NCRTC : दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर मोर पंख के रंगों से सजे स्टेशन

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NCRTC: Stations decorated with peacock feather colors on Delhi-Ghaziabad-Meerut corridor
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Apr 2023 09:29 PM
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NCRTC : गाजियाबाद। एनसीआरटीसी द्वारा भारत के प्रथम रीजनल रेल कॉरिडोर के लिए निर्मित रैपिडएक्स स्टेशनों के रंगों को मोरपंख के रंगों से सजाया गया है। आरआरटीएस कॉरिडोर के प्रायोरिटी सेक्शन के स्टेशन परिचालन के लिए तैयार हो चुके हैं और यह पूरा कॉरिडोर मोरपंख के रंगों की रंगावली में सजा हुआ नजऱ आने लगा है।

NCRTC :

एनसीआरटीसी के मेरठ-दिल्ली कॉरिडोर पर इस समय तेजी से कसम चल रहा है। स्टेशन के बाहरी फसाड के रंगों की प्रेरणा भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर के पंखों की छटा में बिखरी रंगावली से ली गई है। फसाड की संरचना को नीले रंग के 2 शेड्स और बेज़ रंग में बनाया गया है। रैपिडएक्स कॉरिडोर के स्टेशनों की बाहरी छत के दोनो किनारों को उठा हुआ बनाया गया है जो गति को दर्शाता है। इस विशेष डिज़ाइन के पीछे एक वजह यह भी है कि रैपिडएक्स कॉरिडोर के स्टेशनों की चौड़ाई प्रत्येक स्टेशन के हिसाब से अलग-अलग हैं। एनसीआरटीसी ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए और प्रकृति से सामंजस्य बनाते हुए स्टेशन को हवादार, खुला और प्राकृतिक रौशनी से प्रकाशित बनाया है। इसके लिए स्टेशनों की दीवार के लिए बेज़ रंग के छिद्रित पैनल लगाए गए हैं जो आसपास के वातावरण के साथ एकीकरण को भी दर्शाते हैं। साथ ही रेलिंग के साथ-साथ बेज़ रंग के लूव्र लगाए गए हैं। स्टेशन के विस्तार के पैमाने को दर्शाने और स्टेशन को ख़ास पहचान देने के लिए, फसाड की संकल्पना स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल से ही की गई है। इस डिज़ाइन की एक विशिष्टता यह भी है कि मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन के अंतर्गत बनाए गए फुट-ओवर ब्रिज भी इन्ही रंगों में रंगे होंगे। स्टेशन के अंदर भी डिज़ाइन पर ख़ासा ध्यान दिया गया है। स्टेशन की फ्लोरिंग के लिए, जिन जगहों पर यात्रियों का आवागमन अधिक रहता है, वहाँ हार्ड मटेरियल जैसे ग्रेनाइट या इपॉक्सी का प्रयोग किया गया है। बाकी स्टेशन की फ्लोरिंग के लिए वैक्यूमाइज़्ड डेंस कॉनक्रीट (वीडीसी) का उपयोग किया गया है। स्टेशन को अधिक हवादार, विशाल, खुला और प्रकाशित दिखाने के लिए स्टेशन के अंदर शीशे की लिफ्ट लगाई गई हैं। इनमें से कुछ लिफ्ट आकार में बड़ी हैं ताकि आवश्यकता पडऩे पर स्ट्रेचर को आसानी से लाया- ले जाया जा सके।  प्लेटफॉर्म पर ट्रेन का इंतज़ार करते यात्रियों की सुविधा के लिए बैठने के लिए सीट का प्रावधान है। साथ ही, उनकी सुरक्षा के लिए हर स्टेशन पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर्स (पीएसडी) लगाए गए हैं। यह पीएसडी ट्रेन के सिग्नलिंग सिस्टम से जुड़े होंगे, यानी ट्रेन के दरवाज़े और पीएसडी, दोनों के बंद होने के बाद ही ट्रेन को चलाया जा सकेगा। इसके अलावा, सभी स्टेशनों में, कॉनकोर्स लेवल के पेड एरिया में पीने के पानी और वॉशरूम की सुविधा दी गई है। कॉरिडोर के बड़े स्टेशनों में, जहां मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन के अंतर्गत कनेक्टिविटी दी जा रही है, वॉशरूम की सुविधा स्ट्रीट लेवल पर भी दी गई है। छोटे बच्चों के साथ यात्रा कर रहे यात्रियों की सुविधा का भी ख़ास ख्याल रखते हुए हर मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन प्रदान करने वाले स्टेशन के कॉनकोर्स लेवल पर एक कक्ष का प्रावधान रखा गया है जिसमें डाइपर चेंजिंग स्टेशन भी बनाया गया है। दृष्टिबाधित व्यक्तियों के सुविधाजनक आवागमन के लिए रैपिडएक्स स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की गई है। उन्हें किसी भी तरह के भ्रम से बचाने और स्टेशन में मुख्य जगहों पर आने-जाने के लिए सीधा-सरल रास्ता दिखाने के लिए विशिष्ट टैकटाइल पाथ बनाया गया है। सभी रैपिडएक्स स्टेशन युनीवर्सली एक्सेसिबल हैं।
- एनसीआरटीसी पर यात्री सुविधाएं - स्टेशन के अंदर शीशे की बड़ी लिफ्ट - सुरक्षा के लिए प्लेटफार्म स्क्रीन डोर्स - पेड एरिया में पीने का पानी व वॉशरूम की सुविधा - दृष्टिïबाधितों के लिए टेकटाइल पाथ
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Noida News : समस्याओं का शहर बना ग्रेटर नोएडा

