Friday, 3 May 2024

Dr. Shrikant Jichkar : डिग्री.. डिग्री ..डिग्री… कौन है देश में सबसे ज्यादा डिग्री लेने वाला व्यक्ति?

शिक्षा से लेकर राजनीति तक के क्षेत्र में कुल मिला कर 20 डिग्रियां प्राप्त करने वाले Dr. Shrikant Jichkar भारत…

Dr. Shrikant Jichkar : डिग्री.. डिग्री ..डिग्री… कौन है देश में सबसे ज्यादा डिग्री लेने वाला व्यक्ति?

शिक्षा से लेकर राजनीति तक के क्षेत्र में कुल मिला कर 20 डिग्रियां प्राप्त करने वाले Dr. Shrikant Jichkar भारत के किसी करिश्माई व्यक्ति से कम नहीं हैं। अक्सर लोग किसी खास डिग्री को लेने के बाद या किसी महत्वपूर्ण पद को प्राप्त करने के बाद अपने नाम से पूर्व उस डिग्री या पद को प्रयोग करते हैं लेकिन अगर डॉ. श्रीकांत अपनी समस्त डिग्रीयों और महत्वपूर्ण पदों का प्रयोग करें तो उनके नाम से पूर्व एक, दो नहीं बल्कि 20 शब्द जोड़े जा सकते हैं। आइये जानते हैं डॉ. जिचकर के जीवन के बारे में कुछ खास बातें…

Dr. Shrikant Jichkar

14 सितम्बर 1954 को नागपुर में जन्मे डॉ श्रीकांत जिचकर ने सबसे पहले रिसर्च का सिलसिला किसानी से शुरू किया और इसके बाद उन्होंने राजनीति, थिएटर, जर्नलिज्म आदि क्षेत्रों में भी अपनी रिसर्च जारी रखी। सबसे पहले उन्होंने मेडिकल फील्ड में MBBS की डिग्री ली और इसके बाद MS की लाइन में चले गए। यहाँ से डिग्री प्राप्त करने के बाद वे कानून की राह पर निकल पड़े। उन्होंने LLB की डिग्री लेने के बाद अंतराष्ट्रीय कानून की पढ़ाई भी की और LLM की डिग्री हासिल की। फिर इसके पश्चात वे MBA और Journlism की पढ़ाई करने लगे और इनकी डिग्रीयां भी हासिल की।

कई बार बने गोल्ड मैडलिस्ट

Dr. Shrikant Jichkar ने 1973 से लेकर 1990 तक लगभग 42 यूनिवर्सिटी के एग्जाम दिए और उनमें से वे 20 में सफल भी हुए। इस दौरान उन्होंने कई सारी परीक्षाएं तो प्रथम डिवीज़न के साथ पास की और कई में गोल्ड मैडल भी जीता। भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली सिविल सर्विसेज की IPS और IAS की परीक्षा भी डॉ. जिचकर ने पास कर ली थी। हालांकि जॉइनिंग के चार माह बाद ही उन्होंने सेवा से त्याग पत्र दे दिया और यहाँ से उनके राजनितिक सफऱ की शुरुआत हुई।

महाराष्ट्र विधानसभा से लड़ा चुनाव

राजनीति की शुरुआत उन्होंने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव से की और अपनी सफलता के क्रम को बरकरार रखते हुए उन्होंने पहली राजनितिक जीत भी दर्ज की। 1986 से 92 तक वो महाराष्ट्र विधान परिषद और 1992-98 में राज्यसभा के सांसद के पद पर आसीन रहे। वे 25 वर्ष की आयु में MLA बनने वाले व्यक्ति थे। उनकी शिक्षा और ज्ञान की पकड़ इतनी मज़बूत थी कि उन्हें 14 विभागों की कमान सौंपी गयी थी। इनमें से कई ताकतवर मंत्रालय भी शामिल थे।

2 जून 2004 को नागपुर से लगभग 60 किलोमीटर दूर एक सड़क हादसे में Dr. Shrikant Jichkar की मृत्यु हो गयी।

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