सांसद मनोज तिवारी ने जनता को दिया आध्यात्मिक जीवन का संदेश

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के तत्वावधान में सुप्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, महान समाज सुधारक एवं गुरुकुल कांगड़ी के संस्थापक स्वामी श्रद्धानन्द सरस्वती का 99वां बलिदान दिवस 24, मदर टेरेसा क्रीसेंट रोड, नई दिल्ली स्थित सांसद मनोज तिवारी के आवास पर श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया।

MP Manoj Tiwari
सांसद मनोज तिवारी (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar24 Dec 2025 04:16 PM
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बता दें कि कार्यक्रम की शुरुआत आचार्य गवेंद्र शास्त्री के ब्रह्मत्व में वैदिक यज्ञ से हुई। इस अवसर पर मुख्य यजमान एवं मुख्य अतिथि सांसद मनोज तिवारी एवं सुरभि तिवारी रहे। उनके साथ उनकी पुत्रियाँ सान्विका एवं मनोज्ञा भी उपस्थित रहीं।

स्वामी श्रद्धानन्द जी का 99वां बलिदान दिवस सांसद मनोज तिवारी के आवास पर मनाया

सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अपने आवास पर स्वामी श्रद्धानन्द जी का 99वां बलिदान दिवस मनाना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द ने आने वाली सामाजिक चुनौतियों को पहचानते हुए हिन्दू समाज को संगठित करने का कार्य किया। आर्य समाज के विस्तार में उनका अतुलनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि भगवा रंग भारतीय संस्कृति की पहचान है और हम स्वामी दयानन्द एवं स्वामी श्रद्धानन्द द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलते हुए सामाजिक समरसता के संदेश को अपने जीवन में आत्मसात करेंगे।

अंजू मेहरोत्रा बोलीं—ऊँच-नीच की दीवारें तोड़ने वाले समाज सुधारक थे स्वामी श्रद्धानन्द

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं शिक्षाविद अंजू मेहरोत्रा ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द ने दलितोद्धार एवं सामाजिक समानता के लिए ऐतिहासिक कार्य किए। ऊँच-नीच की दीवारों को मिटाने में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। केन्द्रीय आर्य युवक परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक अनिल आर्य ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द ने धर्मांतरित हिन्दुओं के शुद्धिकरण के माध्यम से घर वापसी का मार्ग प्रशस्त किया। इसी शुद्धि आंदोलन के कारण उन्हें अपने प्राणों का बलिदान देना पड़ा। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देते हुए जालंधर में कन्या महाविद्यालय की स्थापना की तथा गुरुकुल कांगड़ी की स्थापना के लिए अपनी कोठी और प्रेस तक बेचकर सर्वस्व अर्पण कर दिया।

मनोज तिवारी ने बलिदान दिवस पर व्यक्त किए विचार

आचार्य गवेंद्र शास्त्री ने कहा कि स्वामी दयानन्द के प्रवचनों से प्रेरित होकर मुंशी राम का जीवन परिवर्तित हुआ और वे स्वामी श्रद्धानन्द बने। उन्होंने आर्य समाज को कुशल नेतृत्व प्रदान किया और अनेक गुरुकुलों की स्थापना की। इस अवसर पर भाजपा नेता जोगी राम जैन, पार्षद यशपाल आर्य, ओम सपड़ा, डॉ. डी.के.गर्ग, जश्नने मोहाल सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सांस्कृतिक कार्यक्रम में गायिका प्रवीन आर्या पिंकी, रमेश बेदी, प्रवीण आर्य (गाजियाबाद), सुंदर शास्त्री सहित अन्य कलाकारों ने देशभक्ति एवं प्रेरणादायी गीत प्रस्तुत किए।

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जहरीली हवा बनी सियासी मुद्दा, कांग्रेस ने केजरीवाल और भाजपा को लपेटा

राजधानी दिल्ली में लगातार बिगड़ती हवा की गुणवत्ता को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने उपराज्यपाल द्वारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे गए पत्र के हवाले से भाजपा, आप पार्टी और एलजी प्रशासन तीनों को कटघरे में खड़ा किया है।

