उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत में टेंडर घोटाला, तीन अधिकारी निलंबित

आजमगढ़ जिला पंचायत में तैनात रहे अपर मुख्य अधिकारी और दो अवर अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर टेंडर जारी किए और इससे व्यक्तिगत लाभ उठाने का प्रयास किया।

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जिला पंचायत टेंडर घोटाले का खुलासा करते हुए डीएम
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar17 Dec 2025 07:27 PM
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UP News : जिला पंचायतों में टेंडर प्रक्रिया को लेकर सामने आए गंभीर अनियमितताओं के मामले में शासन ने कड़ा रुख अपनाया है। आजमगढ़ जिला पंचायत में तैनात रहे अपर मुख्य अधिकारी और दो अवर अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। इन पर आरोप है कि उन्होंने नियमों को ताक पर रखकर टेंडर जारी किए और इससे व्यक्तिगत लाभ उठाने का प्रयास किया।

आजमगढ़ से जुड़ा मामला

वर्ष 2023-24 के दौरान जिला पंचायत आजमगढ़ की ओर से कई विकास कार्यों के लिए टेंडर निकाले गए थे। इस पर स्थानीय भाजपा नेता सूरज प्रकाश श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि जिन कार्यों के लिए टेंडर जारी किए गए, वे काम पहले ही लगभग छह महीने पहले पूरे हो चुके थे। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद शासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया।

निलंबित किए गए अधिकारी

*विद्या शंकर पांडेय, तत्कालीन अपर मुख्य अधिकारी, जिला पंचायत आजमगढ़ (वर्तमान में मैनपुरी में तैनात)

* गणेश पाल, अवर अभियंता, वर्तमान तैनाती आजमगढ़

* रविंद्र यादव, अवर अभियंता, वर्तमान तैनाती हापुड़ (पूर्व में आजमगढ़ में कार्यरत)

तीनों अधिकारियों को निलंबन के बाद जिला पंचायत मुख्यालय, लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया है। शासन स्तर पर अब इनके विरुद्ध विभागीय और दंडात्मक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।

बहराइच में प्रशासनिक फेरबदल

इसी क्रम में जिला पंचायत बहराइच के अपर मुख्य अधिकारी डॉ. वीरेंद्र बहादुर को प्रशासनिक कारणों से उनके पद से हटा दिया गया है। उन्हें लखनऊ मुख्यालय से संबद्ध किया गया है, जबकि बहराइच के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को अपर मुख्य अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। आगरा जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी उमेश चंद्र और सिद्धार्थनगर के अपर मुख्य अधिकारी लालता प्रसाद के विरुद्ध भी शिकायतें प्राप्त हुई थीं। विभागीय जांच के दौरान दोनों से स्पष्टीकरण मांगा गया। संतोषजनक उत्तर मिलने के बाद शासन ने उन्हें फिलहाल चेतावनी जारी करते हुए निर्देश दिए कि वे भविष्य में अपने कार्यों को अधिक सतर्कता, संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ करें। इस पूरी कार्रवाई से शासन ने स्पष्ट कर दिया है कि टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता, फर्जीवाड़ा या लापरवाही किसी भी स्तर पर स्वीकार नहीं की जाएगी। शिकायत सही पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।


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अब राहुल गांधी के केस की सुनवाई लखनऊ में होगी

न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की एकल पीठ ने बुधवार को सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया। राहुल गांधी की सुरक्षा आदि कारणों को देखते हुए कोर्ट ने उनकी मांग के मद्देनजर उनके केस की सुनवाई लखनऊ की विशेष अदालत में ट्रांसफर करने का आदेश दिया है।

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राहुल गॉंधी
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar17 Dec 2025 05:59 PM
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UP News : इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने राहुल गांधी के खिलाफ रायबरेली में चल रहे मामले को लखनऊ की विशेष अदालत में स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया है। न्यायमूर्ति बृजराज सिंह की एकल पीठ ने बुधवार को सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया। राहुल गांधी की सुरक्षा आदि कारणों को देखते हुए कोर्ट ने उनकी मांग के मद्देनजर उनके केस की सुनवाई लखनऊ की विशेष अदालत में ट्रांसफर करने का आदेश दिया है।

राहुल गांधी की कथित ब्रिटिश नागरिकता को लेकर दायर की गई है शिकायत

रायबरेली में राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ता द्वारा आपराधिक शिकायत दर्ज की गई थी। इस मामले की शुरुआत भाजपा कार्यकर्ता एस. विग्नेश शिशिर द्वारा राहुल गांधी की कथित ब्रिटिश नागरिकता को लेकर दायर अपराधिक शिकायत से हुई थी। नागरिकता संबंधी शिकायत की सुनवाई मूलत: इस मामले की सुनवाई रायबरेली की विशेष अदालत में हो रही थी। लेकिन स्थानीय परिस्थितियों को देखते हुए राहुल गांधी की सुरक्षा को यहां खतरा हो सकता था, जिस वजह से कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है।

केस लखनऊ की विशेष अदालत में ट्रांसफर करने की मांग

याचिकाकर्ता ने अदालत में दलील दी कि रायबरेली में सुरक्षा संबंधी खतरे और स्थानीय परिस्थितियों के कारण निष्पक्ष सुनवाई संभव नहीं है। इसलिए उन्होंने मामले को लखनऊ की विशेष अदालत में ट्रांसफर करने की मांग की। हाईकोर्ट ने यह अनुरोध स्वीकार कर लिया और अब केस लखनऊ में आगे की सुनवाई के लिए भेजा जाएगा। अब राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर याचिकाकर्ता ने जो दलील दी है उसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए यह केस लखनऊ ट्रांसफर कर दिया है।

