Monday, 2 December 2024

Adani Scam : अडाणी के शेयरों में संदिग्ध सौदों के लिए छह इकाइयां जांच के घेरे में : कोर्ट कमेटी

नयी दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति ने कहा कि चार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) सहित छह इकाइयां अडाणी…

Adani Scam : अडाणी के शेयरों में संदिग्ध सौदों के लिए छह इकाइयां जांच के घेरे में : कोर्ट कमेटी

नयी दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ समिति ने कहा कि चार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) सहित छह इकाइयां अडाणी समूह के शेयरों में संदिग्ध सौदों के लिए जांच के घेरे में हैं।

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अडाणी समूह के शेयरों में शार्ट पोजिशन बनाई गई

समिति ने 178 पृष्ठ की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट से पहले अडाणी समूह के शेयरों में ‘शॉर्ट पोजिशन’ (भाव गिरने पर मुनाफा कमाना) बनाई गई और भाव गिरने पर इन सौदों में पर्याप्त मुनाफा दर्ज किया गया। समिति ने कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडाणी समूह पर शेयरों के भाव में हेराफेरी करने और धनशोधन के आरोप लगाए जाने के बाद इन शेयरों के भाव में भारी गिरावट आने पर इन शेयर सौदों में मुनाफा कमाया गया।

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने बनाई थी समिति

बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) अडाणी समूह के खिलाफ आरोपों की पहले से ही जांच कर रहा था। हिंडनबर्ग रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद शीर्ष अदालत ने विशेषज्ञ समिति की नियुक्ति की थी। इस समिति के प्रमुख उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश एएम सप्रे बनाए गए थे, जबकि ओपी भट्ट, केवी कामत, नंदन नीलेकणि और सोमशेखर सुंदरेशन इसके सदस्य थे। हिंडनबर्ग के आरोप सामने आने के बाद अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया था।

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छह इकाइयों की ओर से हुए संदिग्ध सौदे

रिपोर्ट में कहा गया कि नकदी खंड में अडाणी के शेयरों के संबंध में कोई प्रतिकूल बात नहीं पाई गई, लेकिन छह इकाइयों की ओर से संदिग्ध सौदे हुए। इनमें से चार एफपीआई, एक कॉरपोरेट इकाई और एक व्यक्ति हैं। रिपोर्ट में छह में से किसी का नाम नहीं बताया गया। इस संबंध में विस्तृत जांच की जा रही है। समिति ने कहा कि इस संबंध में तथ्यात्मक निष्कर्ष अभी बेहद शुरुआती स्तर के हैं और फिलहाल वह साक्ष्य की गुणवत्ता के संबंध में कोई टिप्पणी नहीं कर रही है। इन मामलों की जांच की जा रही है।

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