UP News : इटावा। यूपी के इटावा जिले के उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय से एमएस कर रहे कानपुर के एक जूनियर डॉक्टर ने जहरीला इंजेक्शन लगाकर खुदकुशी का प्रयास किया है। हालत नाजुक होने पर सहपाठियों ने पुलिस की सहायता से ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जानकारी पर डीएम, एसएसपी के साथ परिजन भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए।
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एमएस द्वितीय वर्ष के छात्र हैं शाश्वत
कानपुर के शास्त्री नगर निवासी डॉक्टर शाश्वत यशवर्धन (26) पुत्र अरविंद कुमार उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में एमएस द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। वह विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद हॉस्टल के बी-ब्लॉक की चौथी मंजिल में रहते हैं। मंगलवार देर रात डिप्रेशन में आकर उन्होंने खुद को जहरीला इंजेक्शन लगा कर जान देने का प्रयास किया। हॉस्टल के साथियों ने रात को डॉक्टर के मोबाइल नंबर पर फोन मिलाया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई।
इस पर साथियों ने गेट खुलवाने का प्रयास किया लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। शक होने पुलिस को सूचना दी गई। बुधवार तड़के करीब तीन बजे मौके पर पहुंचे पीजीआई चौकी इंचार्ज ध्यानेंद्र प्रताप सिंह ने टीम के साथ वीडियोग्राफी करते हुए दरवाजा तोड़ा और अंदर देखा तो डॉक्टर बेहोश अवस्था में पड़े थे। उन्हें तुरंत इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने एकत्र किए साक्ष्य
उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई। क्षेत्राधिकारी नागेंद्र चौबे, एसडीएम नम्रता सिंह, तहसीलदार जगदीश सिंह, प्रभारी निरीक्षक यशवंत सिंह फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और साक्ष्य एकत्रित किए। कमरे की तलाशी के दौरान एक सुसाइड नोट मिला है। जिसमें किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया गया है।
डिप्रेशन में उठाया कदम
डीएम अवनीश कुमार राय, एसएसपी संजय कुमार वर्मा भी सुबह इमरजेंसी ट्रामा सेंटर पहुंचे, जहां आईसीयू में भर्ती डॉक्टर के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। डॉक्टर के परिजनों से वार्ता की। डॉक्टर की हालत अभी नाजुक बनी हुई है। कानपुर से पहुंचे डॉक्टर के परिजनों ने अभी कोई आरोप नहीं लगाए हैं। बताया जा रहा है कि डाक्टर ने डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाने का निर्णय लिया गया है।