मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में खांडवा के रहने वाले राजू पिंडारे ने जब लगभग पांच साल के बाद अपने माँ -बाप और घरवालों को देखा तो उसकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। बताया जा रहा है कि राजू भटकते हुए पाकिस्तान की सीमा के पास पहुंच गया था और वहीं पर उसे पाकिस्तानी पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर पड़ोसी मुल्क के द्वारा जासूसी करने के आरोप लगाए गए थे। करीब डेढ़ साल तक कानूनी कार्यवाही के चलने और साढ़े तीन साल के बाद रिहा किये जाने पर एक बार तो राजू और उसके घर वालों को यकीन ही नहीं हुआ कि वह वापस अपने देश आ सकता है। राजू को बुधवार रात अपने खंडवा (Madhya Pradesh) स्थित घर पहुँच गया।
मानसिक रूप से अस्वस्थ है राजू पिंडारे
बताया जा रहा कि जिस राजू पर जासूसी करने के आरोप पाकिस्तानी मुल्क के द्वारा लगाए जा रहें हैं वह दिमागी रूप से ठीक नहीं है। Madhya Pradesh के खंडवा क्षेत्र में रहने वाले राजू पिंडारे एक भील वर्ग से आते हैं। उनकी दिमागी स्थिति ठीक न होने के कारण उनकी पत्नी भी काफी समय पहले उन्हें छोड़ कर चली गयी थीं। ऐसे में जासूसी के आरोप लगाने पर गंभीर सवाल उठते हैं।
Madhya Pradesh
शुरू के तीन महीनों में जब राजू अपने घर से भटक कर गायब हुआ तो उनके घरवालों को कोई खबर नहीं मिल सकी। उन्हें बाद में इंटेल मिली की वो बॉर्डर क्रॉस करके पाकिस्तान पहुंच गया है। पाकिस्तानी पुलिस ने राजू पिंडारे को पहले राजस्थान का रहने वाला समझा।
राजू ने बताया कि पाकिस्तान में उसे बेहद दर्दनाक तरीके से प्रताड़ित किया गया। गर्म पानी में डाल देना, जमीन पर पटक देना, ज़ख्म वाले स्थानों पर मारना, इन सब की उसे कुछ दिन बाद आदत हो गयी थी। पर जब रिहायी की खबर मिली तो उसके साथ रहने वाले सभी कैदी बहुत ख़ुश हुए।