Uttar Pradesh News : आपने उत्तर प्रदेश के शहरों व जिलों के अनेक नाम सुने व पढ़े होंगे किंतु क्या आपको पता है कि उत्तर प्रदेश के एक जिले को चावल का कटोरा भी कहा जाता है। UP के किस जिले को कहा जाता है “चावल का कटोरा” और क्यों कहा जाता है? इस लेख में विस्तार से जान लीजिए।
75 जिले हैं उत्तर प्रदेश में
आपको बता दें कि जनसंख्या के हिसाब से उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। उत्तर प्रदेश की वर्तमान आबादी 24 करोड़ से भी अधिक है। उत्तर प्रदेश का कुल क्षेत्रफल 240,924 वर्ग किलोमीटर है। पूरा उत्तर प्रदेश 18 मण्डल तथा 75 जिलों में फैला हुआ प्रदेश है। उत्तर प्रदेश की पूरब दिशा का आखिरी जिला बलिया है। बलिया के बाद बिहार प्रदेश शुरू हो जाता है। उत्तर प्रदेश का पश्चिम दिशा का आखरी जिला शामली है। शामली के आगे हरियाणा प्रदेश शुरू हो जाता है। शामली को मुजफ्फरनगर जिले में से काटकर नया जिला बनाया गया है। उत्तर प्रदेश की उत्तरी सीमा का आखिरी जिला सहारनपुर तथा दक्षिण दिशा में सबसे आखिरी जिला सोनभद्र स्थित है। प्रदेश के इसी जिले का नाम “चावल का कटोरा” भी है।
Uttar Pradesh News
कौन सा जिला है “चावल का कटोरा”
आपने भारत में चावल का कटोरा कहे जाने वाले प्रदेश का नाम जरूर सुना होगा। नहीं सुना है तो हम बता देते हैं। कि भारत के दक्षिणी भाग में पड़ने वाले प्रदेश आंध्रप्रदेश को चावल का कटोरा कहकर बुलाया जाता है। आंध्रप्रदेश में चावल का सर्वाधिक उत्पादन होता है। इसी कारण उसका यह नाम पड़ा है। उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले को “चावल का कटोरा” जिले के नाम से भी जाना जाता है। वर्ष 1997 से पहले तक चंदौली वाराणसी जिले का हिस्सा था। वर्ष 1997 में उत्तर प्रदेश सरकार ने चंदौली को अलग जिला बना दिया था। चंदौली जिले में पूरे उत्तर प्रदेश के सभी जिलों से ज्यादा चावल का उत्पादन होता है। इस कारण उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले को “चावल का कटोरा” नाम से भी जाना जाता है। चंदौली का चावल पूरी दुनियां में अपनी खास पहचान रखता है। उत्तर प्रदेश सरकार चंदौली जिले में चावल की खेती को और अधिक बढ़ावा देने का लगातार प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने हाल ही में घोषणा की है कि चंदौली जिले के चावल उत्पादक किसानों को हर संभव मदद करके खुशहाल बनाया जाएगा।
विधानसभा का रिजल्ट बीजेपी के पक्ष में आया तो की जाने लगी ये मांग
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।