Thursday, 28 November 2024

शैक्षिक कैलेंडर पर बवाल क्या है? जिस पर बिहार सरकार को देनी पड़ी सफाई

शैक्षिक कैलेंडर पर बवाल: बिहार का 2024 का शैक्षिक कैलेंडर शिक्षा विभाग ने सोमवार को जारी किया था। इसमें हिंदुओं…

शैक्षिक कैलेंडर पर बवाल क्या है? जिस पर बिहार सरकार को देनी पड़ी सफाई

शैक्षिक कैलेंडर पर बवाल: बिहार का 2024 का शैक्षिक कैलेंडर शिक्षा विभाग ने सोमवार को जारी किया था। इसमें हिंदुओं के कई त्यौहार की छुट्टियों खत्म कर दी गई थी। शिक्षा विभाग द्वारा जारी इस कैलेंडर में रक्षाबंधन, महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी आदि त्यौहारों की छुट्टी को खत्म कर दी गई थीं। तो दूसरी ओर मुस्लिम पर्व ईद की 3 दिनों की छुट्टी कर दी गई। इस कारण इस कैलेंडर को लेकर विवाद खड़ा हो गया। अब बिहार सरकार ने इस विवाद के बढ़ने के बाद बताया कि उसने एक और कैलेंडर भी जारी किया है।

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शैक्षिक कैलेंडर पर बवाल: बिहार सरकार ने दूसरा कैलेंडर भी जारी किया

इस मामले में विवाद बढ्ने पर अब बिहार सरकार ने स्पष्टीकरण दिया है कि उसने दो अलग तरह के कैलेंडर जारी किए हैं। सामान्य स्कूलों के लिए एक तरह का और उर्दू-अल्पसंख्यक स्कूलों/मदरसों के लिए अलग तरह का। दोनों तरह के कैलेंडरों में बराबर छुट्टियां दी गई हैं। दोनों कैलेंडर में छुट्टियों में चार-चार दिन की कटौती की गई है।

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विपक्षी दल भाजपा ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया है कि ‘कैलेंडर में से जन्माष्टमी, रक्षाबंधन, महाशिवरात्रि, वसंत पंचमी, मकर संक्रांति, तीज, विश्वकर्मा पूजा और जिउतिया जैसी छुट्टियों को खत्म करते हुए सामान्य स्कूलों में भी मुसलमान धर्म से जुड़े ईद, मुहर्रम और बकरीद की छुट्टियों को बढ़ा दिया गया है। ये राज्य सरकार की तुष्टीकरण की राजनीति है।’

शैक्षिक कैलेंडर पर बवाल

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शिक्षा पदाधिकारी को अपने स्तर से कोई अवकाश घोषित करने का अधिकार नहीं

शिक्षा विभाग ने साथ ही कई निर्देश भी दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि ‘राज्य के सभी राजकीय/राजकीयकृत और अल्पसंख्यक सहायता प्राप्त उर्दू (प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक) विद्यालय अवकाश तालिका के अनुसार ही बंद रहेंगे। किसी जिले विशेष में किसी विशेष अवसर पर अगर जिला पदाधिकारी किसी प्रकार का अवकाश घोषित करना चाहें, तो उन्हें मुख्यालय स्तर पर शिक्षा विभाग से पूर्वानुमति लेना आवश्यक होगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने स्तर से कोई अवकाश घोषित नहीं करेंगे।’

शैक्षिक कैलेंडर पर बवाल

साथ ही ये भी निर्देश दिया गया है कि ‘किसी भी सरकारी विद्यालय के प्रधानाध्यापक/प्रभारी प्रधानाध्यापक अपने स्तर से विद्यालय अवकाश की घोषणा नहीं करेंगे, अन्यथा उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी। सभी विद्यालयों में वार्षिकोत्सव, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती और अन्य महापुरूषों की जयंती मनाई जाएगी।’

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