UP News : उत्तर प्रदेश के रामपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने शख्स को हिरासत में ले लिया और उसके साथ बर्बरता की। मामले की जानकारी मिलते ही दारोगा समेत दो कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं ये मामला पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मामला रामपुर के शाहबाद थाना इलाके का बताया जा रहा है। जहां रामपुर पुलिस पर एक दलित शख्स के साथ ज्यादती करने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि रामपुर पुलिस ने पत्नी की शिकायत पर एक दलित शख्स को हिरासत में ले लिया और उसे थाने में ले जाकर उसके साथ बर्बरता की। पीड़ित के शरीर पर पिटाई के कई निशान हैं। मामले में दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है।
पुलिस थाने में शख्स को दी थर्ड डिग्री
जानकारी के मुताबिक ढकिया पुलिस चौकी क्षेत्र में रहने वाले पति-पत्नी के बीच विवाद हो गया था। जिसके बाद महिला ने पुलिस थाने जाकर अपने पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कर दी। शिकायत सुनकर पुलिसकर्मी इतने भड़क गए कि वो शख्स को पीटते हुए चौकी ले आए और रात में उसको थर्ड डिग्री दे डाली। पुलिस ने चौकी में बंदकर ने शख्स की इतनी बेरहमी से पिटाई कि उसके शरीर पर पिटाई के निशान साफ-साफ देखे जा सकते हैं। सुबह जब पीड़ित की पत्नी मिलने आई तो पति की हालत देख उससे रहा नहीं गया और वो पति को छुड़ाकर घर ले गई।
जाति जानकर पुलिस ने खोया आपा
पीड़ित की पहचान ऋषिपाल के रूप में की गई है जो दलित समाज का है। पीड़ित का आरोप है कि उसकी जाति पूछकर पुलिस ने और भी बेदर्दी से पीटा। पुलिस की पिटाई से उसका शरीर नीला पड़ चुका है। ऋषिपाल ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा, घरवाली ने मेरी शिकायत की थी। जिसपर ढकिया चौकी से दो पुलिसवाले आए और मुझे उठा कर ले गए। उठाने के बाद मेरी रास्ते में पिटाई की और फिर चौकी में बंद करके भी पीटा। जाति पूछने के बाद और मारा। देर रात नग्न कर इतना पीटा कि मैं बेहोश हो गया। सुबह घरवालों को फोन किया, जिसपर पत्नी चौकी आई और मेरी हालत देख मुझे अपने साथ ले गई।
दारोगा सहित दो कॉन्स्टेबल सस्पेंड
बताया जा रहा है कि जब ये मामला पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आया तो उन्होंने जांच शुरू करवाई। प्रथम जांच में पुलिसवालों की गलती सामने आई है। इसके लिए पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करते हुए ढकिया चौकी इंचार्ज व दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। वहीं इस मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, पीड़ित को हेड कांस्टेबल जयदेव और कांस्टेबल अमित द्वारा चौकी पर पूछताछ के लिए लाया गया था। पूछताछ के दौरान उससे मारपीट की गई। जिसके संबंध में उसके द्वारा शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया। प्रार्थना पत्र के आधार पर इनके (पुलिसवालों) विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए दोनों आरक्षी एवं चौकी प्रभारी को निलंबित किया गया है।
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