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Noida News: Greater Noida became a city of problems
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:00 AM
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अमन भाटी Noida News :  दिन प्रतिदिन ग्रेटर नोएडा शहर की हालत बिगड़ती जा रही है। शहर में समस्याओं का अंबार  लगा हुआ है, लेकिन समाधान करने वाला कोई नहीं है। ग्रेटर नोएडा के डेल्टा-2 के पार्क में तारो का जॉइंट नीचे पड़ा हुआ है। जिससे कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। निवासियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियो से समय के साथ जांच कर समस्याओं के निवारण कराने की मांग की है।

Noida News :

  सुबह और शाम पार्क में टहलने जाते हैं निवासी ग्रेटर नोएडा के डेल्टा 2 स्थिति एल ब्लॉक के पार्कों में तारों का जॉइंट खुलकर नीचे पड़ा हुआ है। जिससे से दुर्घटना हो सकती है। पार्क में सुबह और शाम के समय बुजुर्ग और बच्चे टहलने आते हैं। जो किसी भी बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। प्राधिकरण के अधिकारियों को समय से पार्कों की जांच कर समस्याओं का निस्तारण करना चाहिए। सेक्टर के निवासियों ने समस्याओं की जांच कर समय पर निस्तारण कराने की मांग की है। बड़ी दुर्घटना होने की प्रतीक्षा कर रहा प्राधिकरण सेक्टर डेल्टा टू के आरडब्ल्यूए उपाध्यक्ष मनीष भाटी ने बताया कि सेक्टर में कही मलबे के ढेर लगे हुए हैं तो कही पत्तों के ढेर ऐसे ही पार्को में तारों के गुच्छे खुले पड़े हैं। जिससे कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। या फिर प्राधिकरण किसी बड़ी दुर्घटना होने का इंतजार कर रहा है। प्राधिकरण के कर्मचारी इन चीजों पर ध्यान न देते हुए लापरवाही बरत रहे हैं।

Latest Noida News: ब्रेकअप से गुस्साए प्रेमी ने प्रेमिका के साथ किया ये काम

समस्याओं पर गौर नहीं देते कर्मचारी डेल्टा टू के निवासी अरविंद ने बताया कि पार्क में सुबह और शाम सेक्टर में रहने वाले निवासी घूमने और जोगिंग के लिए जाते हैं। लेकिन खुले तार पड़े होने के कारण निवासियों में डर फैला हुआ है। कभी-कभी पार्क में पानी भरा रहता है। जिससे करंट फैलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। प्राधिकरण के सफाई कर्मचारी सफाई करने आते हैं और चले जाते हैं। उनका इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं जाता है।  
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Greater Noida West : सुपरटेक के खिलाफ छठे दिन जारी रहा अनिश्चितकालीन धरना

