के बल गिर गया। जिससे दम घुटने से बच्चे की मौत हो गई।
बालक मां घर के कामों में व्यस्त थी। बच्चा बाल्टी में मुंह के बल गिरा तो उसकी आवाज तक नहीं निकल सकी। काफी देर बाद जब बच्चे की मां आंगन में आई तो उसने देखा की बच्चा पानी में डूबा पड़ा है और उसकी सांस भी नहीं चल रही। यह देखकर मां की चींख निकल गई। चींख सुनकर परिवार और मोहल्ले के आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। बच्चे को पास के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। जहां पर चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। बच्चे की मौत से घर में कोहराम मच गया।
पुताई का काम करता है पिता
मृतक बच्चे का पिता दिलशाद पुताई का काम करता है। कुछ दिन पहले ही वह काम करने के लिए उड़ीसा गया था। दिलशाद के पांच बच्चों में मृतक बच्चा सबसे छोटा था।