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कोहरे के बीच सीएम योगी का रोड सेफ्टी प्लान, अफसरों को दिए सख्त निर्देश

मुख्यमंत्री योगी ने संदेश दिया कि उत्तर प्रदेश में सफर करने वाला हर नागरिक सुरक्षित पहुंचे, इसके लिए कोहरे के मौसम में लापरवाही नहीं, ‘जीरो रिस्क’ रणनीति अपनाई जाए। ताकि धुंध में भी सड़क की विजिबिलिटी बनी रहे और किसी भी तरह की चूक हादसे का कारण न बने।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar17 Dec 2025 04:52 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश में घने कोहरे के बीच सड़क हादसों की बढ़ती आशंका को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन और हाईवे एजेंसियों को पूरी तरह ‘एक्शन मोड’ में रहने के निर्देश दिए हैं। मथुरा में हुए ताज़ा हादसे के बाद मुख्यमंत्री ने NHAI और स्टेट हाईवे अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर स्पष्ट कहा कि प्रदेश के ब्लैक/डार्क स्पॉट पर बिना देरी ठोस इंतजाम लागू हों रिफ्लेक्टर, साइनेज, पर्याप्त लाइटिंग और इमरजेंसी रिस्पॉन्स जैसी व्यवस्थाएं मौके पर दिखनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी ने संदेश दिया कि उत्तर प्रदेश में सफर करने वाला हर नागरिक सुरक्षित पहुंचे, इसके लिए कोहरे के मौसम में लापरवाही नहीं, ‘जीरो रिस्क’ रणनीति अपनाई जाए।

टोल प्लाजा पर चेतावनी सिस्टम मजबूत करने के आदेश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि उत्तर प्रदेश के सभी टोल प्लाजा पर लाउडस्पीकर/पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम को सक्रिय रखते हुए चालकों को कोहरे की तीव्रता और सुरक्षित गति की लगातार सूचना दी जाए। उन्होंने साफ कहा कि जहां भी हाईवे पर लाइटिंग खराब या बंद है, वहां बिना समय गंवाए मरम्मत कराकर रोशनी बहाल की जाए, ताकि धुंध में भी सड़क की विजिबिलिटी 

बनी रहे और किसी भी तरह की चूक हादसे का कारण न बने।

यूपी में “डार्क स्पॉट” चिन्हित कर तुरंत कार्रवाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि उत्तर प्रदेश के जिन मार्गों पर कोहरे में विजिबिलिटी सबसे ज्यादा गिरती है, वहां डार्क स्पॉट को प्राथमिकता के आधार पर चिन्हित कर विशेष टीमें तैनात की जाएं। जरूरत के मुताबिक रिफ्लेक्टर, साइन बोर्ड और स्पष्ट चेतावनी संकेत लगाए जाएं, ताकि चालकों को समय रहते दूरी- दिशा का सही अंदाजा मिल सके। बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश के एक्सप्रेस-वे और प्रमुख राजमार्गों पर पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए, कम दृश्यता के दौरान ट्रैफिक को नियंत्रित कर सुचारु संचालन कराया जाए और हर ब्लैक स्पॉट पर मौजूद टीमें मौके पर रहकर किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता पहुंचाएं।

रिस्पॉन्स टाइम कम करने पर जोर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि उत्तर प्रदेश के सभी एक्सप्रेस-वे पर क्रेन और एंबुलेंस की 24×7 तैनाती सुनिश्चित की जाए, ताकि किसी भी हादसे या खराबी की स्थिति में मदद में एक पल की भी देरी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि इमरजेंसी रिस्पॉन्स टाइम घटाने के लिए कंट्रोल रूम और फील्ड टीमों के बीच त्वरित संवाद व मजबूत समन्वय बनाया जाए। साथ ही, अधिकारियों को मौके पर जाकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने और कमियों को तुरंत दुरुस्त कराने के आदेश दिए गए हैं, ताकि कोहरे के मौसम में प्रदेश की सड़कें अधिक सुरक्षित रह सकें।

नागरिकों के लिए यूपी सरकार की सुरक्षित यात्रा अपील

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के नागरिकों से अपील की है कि कोहरा/धुंध के दौरान जारी ट्रैफिक एडवाइजरी को हल्के में न लें और यात्रा से पहले सुरक्षा नियमों का पालन जरूर करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि ओवरस्पीडिंग और लापरवाही से वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, क्योंकि कोहरे में एक छोटी-सी चूक भी बड़े हादसे की वजह बन सकती है।

कोहरे में ड्राइविंग के जरूरी नियम

  1. स्पीड कंट्रोल रखें: वाहन की गति तय सीमा से कम और परिस्थितियों के अनुसार रखें।
  2. लाइट सही रखें: फॉग लाइट का उपयोग करें और हेडलाइट लो-बीम पर रखें।
  3. सेफ डिस्टेंस बनाए रखें: आगे चल रहे वाहन से पर्याप्त दूरी रखें।
  4. लेन डिसिप्लिन: एक्सप्रेस-वे पर बार-बार लेन बदलने और ओवरटेकिंग से बचें।
  5. अत्यधिक कोहरा हो तो रुकें: विजिबिलिटी बहुत कम हो तो जोखिम न लें, सुरक्षित स्थान पर वाहन रोक दें।
  6. रिफ्लेक्टर अनिवार्य: वाहन के पीछे रिफ्लेक्टर टेप जरूर लगवाएं, ताकि पीछे से आने वाला वाहन समय रहते देख सके। UP News

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