Friday, 3 May 2024

Holika Dahan 2022- होलिका दहन के दिन नहीं करना चाहिए यह काम, अन्यथा होता है भारी नुकसान

Holika Dahan 2022- हिंदुओं का पवित्र त्यौहार होली नजदीक आ रहा है। 10 मार्च से होलाष्टक की शुरुआत हो चुकी…

Holika Dahan 2022- होलिका दहन के दिन नहीं करना चाहिए यह काम, अन्यथा होता है भारी नुकसान

Holika Dahan 2022- हिंदुओं का पवित्र त्यौहार होली नजदीक आ रहा है। 10 मार्च से होलाष्टक की शुरुआत हो चुकी है। 17 मार्च गुरुवार को होलिका दहन किया जायेगा और 18 मार्च शुक्रवार को पूरे देश में होली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। होली का त्यौहार हर्ष और उल्लास का त्यौहार होता है। रंगों का यह त्यौहार सबके जीवन में खुशियों का रंग भरता है। इस त्यौहार को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं हैं। खासतौर पर होलिका दहन (Holika Dahan 2022) से जुड़े कई ऐसे नियम हैं जिनका पालन करना अति आवश्यक होता है।

क्या है होलिका दहन का धार्मिक महत्व?

फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है, तत्पश्चात चैत्र मास की प्रतिपदा तिथि को रंग वाली होली खेलने का प्रावधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार हिरण्यकश्यप नाम के नास्तिक राजा का पुत्र प्रहलाद विष्णु भगवान का बड़ा भक्त था। हिरण कश्यप के मना करने के बावजूद प्रहलाद विष्णु भगवान की भक्ति में लीन रहता था। यही वजह थी कि हिरण्यकश्यप ने अपने बेटे को कई बार मारने का प्रयास किया, परंतु हर बार वह असफल रहा। हिरण्यकश्यप की बहन होलिका को भगवान शिव से वरदान के रूप में एक ऐसी चादर मिली थी जो आग से बचाने का कार्य करती थी। फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका शिव जी द्वारा प्राप्त चादर ओढ़ कर अपनी गोद में प्रहलाद को लेकर आग में बैठ गई। इस समय भी प्रहलाद भगवान विष्णु की भक्ति में लीन था। भगवान की ऐसी कृपा हुई कि तेज हवा में होलिका का चादर हवा में उड़ गया और होलिका चिता की अग्नि में भस्म हो गई, जबकि प्रहलाद का बाल भी बांका नहीं हुआ। तभी से प्रति वर्ष फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन करने का प्रावधान है। जबकि होली के 8 दिन पहले से ही प्रहलाद को भगवान विष्णु की भक्ति के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था इसलिए इस समय को होलाष्टक के रूप में जाना जाता है और इस बीच कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है।

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ज्योतिषाचार्य के मुताबिक होलाष्टक के दौरान ग्रहों का स्वभाव उग्र होता है अतः इस समय कोई भी शुभ कार्य करना फलदायक नहीं होता है। होलिका दहन से जुड़े भी कई नियम होते हैं। कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिन्हें होलिका दहन के दिन नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं होलिका दहन के दिन क्या ना करें –

1. होलिका दहन के दिन काले रंग का वस्त्र धारण करने से बचना चाहिए।

2. होलिका दहन में हमेशा सिर ढक कर ही शामिल होना चाहिए।

3. होलिका दहन वाले दिन किसी दूसरे व्यक्ति के घर खाना खाने से बचना चाहिए।

4. होलिका दहन वाले दिन बासी भोजन करने से बचना चाहिए।

5. नवविवाहित महिलाओं को होलिका दहन नहीं देखना चाहिए।

6. होलिका दहन वाले दिन मादक पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए व किसी सुनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए।

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