Noida : नोएडा । रूस-यूके्रन जंग (Russia-Ukraine War ) के कारण नोएडा से निर्यात होने वाले तकरीबन 500 करोड़ रूपये के गारमेंट एक्सपोर्ट व्यापार पर ब्रेक लग गया है। गारमेंट एक्सपोर्टर तथा इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव बंसल ने बताया कि क्योंकि ब्लैक सी जरिए कारोबार के लिए जाने वाले शिपमेंट को रोक दिया गया है। इससे यहां कारोबार की स्थति और ज्यादा खराब होती जा रही है। निर्यातकों का कहना है कि जिस प्रकार से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत नाटो देश रूस-यूक्रेन यूद्ध का विरोध कर रहे है। अन्य देश की ओर से इस मामले में सैन्य कारवाई करने की बात कही जा रही है। इससे कारोबारी संकट और गहरा होता दिख रहा है। श्री बंसल ने बताया कि नोएडा में 1200 कपड़ा निर्यातक जिनका 25 हजार करोड़ रुपये का वार्षिक कारोबार है। नोएडा से 80 प्रतिशत कपड़े से बना उत्पाद अमेरिका, ब्रिटेन समेत यूरोपीय देशों में होता है, बाकी 20 प्रतिशत कपड़े से बना उत्पाद निर्यात रूस, यूक्रेन, साउथ अफ्रीका समेत अन्य देश में हो रहा है।
युद्घ के कारण ब्लैक सी की जद में आने वाले देशों में तैयार माल सप्लाई नहीं हो रहा है। वहीं, अमेरिका के रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध के बाद एक हजार करोड़ रुपये का निर्यात भुगतान फिलहाल रुक गया है, क्योंकि बैंक रूस की करेंसी रूबल को अब डालर में कनवर्ट नहीं कर सकती। निर्यातकों ने केंद्र सरकार से कहा है कि जिस प्रकार से ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लगने के बाद भारत सरकार ने रुपये के अदान प्रदान शुरू करवाकर समस्या से निजात दिलाई थी। उसी प्रकार से भारत सरकार रूस से बातचीत कर रूबल और रुपये के बीच ट्रेड एग्रीमेंट शुरू करवाए। नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट कलस्टर चेयरमैन ने ललित ठुकराल ने कहा कि निर्यातकों की स्थिति से सरकार को अवगत करा दिया गया है। यदि यही स्थिति रही तो कपड़ा निर्यात पर भारी संकट पैदा हो जाएगा।