UP News: अगर आप ग्रामीण अंचल में रहे हैं तो आपने ज्वार, बाजरा, मकई की रोटी यानी मोटे अनाज की रोटी जरूर खाई होगी । लेकिन बीते कुछ सालों में स्वाद और पोषण से भरपूर मोटे अनाज का खाना धीरे-धीरे लोगों की थाली से दूर होता गया और इस खाने को युवा पीढ़ी ने मवेशियों का खाना बताकर इसे अपनी थाली से दूर कर दिया था। इसके तमाम कारण रहे कि पोषण से भरपूर ये खाना किसानों की खेती बुवाई के लिए प्राथमिकता नहीं रहा। क्योंकि सरकारी योजनाओं में भी गेहूं धान चावल की खेती को अधिक प्राथमिकता मिली और मोटे अनाज के लिए और उसे प्रोत्साहित करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए थे। लेकिन आज स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था दोनों के मद्देनजर मिलेट्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है और इस वर्ष तो हम मिलेट्स वर्ष भी मना रहे हैं और हमारी सरकार द्वारा मिलेट्स यानी मोटे आने को श्री अन्न कहकर हर थाली में परोसने की योजना को भी शामिल किया गया है।
मोटे अनाज यानी मिलेट्स के किसान अब घर बैठे बेच सकेंगे अपना उत्पादन निर्धारित दामों पर
आपको बता दें कि मोटे अनाज की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है यानी अब किसानो को मोटे अनाजों की बिक्री के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा बल्कि निर्धारित दामों पर सरकार के गोदामों को बेचने के लिए वह अपना *रजिस्ट्रेशन तमाम जिलों में ऑनलाइन सीधे करा सकते हैं। यह प्रक्रिया इस वर्ष 2023 में 1 अक्टूबर से शुरू हो रही है किसान अपने मोटे अनाज की बिक्री के लिए ऑनलाइन 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर के बीच रजिस्ट्रेशन कर ले।
UP News रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया की पूरी जानकारी
हम आपको मिलेट्स की बिक्री के लिए उनके दामों सहित रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आदि के बारे में विस्तृत रूप से बता रहे हैं ताकि किसान भाई मिलेट्स को प्राथमिकता देकर कम लागत में अधिक कमाई करके अपने को सशक्त महसूस कर सकें और ज्वार बाजरा मक्का मिलेट्स का यह पोषक आहार हर एक की थाली में हो। आइए जाने मिलेट्स के बारे में सरकार द्वारा निर्धारित दामों के तोहफे और प्रक्रिया के बारे में…
योगी सरकार का किसानों को सबसे बड़ा तोहफा UP News
श्री अन्न की बिक्री के पंजीकरण की व्यवस्था आप आसानी से कर सकते है. जैसे हम सामान्य रूप से अपने फोन से कोई सामान मंगाते हैं या फॉर्म भरते हैं उसका ओटीपी आता है और उसमें अपना फोन नंबर दर्ज करते हैं ठीक उसी तरह से किसान अपने फोन से 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर के बीच सरकारी वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण कर सकते हैं। जब आप अपना पंजीकरण करेंगे तो बाकायदा उसमें आपका ओटीपी आएगा ।
वेबसाइट पर कैसे करें रजिस्ट्रेशन
योगी सरकार ने किसानों के लिए इस वर्ष का यह सबसे बड़ा तोहफा दिया है। प्रदेश के किसान खाद्य एवं रसद विभाग की वेबसाइट fcs.up.gov.in अथवा विभाग के मोबाइल एप UP KISHAN MITRA पर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. प्रदेश के किसान 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2023 तक सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक तक विभाग की वेबसाइट और ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराकर सुविधा का लाभ ले सकते हैं. । किसानों को कोई परेशानी न हो इसका पूरा ध्यान रखा गया है, उनकी सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1800 1800 150 जारी किया है.।
मोटे अनाज की बिक्री के लिए निर्धारित दाम
किसानों का अनाज किस दर से बिकेगा अब उन्हें या चिंता करने की जरूरत नहीं उन्होंने जो लागत लगाई है उसके अनुरूप उन्हें दाम मिलेगा या नहीं उन्हें इस बारे में भी चिंतित होने की जरूरत नहीं क्योंकि राज्य सरकार ने मिलेट्स के दाम सरकारी खरीद के लिए निर्धारित कर दिए हैं। इस बारे में किसान अपने शहर के जिला खाद्य विपणन अधिकारी, तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लॉक के विपणन निरीक्षक से जानकारी ले सकते हैं । किसानों के लिए अच्छी खबर यह है कि योगी सरकार ने सत्र 2023-24 में धान का समर्थन मूल्य कॉमन धान (मक्का) के लिए 2090 रुपये, बाजरा के लिए 2500 रुपये, ज्वार (हाईबीड) 3180 रुपये और ज्वार (मालदाण्डी) 3225 प्रति क्विंटल के हिसाब से पहले से निर्धारित कर दिए हैं।
