सहारनपुर। एक ओर जहां सरकार द्वारा बचत करने पर जोर दिया जाता है तो वहीं दूसरी ओर सरकारी नौकर ही सरकार के इस अभियान को चपत लगा रहे हैं। यूपी के सहारनपुर में एक डाकिया ग्रामीणों को दस करोड़ रुपये का चूना लगाकर फरार हो गया। दरअसल ग्रामीणों ने एक ग्रामीण क्षेत्र के डाकघर में सेविंग एकाउंट खुलवा कर अपने रुपये जमा किए थे। आरोप है कि डाकिये ने इस रुपयों को ग्रामीणों के खाते में जमा नहीं किए और स्वयं ही डकार गया।
मामला बेहट तहसील के ग्राम खुर्रमपुर स्थित डाकघर का है। जहां पर दर्जनों गांव के लोगों के सेविंग खाते सहित डिपॉजिट जमा हैं, जिनको लेकर क्षेत्र का डाकिया फरार हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि डाकिया उनके साथ करोड़ों रुपए की हेराफेरी करके अपने घर से गायब हो गया है। आज गांव के ग्रामीण डाकिए के विरुद्ध रिपोर्ट लिखाने कोतवाली पहुंचे ग्राम खुर्रमपुर सहित आसपास के दर्जनों गांवों के लोग कोतवाली प्रभारी किरण पाल सिंह थे मिले। उन्होंने बताया कि ग्राम खुर्रमपुर में स्थित पोस्ट ऑफिस मे उनके खाते खुले हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनकी सभी पासबुक डाकिए के पास जमा है। डाकिया यह कहकर उनसे पासबुक ले गया था कि नई पासबुक बनाकर दी जाएगी। इनमें से कुछ ग्रामीणों ने फिक्स डिपाजिट भी कर रखा था, तो कुछ लोग अपने रोजमर्रा के खर्चों से बचाकर पैसा डाकखाने में जमा कराते रहते थे। उपरोक्त सभी लोग ज्यादातर गरीब मजदूर और छोटे किसान छात्र एवं छात्राएं भी शामिल है।
इनमे से कुछ ग्रामीणों के साथ लाखों रुपए का खेल हुआ है। कुछ ग्रामीणों का तो यह भी कहना है डाकिए ने उनकी सभी पासबुकों को जला दिया है क्योंकि वह फर्जी थी। काफी लंबे समय से खुर्रमपुर डाक घर पर ही जमे राजेश धीमान नामक डाकिए ने ग्रामीणों के दिल में अपना विश्वास इतना जमा रखा था कि उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि वह डाकिया उनके साथ ऐसा भी कर सकता है। उन्होंने कभी उससे यह पूछा ही नहीं है कि वह जो पैसा हमसे लेता है, उसकी कोई रसीद हमें क्यों नहीं देता। डाकिया जो पैसा लेता था उसे उस फर्जी पास बुक में दर्ज कर देता था। जो उसने खुद ही ग्रामीणों को दे रखी थी। यदि ग्रामीण किसी काम के लिए पैसे निकालने की बात करते थे तो वह शाम तक या सुबह तक उन्हें पैसा उपलब्ध करा देता था।
अनुमानित एक हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं के लगभग 10 करोड़ रुपयों को ठिकाने लगाकर डाकिया घर से फरार बताया जा रहा है फतेहपुर थाने में डाकिए की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज है। कोतवाली प्रभारी किरण पाल सिंह के आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए। कोतवाल से मिलने वालों में कल्पना, जूली, राजकुमार कविता, नासिर, राकेश, अशोक सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।