Saturday, 16 November 2024

RTO Inspected: देहरादून के RTO ने किया कुछ ऐसा, हो रही है खूब तारीफ

RTO Inspected: आधुनिक समय में सरकारी महकमों के बारे में एक धारणा बन गई है कि सरकारी विभाग काम करना…

RTO Inspected: देहरादून के RTO ने किया कुछ ऐसा, हो रही है खूब तारीफ

RTO Inspected: आधुनिक समय में सरकारी महकमों के बारे में एक धारणा बन गई है कि सरकारी विभाग काम करना पसंद नहीं करते हैं। वो अपने काम को टालते रहते हैं और लटका कर रखते हैं। लेकिन ऐसे भी सरकारी लोग होते हैं, जो अपनी ड्यूटी का पूरी तरह निर्वहन करते हैं। इस सर्द मौसम में अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए देहारादून के आरटीओ शैलेश तिवारी ने ऐसा ही उदाहरण पेश किया। उन्होंने सिटी बसों की आम यात्री बनकर सुध ली।

सामान्य यात्री बन आरटीओ ने जाना बसों का हाल, RTO Inspected

देहारादून के आरटीओ शैलेश तिवारी ने शहर में संचालित होने वाली सिटी बसों की स्थिति जानने के लिए अनोखे अंदाज में हालचाल जाना। वो अपने सरकारी वाहन से उतरकर पैदल ही परेड ग्राउंड पहुंचे और वहां से कुछ दूर स्थित बस स्टाप पहुंचे। फिर वो राजपुर-क्लेमेनटाउन मार्ग पर चलने वाली राजपुर की तरफ से आ रही सिटी बस में सामान्य यात्री बनकर सवार हो गए।

उन्होंने देखा बस में सभी सीटें फुल थीं और कुछ यात्री खड़े हुए थे। सिटी बस के चालक और परिचालक अपनी यूनिफार्म में भी नहीं थे। इस दौरान आरटीओ ने पूरी बस का निरीक्षण किया और यात्रियों से सामान्य पूछताछ की। निरीक्षण के दौरान आरटीओ को महिला आरक्षित सीटों पर पुरुष यात्री बैठे हुए मिले। सिटी बस में सवार सवारियों से बातचीत और निरीक्षण के बाद जब आरटीओ ने स्वयं का परिचय दिया, तो चालक-परिचालक के हाथ पैर फूल गए।

RTO Inspected: चालक-परिचालक और यात्रियों को पढ़ाया पाठ

महिला आरक्षित सीटों पर बैठे पुरुषों को देख आरटीओ ने न सिर्फ सीट पर बैठे पुरुषों को नियम और नैतिकता का पाठ पठाया, बल्कि परिचालक को चेतावनी देकर महिलाओं की सीट आरक्षित रखने के निर्देश दिए। साथ ही आरटीओ ने चालक-परिचालक को सख्त हिदायत देते हुए कहा, कि यदि बस से बच्चे उतर रहे हों, तो उन्हें सावधानी से उतारें।

बस कंडक्टर को उन्होंने ये भी बताया कि यात्रियों को उतारते हुए यह सुनिश्चित कर लें, कि पीछे से कोई वाहन बायीं तरफ से ओवरटेक न कर रहा हो। साथ ही महिला एवं बुजुर्ग यात्रियों का सामान चढ़ाने व उतारने में सहायता करने को भी कहा। आरटीओ ने अन्य बसों की जांच भी की और बसों में दिव्यांग यात्रियों के लिए सीट आरक्षित रखने, बसों में डस्टबीन रखने, चालक व परिचालक के वर्दी में होने की हिदायत भी दी।

इसके अलावा चालकों की एल्कोमीटर से भी जांच की गई। आरटीओ की चेकिंग के दौरान कुल 37 बसों की जांच की गई। जिनमें नियमों का पालन न होने व चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस न होने पर कुल 9 बसों का चालान किया गया। इस दौरान उनके साथ परिवहन कर अधिकारी अनुराधा पंत भी उपस्थित रहीं।

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