Noida : नोएडा। महिला के साथ सरेआम धक्का-मुक्की करने वाले गालीबाजी तथाकथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी की गिरफ्तारी के लिए शासन के प्रयास भी नाकाम साबित हो रहे हैं। इससे सवाल उठने लगे हैं कि आखिर, वो कौन है त्यागी को बचा रहा है। यह भी सवाल उठ रहा है कि पुलिस वास्तव में त्यागी की तलाश कर रही है या फिर पुलिस की भागमभाग के पीछे भी कोई सियासी ड्रामा चल रहा है। पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठना लाजिमी है। क्योंकि उसे अच्छी तरह पता है कि त्यागी कोई नया गुंडा नहीं है। उसके खिलाफ सेक्टर-93 बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी (Grand Omaxe Society )के लोगों ने वर्ष-2018 में भी तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थी, लेकिन तब भी पुलिस ने त्यागी का ही साथ दिया था।
महिला के साथ धक्का-मुक्की करने वाले तथाकथित नेता का एक और वीडियो आया सामने #womanharassment #Violence #politician pic.twitter.com/oyDAAsJiJh
— Chetna Manch (@ManchChetna) August 9, 2022
तथाकथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी कोई नया गुंडा नहीं है। प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही सत्ता की हनक में उसने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए थे। उसे सरकारी गनर उपलब्ध कराए गए थे। उसके बाद यूपी पुलिस के गनर की मदद से उसने जमीनों पर कब्जे का खेल शुरू कर दिया। भंगेल में प्राधिकरण की जमीन पर कब्जे के अलावा भी कई अन्य जमीनों पर भी उसके कब्जे की बात कही जा रही है। सेक्टर-93 बी स्थित गैंड ओमेक्स सोसायटी में भी श्रीकांत त्यागी ने अपने फ्लैट के पास बने सार्वजनिक पार्क पर कब्जे की कोशिशें शुरू कर दी थी। तब वहां के रहवासियों और सोसायटी के एसोसिएशन ने पुलिस और प्राधिकरण से लिखित शिकायत की थी, लेकिन उस समय भी किसी ने उसे रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई।
गैंड ओमेक्स सोसायटी के लोगों ने 10 अक्टूबर 2018 को तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर श्रीकांत त्यागी के अवैध निर्माण और कब्जे को हटवाने की मांग की थी। शिकायत में कहा गया था कि सोसायटी के फ्लैट का स्वामी श्रीकांत त्यागी पुलिस के गनर और बाहर से बुलाए गुंडों के साथ मिलकर अपने फ्लैट के आसपास अवैध निर्माण करा रहा है। उसने सार्वजनिक पार्क पर भी जबरन कब्जा कर लिया है। सोसायटी के लोगों का कहना है कि शिकायत लेकर थाना फेज दो भी गए, लेकिन वहां पुलिस ने उसे यह कहकर वापस कर दिया कि वह भाजपा नेता है और उससे उलझना ठीक नहीं है।
सोसायटी के लोगों का कहना है कि 10 अक्टूबर-2018 की शाम कुछ रहवासी श्रीकांत त्यागी से बात करने गए। तब उसने अभद्र बर्ताव किया और भगा दिया। यह भी आरोप है कि उस समय त्यागी ने उन लोगों को जान से मारने की धमकी भी दी थी। सोसायटी के निवासियों का कहना है कि पूरी सोसायटी में त्यागी का आतंक है। उससे लोग अपने परिवार समेत असुरक्षित और भयभीत रहते हैं।
निवासियों का कहना है कि तथाकथित भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से शिकायत करने के साथ ही उसकी प्रतिलिपि नोएडा अथॉरिटी के सीईओ और एसीईओ को भी दी गई थी, लेकिन किसी ने भी त्यागी के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटाई।