Sunday, 2 June 2024

Noida News: बच्चों का सहारा बनीं रश्मि, पढ़ाई का दे रहीं तोहफा

Noida news- वर्तमान समय में भी दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अपने कर्म से यह साबित कर दिया…

Noida News: बच्चों का सहारा बनीं रश्मि, पढ़ाई का दे रहीं तोहफा

Noida news- वर्तमान समय में भी दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अपने कर्म से यह साबित कर दिया है कि दुनिया में अभी भी परोपकारी लोगों की कमी नहीं है। अभी भी दुनिया में ऐसे बहुत से लोग मौजूद है जो दूसरों के भविष्य को सवारने में ही अपनी खुशी ढूंढ लेते हैं। इसका एक जीता जागता उदाहरण है नोएडा (Noida news) की रहने वाली रश्मि। रश्मि पांडेय (Social Worker Rashmi pandey) एक सोशल वर्कर हैं। इन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर एक ऐसी संस्था का निर्माण किया है जिसमें गरीब एवं पिछड़े वर्ग के बच्चों को पढ़ाई के लिए सहयोग दिया जाता है।

सोशल वर्कर रश्मि पांडे और उनके सहयोगी बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ सरकारी स्कूलों में बच्चों का दाखिला भी करवाते हैं। कोविड-19 के संक्रमण के दौरान रश्मि ने संक्रमितो को राहत पहुंचाने के लिए बहुत बड़ी भागीदारी निभाई थी, जिसकी वजह से उन्होंने काफी लोकप्रियता भी हासिल की थी। अब यह गरीब एवं आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के भविष्य को संवारने का बीड़ा उठा रही हैं।

रश्मि और उनके साथियों ने मिलकर गरीब बच्चों के लिए जो संस्था बनाई है उस संस्था का नाम है सामाजिक संस्था एथोमार्ट चेरिटबल ट्रस्ट (EMCT)। ग्रेटर नोएडा में स्थित यह संस्था झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले गरीब बच्चों के भविष्य को संवारने का काम कर रही है। 4 अप्रैल सोमवार को इस संस्था द्वारा झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले 4 बच्चों का एडमिशन प्राथमिक तथा माध्यमिक विद्यालयों में कराया गया।

साथियों के साथ मिल रश्मि रोजाना 3 घंटे देती है बच्चों को समय-

बच्चों को सरकारी स्कूलों में एडमिशन दिलवाने के साथ-साथ रश्मि अपने साथियों के साथ मिलकर, नियमित तौर पर 3 घंटे बच्चों को पढ़ाने का काम करती हैं। रश्मि के साथ इस मुहिम में 20 महिलाएं जुड़ी है। इनमें से अधिकतर महिलाएं हाउसवाइफ है। घर के कामकाज से जब इन्हें फुर्सत मिलती है तो यह समय निकालकर बच्चों को पढ़ाने के काम में जुट जाती है। ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में स्थित झुग्गी झोपड़ियों के पास में एक क्लासरूम तैयार कराया गया है। यहां पर रोजाना शाम 4:00 बजे से लेकर 7:00 बजे तक गरीब मजदूरों के बच्चों को निशुल्क पढ़ाया जाता है।

2020 से काम कर रही है यह संस्था –

गरीब बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए सामाजिक संस्था एथोमार्ट चेरिटबल ट्रस्ट (EMCT)का निर्माण साल 2020 में किया गया था। पिछले 2 साल से यह संस्था गरीब बच्चों के भविष्य को निखारने का काम कर रही है। इस संस्था से जुड़ी एक सदस्य के मुताबिक “”इएमसिटी संस्था साल 2020 से झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले मजदूरों के बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रही है। इनमें से कुछ बच्चे ऐसे भी है, जिनकी शिक्षा लॉकडाउन के समय पर रूक गई थी और अब ऐसे बच्चों की दोबारा से क्लासेस शुरू हो गई है। हम यह कार्य आगे भी करते रहेंगे। हमारा मानना है कि इस इलाके में रहने वाला हर बच्चा स्कूल जाए।”

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अब तक इस संस्था से जुड़ चुके है कई बच्चें –

रश्मि पांडे के मुताबिक उनकी संस्था में रोजाना 65 बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है। 2 साल की उनकी मेहनत के बाद अब इस संस्था की मदद से 4 बच्चों को स्कूल में एडमिशन मिल गया है। एक बच्चे का एडमिशन ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित माध्यमिक स्कूल में हुआ है, जबकि अन्य तीन बच्चों को प्राइमरी स्कूल में एडमिशन दिलाया गया है।

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