Independence Day Special : आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अत्यंत शुभ अवसर पर लद्दाख के उच्चतम चोटियों में से एक, कांग यात्से (6500 मीटर) पर नोएडा के नवयुवक आनंद तिवारी (Anand Tiwari ) ने राष्ट्रीय ध्वज(National Flag) फहरा कर कमाल कर दिया ।यह उनके द्वारा अपने प्रिय राष्ट्र को दिया गया एक सम्मान का एक बड़ा प्रतीक है।
आनंद तिवारी उत्तर प्रदेश की औधौगिक राजधानी कहे जाने वाले नोएडा शहर(Noida city) में ही पले बढ़े और अपनी आरंभिक शिक्षा दीक्षा समरविल स्कूल से प्राप्त की। उसके उपरांत, हॉस्पिटैलिटी(Hospitality) के क्षेत्र में स्नातक हो अपना खुद का आतिथ्य सत्कार का व्यवसाय, हिमाचल प्रदेश में आरंभ किया। आनंद की आरंभ से ही साहसिक खेलों में विशेष रुचि रही, उसने कई बार मोटरसाइकिल पर देश के उत्तरी भागों, विशेषकर कश्मीर और लेह लद्दाख के दुर्गम क्षेत्रों का अकेले ही भ्रमण किया। पिछले वर्ष ही भारतीय पर्वतारोही संस्थान (Indian Institute of Mountaineering) से अग्रिम श्रेणी का प्रशिक्षण प्राप्त कर उसने छोटे मोटे पर्वतों पर चढ़ना प्रारंभ किया। इस बार उसने अपने साथ 3 अन्य प्रशिक्षण प्राप्त साथियों के साथ, इस पर्वत के शिखर पर, अमृत वर्ष के इस पुनीत अवसर पर भारतीय ध्वज फहराने का लक्ष्य लिया और तमाम अवरोधों के बाद भी उसको प्राप्त किया।
आनंद, स्व. रुद्र दत्त तिवारी के पौत्र हैं, जो 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान कई बार जेल गए और स्वाधीनता के उपरांत सरकार द्वारा उनको पेंशन से नवाजा गया। स्व. तिवारी को उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में सेवा का अवसर मिला और वहां पर भी उन्होंने वीरता के कई आयाम स्थापित किए और राष्ट्रपति के वीरता पदक से विभूषित किए गए। पुलिस उपाधीक्षक पद से सेवानिवृत्त हो, विपासना साधना में रत हो गए और उसमें वरिष्ठ शिक्षक हो कर लखनऊ केंद्र की स्थापना की। अपने अंतिम सांस मार्च, वर्ष 2017 तक वे विपासना साधना सेवा में रहे।
उनके पौत्र ने आज अपनी इस उपलब्धि से अपने दादा को सच्ची श्रद्धांजलि दी है और देश के प्रति अपने प्रेम और सम्मान को प्रदर्शित किया है ।उनकी इस उपलब्धि से न केवल नोएडा सेहत बल्कि पूरा उत्तर प्रदेश या यूँ कहें कि पूरा देश गौरवान्वित हुआ है इतनी दुर्गम चो टी पर यह कारनामा विरले ही कर पाते हैं ।