Congress Committee President Devendra Yadav
जहरीली हवा बनी सियासी मुद्दा (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar24 Dec 2025 12:38 PM
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बता दें कि देवेंद्र यादव ने कहा है कि दिल्ली के तीन करोड़ से ज्यादा लोगों की सेहत से जुड़ा यह गंभीर संकट सरकारों की लापरवाही और राजनीतिक दिखावे की भेंट चढ़ गया है। जिसमें प्रदूषण छोड़ शराब नीति पर रहा सरकार का फोकस किया और देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि जब दिल्ली को साफ हवा की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब केजरीवाल सरकार शराब नीति को बढ़ावा देने और उससे जुड़े कथित घोटालों में उलझी रही। उन्होंने कहा कि जनता की सेहत से बड़ा सरकार के लिए कोई मुद्दा नहीं रहा।

उपराज्यपाल का पत्र सरकारों की असंवेदनशीलता का प्रमाण: कांग्रेस

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उपराज्यपाल के पत्र से यह साफ हो गया है कि दिल्ली को जानलेवा प्रदूषण से राहत दिलाने में भाजपा की “चार इंजन सरकार” पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने 11 वर्षों में प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर केवल भ्रम और राजनीति की। उन्होंने कहा कि केजरीवाल का यह बयान कि “प्रदूषण हर साल 15-20 दिन का मुद्दा होता है” उनकी असंवेदनशील मानसिकता को उजागर करता है।

भाजपा सरकार भी दिखावे तक सीमित

बता दें कि कांग्रेस नेता ने कहा कि उपराज्यपाल का पत्र भाजपा सरकार की नाकामी छिपाने की कोशिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले दस महीनों से सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए कोई ठोस और प्रभावी कदम नहीं उठाया, केवल खोखले दावे किए गए।

खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण, जनता बेहाल

बता दें कि देवेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण रोज़ खतरनाक स्तर पार कर रहा है। हालात ऐसे हैं कि डॉक्टर और पर्यावरण विशेषज्ञ लोगों को दिल्ली छोड़ने तक की सलाह दे रहे हैं, लेकिन सरकारें गंभीर कदम उठाने के बजाय राजनीतिक बयानबाज़ी में लगी हैं।

जहरीली हवा और गंदे पानी के लिए दोनों पार्टियां दोषी

कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ कहा कि दिल्ली की जहरीली हवा और दूषित पानी के लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी दोनों बराबर की जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि एक ओर 11 साल तक आप पार्टी सरकार में रही और दूसरी ओर केंद्र में 2014 से भाजपा की सरकार है, लेकिन प्रदूषण कम करने के लिए कोई ठोस काम नजर नहीं आया।

यमुना से लेकर परिवहन तक हालात बदहाल

बता दें कि देवेंद्र यादव ने दिल्ली एनसीआर में यमुना की सफाई, टूटी सड़कों, गड्ढों, मेट्रो फेज-4 की रुकावटों और डीटीसी बसों की कमी जैसे मुद्दों पर भी सरकारों को घेरा है और उन्होंने कहा कि इन सभी मोर्चों पर लापरवाही का खामियाजा दिल्लीवासियों की सेहत और जीवन भुगत रहा है। जिसमें आए दिन अगर भाजपा सरकार सर्वे करें तो इनके पुलिस प्रशासन और सरकार कर रही है।

सर्वदलीय बैठक से पीछे हटी सरकार

बता दें कि देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उपराज्यपाल द्वारा प्रदूषण नियंत्रण को लेकर बैठक के दावे किए गए, लेकिन ज़मीनी असर नहीं दिखा। कांग्रेस द्वारा सुझाई गई सर्वदलीय बैठक से सरकार पीछे हट गई, जिससे उसकी नीयत पर सवाल उठते हैं।

राजनीति नहीं, एकजुट प्रयास जरूरी

बता दें कि देवेंद्र यादव ने कहा कि अगर सरकारें वाकई दिल्ली को बचाना चाहती हैं, तो राजनीति छोड़कर सभी दलों को मिलकर काम करना होगा, वरना आने वाले समय में प्रदूषण और भी भयावह रूप ले सकता है।

कांग्रेस के सर्वे में हुआ खुलासा

बता दें कि हाल ही में एक सर्वे से एक चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि शहर की सरकारी पुलिस वाहनों से उत्सर्जित धुएँ की मात्रा आम वाहनों की तुलना में कहीं अधिक है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस और पुलिस प्रशासन की ओर से इस गंभीर समस्या पर कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी जा रही है। सरकारी पुलिस वाहनों से निकलने वाला ब्लैक स्मोक/धुआँ पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक मानकों से ऊपर है। कई वाहनों में एग्ज़ॉस्ट चेक और मैकेनिकल सर्विसिंग समय पर नहीं हो रही, जिससे धुएँ में वृद्धि हो रही है। सर्वे में यात्रियों और आम लोगों ने बताया कि ये वाहन शहर के व्यस्त इलाकों में, खासकर सुबह-शाम के समय, कई गुणा अधिक धुआँ छोड़ते हैं।

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दिल्ली में मिलावटी विदेशी खाद्य पदार्थों के बड़े रैकेट का भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने ने मिलावटी और एक्सपायर्ड विदेशी खाद्य पदार्थों के बड़े रैकेट का पर्दाफ़ाश किया है जिसमें पुलिस ने 4.3 करोड़ का माल जब्त किया है।

Delhi expired foreign food racket
जब्त करोड़ों के नकली सामान (फाईल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar23 Dec 2025 11:14 PM
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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े और संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो एक्सपायर्ड विदेशी ब्रांडेड खाद्य पदार्थों को अवैध रूप से भारत में मंगाकर उनकी एक्सपायरी और मैन्युफैक्चरिंग डेट बदलकर बाजार में बेच रहा था। इस कार्रवाई में पुलिस ने करीब 4.3 करोड़ रुपये के मिलावटी और एक्सपायर्ड खाद्य व पेय पदार्थ जब्त किए हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने पहाड़ी धीरज और फैजगंज (सदर बाजार) इलाके में छापेमारी की।

7 आरोपी गिरफ्तार, मास्टरमाइंड भी पकड़ा गया

छापेमारी के दौरान पुलिस ने इस गिरोह के मास्टरमाइंड समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया। दुकानों और गोदामों से भारी मात्रा में एक्सपायर्ड खाद्य सामग्री बरामद की गई, जिनमें बड़ी संख्या में बेबी फूड और रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजें शामिल थीं, जो आम लोगों की सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकती थीं।

फर्जी बारकोड और नई एक्सपायरी डेट

मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर ही फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट की टीम को बुलाया गया और सैंपल लिए गए। जांच में सामने आया कि आरोपी विदेशी देशों से आए प्रोडक्ट्स पर फर्जी बारकोड, बैच नंबर और नई एक्सपायरी डेट छापते थे। इसके बाद इन्हें दोबारा पैक कर बड़े रिटेल स्टोर्स, मॉल्स और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के जरिए देशभर में सप्लाई किया जाता था।

पूरी पैकिंग यूनिट बरामद

पुलिस ने छापेमारी में पूरी प्रिंटिंग और पैकिंग यूनिट, मशीनें, केमिकल और फर्जी लेबल भी बरामद किए हैं। जब्त किए गए सामान में बिस्कुट, चॉकलेट, चिप्स, सॉफ्ट ड्रिंक्स, कॉफी, सॉस, केचप और कंडिमेंट्स जैसे कई नामी विदेशी ब्रांड शामिल हैं। बता दें कि कुल मिलाकर पुलिस ने 43,762 किलो खाद्य पदार्थ और 14,665 लीटर पेय पदार्थ जब्त किए हैं।

आगे की जांच जारी

इस मामले में क्राइम ब्रांच थाने में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। दिल्ली पुलिस अब पूरे सिंडिकेट से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

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