Stock Market: दूसरे दिन भी तेजी के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स पहुंचा 53,000 के पार

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locationभारत
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calendar01 Dec 2025 11:43 PM
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नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार की बात करें तो तमाम दबावों को दरकिनार (Stock Market) करने के साथ आज मंगलवार को लगातार दूसरे सत्र में बढ़त बना दिया था। टाटा मोटर्स और ओएनजीसी जैसे हैवीवेट स्‍टॉक्‍स में तेजी होने के बाद आज सेसेंक्‍स-निफ्टी ने शुरुआत से ही बढ़त बनाने में कामायाब हो गया है। सेंसेक्‍स सुबह 266 अंकों की उछाल (Stock Market) के साथ 53,501 पर खुला और कारोबार शुरू कर दिया था जबकि निफ्टी ने भी 74 अंकों की बढ़त बनाकर 15,909 के स्‍तर पर खुलकर ट्रेडिंग की शुरुआत कर दिया था। निवेशकों का उत्‍साह आज सुबह से ही बन गया था और उन्‍होंने जमकर खरीदारी शुरू कर दिया था। पॉजिटिव सेंटिमेंट की वजह से देखा जाए तो सुबह 9.28 बजे सेंसेक्‍स 264 अंक चढ़ने के बाद 53,498 पर ट्रेडिंग कर रहा था, जबकि निफ्टी 82 अंकों की बढ़त बनाने के साथ 15,917 पर ट्रेडिंग करना शुुरु कर दिया था।

आज यहां दांव लगाने जा रहे हैं निवेशक

निवेशक आज सुबह से देखा जाए तो ONGC, Eicher Motors, Tech Mahindra, UPL, Bajaj Finserv, Reliance, Tata Steel, ICICI Bank, SBI, PowerGrid, M&M और HDFC के शेयरों में जमकर दांव लगाना शुुरु कर दिया था जिससे ये स्‍टॉक्‍स टॉप गेनर की सूची में पहुंच गए थे। इसके अलावा Tata Motors, Adani Ports, Hindalco और Grasim के स्‍टॉक्‍स ने भी बढ़त बना लिया था। दूसरी ओर, Asian Paints, Britannia Industries, ITC, Nestle India, Divis Labs, Hero Moto, Bajaj Auto और Titan जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिल गई है और ये टॉप लूजर की श्रेणी में पहुंच गया था। आज बीएसई मिडकैप और स्‍मॉलकैप पर भी 0.7 फीसदी की बढ़त दिखना शुरु कर दिया था।
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Ind Vs Eng: चौथे दिन में कमाल दिखाकर जीत के करीब पहुंचा इंग्लैंड, भारत को दिखाना होगा शानदार खेल

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Pic Source: IndiaTV News
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calendar30 Nov 2025 03:31 AM
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नई दिल्ली: पांचवें टेस्ट में तीन दिन तक देखा जाए तो अंग्रेजों के घर में दहाड़ रही टीम इंडिया (Ind Vs Eng) चौथे दिन में कोई कमाल दिखाने में कामयाब नहीं हुई है। भारतीय टीम 245 रन पर ऑल-आउट हो गई थी और इंग्लैंड को 378 रन का लक्ष्य मिल गया था। ऐसा लगा ये लक्ष्य काफी बड़ा हो गया है, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी की है। एलेक्स लीस और जैक क्रॉली ने पहले विकेट (Ind Vs Eng) को लेकर 107 रन जोड़ लिया था, हालांकि इसके बाद 2 रन के अंदर 3 बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। ऐसा लगा भारत ने मैच में वापसी किया है, लेकिन ऐसा चौथे दिन ऐसा नहीं लग रहा था। जॉनी बेयरस्टो और जो रूट ने तो पूरा मैच ही बदलने में कामयाबी हासिल की है। दोनों के बीच 150 रन की साझेदारी बना लिया था। रूट 76 और बेयरस्टो 72 रन बनाकर नाबाद रन बना लिया था। अब मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीतने के लिए सिर्फ 119 रन चाहिए। अगर ऐसा हो जाता है तो ये भारत के खिलाफ चौथी पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने के बाद जीत हासिल करने का रिकॉर्ड होने जा रहा है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 1977 में टीम इंडिया के खिलाफ 339 रन का लक्ष्य हासिल करने में कामयाब हो गए थे। अब ऐसा लग रहा है कि ये रिकॉर्ड 45 साल बाद टूटने जा रहा है। टीम इंडिया के कप्तान जसप्रीत बुमराह की बात करें तो मैच के चौथे दिन इंग्लैंड के शुरुआती दोनों विकेट लेने के बाद मैच में मजूबत पकड़ बना लिया था। टी से पहले उन्होंने जैक क्रॉली को 46 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया था। वहीं, टी के बाद पहली ही गेंद पर ओली पोप को विकेट के पीछे कैच आउट करने में कामयाब हुए थे। इंग्लैंड दोनों झटको से अभी संभल भी नहीं सका, तभी मोहम्मद शमी के एक शानदार थ्रो ने एलेक्स लीस को रन आउट कर पवेलियन भेजने में कामयाब हुए थे। इसके बाद भारत ने दो ओवर में 2 रिव्यू गंवा दिया था। पहले रवींद्र जडेजा की गेंद पर जो रूट के लिए देखा जाए तो LBW की अपील हुई, लेकिन अंपायर ने नॉट-आउट दिया था। भारतीय खिलाड़ियों को लगा रूट आउट हो चुके हैं और रिव्यू लिया था। रिप्ले में साफ नजर आया कि बॉल लेग स्टंप से बाहर निकल रही है।  
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Health: 'कचरी' है सेहत की साथी!

