उत्तर प्रदेश की राजनीति में PDA की गूंज… अखिलेश ने जनता से क्या अपील की?
अखिलेश ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और विविधतापूर्ण राज्य में शिक्षा का उद्देश्य समाज को संवाद, विवेक और सभ्यता की दिशा में आगे ले जाना है। इसलिए शिक्षा संस्थानों को ऐसी मानसिकता से बचाना जरूरी है जो नफरत, डर और हिंसा को बढ़ावा देती हो।

UP News : उत्तर प्रदेश की राजनीति में सामाजिक न्याय और संवैधानिक मूल्यों को लेकर बहस एक बार फिर केंद्र में आ गई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से देशवासियों को आगाह करते हुए कहा कि हिंसक और विभाजनकारी सोच रखने वाले तत्वों के प्रति सतर्क रहना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। उनका कहना है कि जो लोग “शस्त्र को शास्त्र से बड़ा” मानते हैं, उन्हें शिक्षालयों, विश्वविद्यालयों और सामाजिक जीवन से दूर रखना हर सभ्य नागरिक की जिम्मेदारी बनती है। अखिलेश ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और विविधतापूर्ण राज्य में शिक्षा का उद्देश्य समाज को संवाद, विवेक और सभ्यता की दिशा में आगे ले जाना है। इसलिए शिक्षा संस्थानों को ऐसी मानसिकता से बचाना जरूरी है जो नफरत, डर और हिंसा को बढ़ावा देती हो।
“खुद दूर रहें, परिवार-मित्रों को भी सावधान करें”- अखिलेश यादव
अपने संदेश में अखिलेश यादव ने लोगों से अपील की कि वे ऐसे तत्वों से खुद भी दूरी बनाए रखें और अपने परिवार व मित्रों को भी सचेत करें। उन्होंने शिक्षा को समाज की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए कहा कि नफरत और नकारात्मक सोच फैलाने वाले लोग सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करते हैं। अखिलेश ने अपनी पोस्ट में इशारों में सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि कुछ शक्तियां विभाजन और विद्वेष के सहारे अपना स्वार्थ साधती हैं। उनका आरोप है कि ये ताकतें पुरानी सत्ता संरचना को जिंदा रखना चाहती हैं ताकि समाज में ऊपर की परत हमेशा ऊपर बनी रहे और नीचे का वर्ग नीचे ही दबा रहे। अखिलेश के मुताबिक, उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में सामाजिक न्याय और संवैधानिक बराबरी की राह तभी मजबूत होगी जब जनता ऐसी राजनीति को पहचानकर उसे चुनौती देगी।
उत्तर प्रदेश का PDA समाज जाग गया है- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब PDA समाज पीड़ित, दलित और आदिवासी पूरी तरह “जाग” चुका है। उनके मुताबिक जैसे-जैसे जागरूकता बढ़ रही है, वैसे-वैसे नकारात्मक राजनीति करने वाले तत्वों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। अखिलेश ने दावा किया कि अब उत्पीड़ित वर्ग अपमान और पीड़ा को चुपचाप सहने के मूड में नहीं है, और इसी वजह से PDA की एकजुटता लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने अपने संदेश का सार नारे के अंदाज़ में रखते हुए कहा“जो पीड़ित, वो PDA… और पीड़ा बढ़ रही है, इसलिए PDA बढ़ रहा है। UP News
UP News : उत्तर प्रदेश की राजनीति में सामाजिक न्याय और संवैधानिक मूल्यों को लेकर बहस एक बार फिर केंद्र में आ गई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से देशवासियों को आगाह करते हुए कहा कि हिंसक और विभाजनकारी सोच रखने वाले तत्वों के प्रति सतर्क रहना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। उनका कहना है कि जो लोग “शस्त्र को शास्त्र से बड़ा” मानते हैं, उन्हें शिक्षालयों, विश्वविद्यालयों और सामाजिक जीवन से दूर रखना हर सभ्य नागरिक की जिम्मेदारी बनती है। अखिलेश ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और विविधतापूर्ण राज्य में शिक्षा का उद्देश्य समाज को संवाद, विवेक और सभ्यता की दिशा में आगे ले जाना है। इसलिए शिक्षा संस्थानों को ऐसी मानसिकता से बचाना जरूरी है जो नफरत, डर और हिंसा को बढ़ावा देती हो।
“खुद दूर रहें, परिवार-मित्रों को भी सावधान करें”- अखिलेश यादव
अपने संदेश में अखिलेश यादव ने लोगों से अपील की कि वे ऐसे तत्वों से खुद भी दूरी बनाए रखें और अपने परिवार व मित्रों को भी सचेत करें। उन्होंने शिक्षा को समाज की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए कहा कि नफरत और नकारात्मक सोच फैलाने वाले लोग सामाजिक ताने-बाने को कमजोर करते हैं। अखिलेश ने अपनी पोस्ट में इशारों में सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि कुछ शक्तियां विभाजन और विद्वेष के सहारे अपना स्वार्थ साधती हैं। उनका आरोप है कि ये ताकतें पुरानी सत्ता संरचना को जिंदा रखना चाहती हैं ताकि समाज में ऊपर की परत हमेशा ऊपर बनी रहे और नीचे का वर्ग नीचे ही दबा रहे। अखिलेश के मुताबिक, उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में सामाजिक न्याय और संवैधानिक बराबरी की राह तभी मजबूत होगी जब जनता ऐसी राजनीति को पहचानकर उसे चुनौती देगी।
उत्तर प्रदेश का PDA समाज जाग गया है- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब PDA समाज पीड़ित, दलित और आदिवासी पूरी तरह “जाग” चुका है। उनके मुताबिक जैसे-जैसे जागरूकता बढ़ रही है, वैसे-वैसे नकारात्मक राजनीति करने वाले तत्वों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। अखिलेश ने दावा किया कि अब उत्पीड़ित वर्ग अपमान और पीड़ा को चुपचाप सहने के मूड में नहीं है, और इसी वजह से PDA की एकजुटता लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने अपने संदेश का सार नारे के अंदाज़ में रखते हुए कहा“जो पीड़ित, वो PDA… और पीड़ा बढ़ रही है, इसलिए PDA बढ़ रहा है। UP News












