UP News : दिल्ली विधानसभा के चुनाव के साथ ही उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी 5 फरवरी को चुनाव होगा। उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट अयोध्या जिले की चर्चित सीट है। चुनावी विश्लेषकों का दावा है कि दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर उत्तर प्रदेश की एक विधानसभा सीट भारी पड़ने वाली है। पूरे देश तथा दुनिया की नजर दिल्ली के चुनाव से ज्यादा उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर रहने वाली है। हर कोई जानना चाहता है कि उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के चुनाव का क्या परिणाम होगा।
उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट है हॉट सीट
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट हॉट सीट है। मंगलवार को चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर भी चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। दिल्ली के साथ अयोध्या जिले की मिल्कीपुर सीट पर भी 5 फरवरी को वोटिंग होगी, जिसके नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। मिल्कीपुर सीट पर उम्मीदवारों का नॉमिनेशन 10 जनवरी से शुरू होगा और 17 जनवरी तक चलेगा। उसके बाद 18 जनवरी को प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी और जो प्रत्याशी अपना नामांकन वापस लेना चाहें, वो 20 जनवरी तक वापस ले सकते हैं। अगर वोटिंग की बात करें तो यहां 5 फरवरी को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। 2022 के विधानसभा चुनावों में मिल्कीपुर सीट से समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद विधायक चुने गए थे। अखिलेश यादव ने 2024 के लोकसभा चुनावों में उन्हें फैजाबाद (अयोध्या) सीट से टिकट दिया और वो बीजेपी के लल्लू सिंह को हराकर चुनाव जीते, जिसके बाद उन्होंने मिल्कीपुर विधायक के पद से इस्तीफा दे दिया और इस सीट पर अब उपचुनाव हो रहे हैं। चुनाव आयोग ने बताया था कि पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की हुई थी। ये याचिका 2022 विधानसभा चुनाव के बाद गोरखनाथ बाबा ने सपा के अवधेश प्रसाद के चुनाव जीतने को लेकर दायर की थी, जो कोर्ट में लंबित थी। हालांकि अब इस याचिका को वापस ले लिया गया है। उम्मीदवारों का ऐलान करें तो सपा ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि बीजेपी ने अब तक मिल्कीपुर सीट पर अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। UP News
अयोध्या में बीजेपी की हार का कारण बनी थी मिल्कीपुर सीट
आपको बता दें कि वर्ष-2024 में हुए लोकसभा के चुनाव में उत्तर प्रदेश की अयोध्या लोकसभा सीट पर सभी की नजर लगी हुई थीं। अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का मुददा बीजेपी ने पूरे क्षेत्र में बनाया था। इसके बावजूद बीजेपी उत्तर प्रदेश की अयोध्या लोकसभा सीट को हार गई थी। कहा जाता है कि अयोध्या में बीजेपी की हार का सबसे बड़ा आधार मिल्कीपुर विधानसभा सीट ही बनी थी। उत्तर प्रदेश की अयोध्या सीट से सांसद बने सपा के अवधेश प्रसाद को मिल्कीपुर सीट पर सबसे ज्यादा वोट मिले थे। यही कारण है कि मिल्कीपुर सीट उत्तर प्रदेश की सबसे हॉट विधानसभा सीट बन गई है। समाजवादी पार्टी अयोध्या सीट को जीतने की तरह से ही मिल्कीपुर सीट को जीतना चाहती है। भाजपा का भी प्रयास है कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट को जीतकर अयोध्या की हार का बदला लिया जाए। यही कारण है कि दिल्ली विधानसभा सीट की 70 सीटों पर उत्तर प्रदेश की एक विधानसभा सीट भारी पड़ने वाली है। UP News
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