UP News रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया
श्री अन्न की बिक्री के लिए otp आधारित पंजीकरण की व्यवस्था है. किसान पंजीकरण के लिए अपना वो फोन नंबर दें जो आपके पास है. जो नंबर आप देंगे उसपर SMS से एक OTP आएगा, उसे जैसे ही OTP आएगा उसके बाद आप उसमें जो फार्म आएगा उसे फॉर्म को पूरा भरेंगे और उसकी कॉपी भी आप अपने पास स्क्रीनशॉट लेकर रख लेंगे और जरूरत पड़ने पर इसकी हार्ड कॉपी संबंधित विभाग को अगर जरूरत हो तो वहां भी दी जा सकती है।
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मोटे अनाज बिक्री का पैसा आएगा सीधा आपके बैंक में…
मोटे अनाज की बिक्री के लिए आपको सीधे-सीधे उसका पैसा मिल सके इसके लिए बैंक प्रणाली रखी गई है… किसानो को ध्यान रखना होगा कि बैंक खाता आधार सीडेड (यानी बैंक खाता आधार से जुड़ा हो) और बैंक द्वारा NPCI पोर्टल पर मैप्ड सक्रिय हो. मक्का, ज्वार और बाजरा का भुगतान PFMS के जरिए सीधे किसानों के आधार लिंक बैंक खाते में डालने की व्यवस्था बनाई गई है। इसके साथी किसी मुश्किल की घड़ी में आप की सुविधा के लिए नॉमिनी की भी व्यवस्था सरकार ने की है.। ब्लॉक के विपणन निरीक्षक से संपर्क कर सकते हैं.
रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
अपनी फसल का पंजीकरण कराने के दौरान किसानों को किसान समग्र आई डी नंबर, ऋण पुस्तिका, आधार नंबर, बैंक खाता नम्बर, बैंक का आईएफएससी कोड और मोबाइल नंबर की सही जानकारी अवश्य देनी होगी।
कहां बेच सकेंगे किसान अपना मोटा अनाज…
मक्का खरीदने वाले जनपदों में बुलंदशहर, हापुड़, सहित लगभग 29 जिलों में किसान मक्का बेच सकेंगे. जिसमें सहारनपुर, बदायूं, अलीगढ, एटा, कासगंज, फिरोजाबाद, मैनपुरी, हरदोई, उन्नाव, सीतापुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कनौज, इटावा, फरुखाबाद, औरेया, गोण्डा, बहराइच, श्रावस्ती, बलिया, जौनपुर, देवरिया, मिर्जापुर, सोनभद्र, लखीमपुर-खीरी, आजमग़ढ और ललितपुर शामिल हैं.
बाजरा खरीद वाले जनपदों में बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा, अलीगढ, कासगंज, एटा, हाथरस, आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फिरोज़ाबाद, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, कन्नौज, फरुखाबाद, वाराणसी, जौनपुर, गाज़ीपुर, चंदौली, बलिया, मिर्जापुर, भदोही, जालौन, चित्रकूट, बाँदा, प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर और प्रतापगढ़ हैं…
ज्वार बिक्री के लिए अयोध्या से लेकर चित्रकूट कानपुर तक के 22 जनपद शामिल है…
किसान अपने ज्वार की बिक्री लगभग 22 जनपदों में बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, कानपुर देहात, कानपुर शहर, प्रयागराज, फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, जौनपुर, गाज़ीपुर, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, सुलतानपुर, अमेठी, मिर्जापुर, जालौन,अयोध्या और वाराणसी हिंदी में कर सकेंगेहै।.
बिक्री संबंधी किसी भी सहायता के लिए टोल फ्री नंबर की सुविधा...
किसान अपने अनाज की बिक्री संबंधी सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1800 -1800 – 150 या सम्बंधित जनपद के जिला खाद्य विपणन अधिकारी,तहसील के क्षेत्रीय विपणन अधिकारी या ब्लाक के विपणन निरीक्षक से संपर्क कर सकते हैं.
UP News मिलेट्स का पोषक खाना होगा सबकी थाली में
उल्लेखनीय है सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मोटे अनाज की बिक्री को स्वास्थ्य और किसानो की आर्थिक स्थिति दोनों के हिसाब से प्रोत्साहित कर रही है और मिलेट्स का यह पोषण आहार स्वास्थ्य की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। मिलेट्स जल्दी ही आपकी थाली में ग्रामीण अंचलों की तरह फिर से लौटेगा इसके लिए व्यापक तैयारियां कर ली गई है । स्कूलों के मिड डे मील से लेकर बिस्किट कंपनी , होटलों की थाली से लेकर आपके स्वादिष्ट व्यंजनों तक मिलेट्स आपकी पहुंच में होगा और कमाई की दृष्टि से अगर आप मिलेट्स का उत्पादन करना चाहते हैं तो आपके लिए सरकार की तरफ से तमाम योजनाएं मिलेट्स के लिए कार्यान्वित है। ज्वार बाजरा मकई का करें उत्पादन और कम लागत में बने धनवान…..
मीना कौशिक
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