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Greater Noida West: Indefinite strike against Supertech continues for sixth day
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:14 AM
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Greater Noida West :  ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सुपरटेक इकोविलेज 1 के निवासियों द्वारा छठे दिन अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी है। गेट पर टेंट लगाकर सोसाइटी के निवासी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। निवासियों द्वारा नेताओं का बहिष्कार किया गया है। चिलचिलाती धूप में बैठे इन निवासियों की समस्या किसी को भी नजर नहीं आ रही है। निवासियों  द्वारा बिल्डर, मेंटेनेंस विभाग और नेताओं के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की जा रही है।

Greater Noida West :

  अधिक संख्या में महिला और बुजुर्गों हुए शामिल ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी सुपरटेक इकोविलेज वन में निवासियों को बिजली, पानी आदि अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। धरने में काफी अधिक संख्या में घर गृहस्ती का काम छोड़ महिला, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हुए हैं। अब जब तक समस्याओं का निवारण नहीं हो जाता तब तक वह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे। सोसाइटी में लगभग 5500 से भी अधिक परिवार रहते हैं। जो इस समय बिल्डर के रवैया से काफी ज्यादा परेशान हैं। सोसाइटी में बिजली का पूरा इन्फ्राएस्ट्रक्चर नहीं है। जिसके चलते कड़कती और चिलचिलाती धूप में निवासी लगातार 6 दिन से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

Kanpur News : स्पा-सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट का खुलासा

बिना लिफ्ट फायर फाइटिंग के मिल रहे फ्लैट श्याम पाठक ने बताया कि यह आंदोलन एमएलए/एमपी के खिलाफ नहीं है। यह सुपरटेक के खिलाफ है जो होम बायर्स को चारो ओर से लूटने में लगा हुआ है। बिजली का लोड़ 1kv charges 29500, पार्किंग कनवेरजन 4लाख एवम फ्लैट ट्रास्फर चार्ज 200/Sq ft निहायत ही नाजायज है। जब तक इसका समाधान नही होगा याह आंदोलन जारी रहेगा। आज की तारीख में सुपरटेक बिल्डरों में सबसे बड़ा चोर बन गया है जनता पिछले 10 सालों से परेशान है 100 रुपए का कनेक्शन 30000 रुपए किलो वाट, 4300 किलोवाट कनेक्शन लेकर 13000 किलोवाट कनेक्शन बांटे हैं बिना लिफ्ट फायर फाइटिंग के फ्लैट मिल रहे हैं आईआरपी सो रही हैं दयनीय स्थिति बनी हुई है अब आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे निवासी धरना प्रदर्शन के दौरान लगातार निवासियों द्वारा नीतीश अरोरा, मजहर और नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। निवासियों नें बताया कि उन्होंने अपना सपनों का घर देखकर बड़ी गलती कर दी। बिल्डर द्वारा लगातार उनका शोषण कर रहा है। लेकिन अब वह चुप नहीं बैठेंगे वह अब आर पार की लड़ाई लड़ेंगे और लोगों के समक्ष एक उदाहरण पेश करेंगे। पिछले 7 सालों से हमनें साथ मिलकर जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसरों तक से मदद की मांग की है। लेकिन कोई भी हमारी मदद करने के लिए तैयार नहीं है। कुछ समय के लिए यह लोग अपनी शक्ल दिखाते हैं और फिर भाग जाते हैं। यह है निवासियों की समस्याएं 1. सोसाइटी के सभी दीर्घलंबित और अधूरे कामों को तुरंत पूरा किया जाए। 2. सोसाइटी में पूरी सुरक्षा और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। 3. एनपीसीएल के रेट में सस्ती बिजली किलोवाट वृद्धि का विकल्प दो। 4. रस्ते में खुली पार्किंग से रिजर्व पार्किंग का विकल्प दिया जाए 5. सभी फ्लैटों के ओसी और रजिस्ट्री दी जाए 6. साथ ही जब तक सोसाइटी में अधूरे काम पूर्ण नहीं हो जाते तब तक अल्बेरिया टावर और गार्डन होम्स टावर के बनाने पर रोक लगाई जाए। 7. सोसायटी के नक्शे में दिए सभी क्लब का जल्द से जल्द बनाए जाए। 8. सोसाइटी की सिक्योरिटी व्यवस्था दुरुस्त हो। अमन भाटी