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calendar05 Jul 2022 03:07 PM
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 विनय संकोची Health : कचरी एक सुपरिचित तरकारी है। मरु प्रदेश में बहुत ज्यादा पैदा होने के कारण इसका एक नाम मरुजा भी है। कचरी का पौधा कुकुरबिटेसी कुल से आता है। आयुर्वेद में कचरी को कर्कटी वर्ग की वनौषधि माना है। कचरी की बेल खीरे जैसी होती है, लेकिन लंबाई में थोड़ी छोटी होती है। कचरी के पत्ते ककड़ी के पत्तों जैसे ही होते हैं। इसकी बेल पर छोटे-छोटे पीले रंग के सुंदर फूल लगते हैं। कचरी को ग्वाले बहुत रुचि से खाते हैं, इसलिए कचरी का एक नाम गोपाल कर्कटी भी पड़ गया है। कचरी को अंग्रेजी में ककुंबर प्युबेसेंट, संस्कृत में चित्रकला, मृगाक्षी, चिभट मराठी में टकमके रौंदनी, चिभूड़ बांग्ला में वनगोमुक, कुंदुरुकी, फुटी पंजाबी में चिंभड़, मारवाड़ी में काचरी और सेंध, हिंदी में आंचलिकता के आधार पर काचर, सैंध, गुराड़ी, पेंहटा और कचरिया कहा जाता है। कचरी के औषधीय गुणों का वर्णन आयुर्वेदिक ग्रंथों में उपलब्ध है। कचरी के कच्चे हरे सफेद चितकबरे फल बहुत कड़वे होते हैं। पकने पर यही फल पीले पड़ जाते हैं। पकी और अधपकी कचरी से भीनी-भीनी सुगंध आती है। प्रसिद्ध आयुर्वेदिक ग्रंथ राज निघंटु में कचरी को तिक्तरस वाली, विपाक में अम्ल वातनाशक, पित्तकारक तथा उत्तम रुचिकारक बताया गया है। आइए जानते हैं कचरी के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे में- • कचरी की चटनी और कचरी की सब्जी सर्दी खांसी से छुटकारा दिलाने में मददगार हो सकती है। • जिन लोगों को भूख कम लगती है उनके लिए कचरी का सेवन बहुत फायदेमंद है। कचरी में भूख बढ़ाने और भोजन के प्रति अरुचि को दूर करने का गुण होता है। • कचरी के सेवन से कब्ज, अपच और अन्य अनेक संबंधी पेट संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है। कचरी में ऐसे पोषक तत्व मौजूद हैं, जो गेस्ट्रो इंटेस्टाइनल ट्रैक्ट के संक्रमण को दूर करने में सहायक हैं। • विटामिन सी का अच्छा स्रोत होने के कारण कचरी जुकाम के उपचार में लाभकारी है। • कचरी में मौजूद तत्व पथरी को तोड़कर उसे बाहर निकालने में सहायक माने जाते हैं। • कचरी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है और इसके बीजों में प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसमें विटामिन-सी भी अच्छी मात्रा में होता है। कचरी के यह गुण और पोषक तत्व रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम बखूबी करते हैं। जिससे बार-बार बीमार पड़ने के जोखिम से बचा जा सकता है। • कचरी गले में गिल्टी हो जाने की समस्या को कम करने में सहायक है। • कचरी के पाउडर का नियमित उपयोग फोड़े, फुंसी, खुजली जैसे त्वचा रोग को ठीक करने में सहायता कर सकता है। • कचरी की जड़ के चूर्ण को नाक में डालने से मिर्गी (अपस्मार) का रोग दूर हो सकता है। • कचरी की जड़ को पानी के साथ पीसकर और छानकर 5 से 10 मिलीलीटर की मात्रा में पीने से पेशाब करने में समय होने वाला दर्द और जलन दूर हो जाती है। • कचरी की जड़ की छाल के चूर्ण में सांभर नमक मिलाकर खाने से जलोदर में लाभ हो सकता है। • कचरी की जड़ों को सिरके में पीसकर गर्म करके सूजन वाली जगह पर लगाने से सूजन कम हो जाती है। जरूरी बात : कचरी का सेवन बहुत सावधानी से करना चाहिए, क्योंकि इसके अधिक मात्रा में सेवन से शरीर में विष के जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं। कड़वी कचरी का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।  विशेष: यहां कचरी के गुण और उपयोग के बारे में विशुद्ध सामान्य जानकारी दी गई है। हम किसी भी प्रयोग और लाभ के बारे में कोई दावा नहीं करते है। कचरी का किसी रोग विशेष में औषधि के रूप में प्रयोग किसी सुयोग्य आयुर्वेदाचार्य /चिकित्सक अथवा आहार विशेषज्ञ से परामर्श के बिना करना हानिकारक हो सकता है।